जिसे अपनी गोद में खिलाया जिसे उंगली पकड़ कर चलना सिखाया आज उसी की चिता को कंधा देना पड़ रहा है राम से पहले लक्ष्मण चला गया है राहुल देव अपने भाई मुकुलदेव की चिता पर बेसुद हो गए उनकी आंखों से आंसुओं का सैलाब बह रहा था बार-बार आंखों के सामने भाई मुकुल का चेहरा आ रहा था लेकिन बेबस राहुल अंतिम संस्कार की सारी रस्में निभाते रहे बड़े भाई का ऐसा फर्ज निभाते रहे जिसे निभाने का उनका दिल कतई नहीं था.
दिल्ली में कुछ देर पहले अपने छोटे भाई और बॉलीवुड के एक्टर मुकुल देव का अंतिम संस्कार करते हुए राहुल देव की टांगे कांपती रहीं लेकिन फिर भी उन्होंने खुद को संभाला मुकुल का सारा क्रियाक्रम राहुल ने खुद अपने हाथों से किया मुकुल के अंतिम समय में राहुल ही उनके साथ थे मुकुल का अंतिम संस्कार उनके घर दिल्ली में किया गया इसलिए सिवाय रिश्तेदारों के वहां कोई स्टार नहीं पहुंच सका.
सिर्फ बिंदु दारा सिंह ही राहुल का हाथ बटाने के लिए वहां मौजूद रहे अंतिम संस्कार में मुकुल की बेटी भी थी लेकिन उनकी पत्नी नजर नहीं आई मुकुल और उनकी पत्नी सालों पहले अलग हो गए थे मुकुल को सबसे ज्यादा खोने का दुख राहुल की आंखों में था लेकिन वो किसी से कुछ नहीं कह पाए कुछ साल पहले ही राहुल ने अपने माता-पिता को खो दिया था और अब भाई भी चला गया मुकुल बॉलीवुड के जाने-माने एक्टर थे.
उन्होंने सन ऑफ सरदार यमला पागल दीवाना आर राजकुमार और जय हो जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया उनकी शुरुआत साल 1996 में टीबी से हुई टीबी और फिल्मों में उन्होंने खूब नाम और शोहरत कमाई राहुल और मुकुल ने साथ-साथ कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ी मुकुल पिछले कुछ दिनों से बीमार थे वह दिल्ली में अपनी बेटी के पास चले गए थे यहीं उनकी हालत ज्यादा खराब हुई और फिर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया कल देर रात उनका निधन हो गया.