स्टिंग का बोतल है आपके पास है देखिए यहां पे इन्होंने स्ट्रिंग दिया एकदम चाइल्ड है ठंडा है ठीक है और इस पर क्या लिखा हुआ है एक बार आप ध्यान से देखिए यह गाड़ी पे हम दाल रहे हैं ना हां इसके बाद आप इसको ना जरा सा इसे बस क्लीन करेगा ना आपका पूरा गाड़ी साफ हो जाएगा सही पीने के लिए थोड़े है जी स्प्राइट है पीने के लिए है देखिए कितना भी गंदा होगा ना एक बार आप इसे बोल दीजिएगा सांप हो जाएगा ठीक है मैं इसका प्रचार नहीं कर रहा हूं लेकिन स्टिंग ने लिखा है की छोटे बच्चे नहीं पी सकते हैं प्रेग्नेंट महिलाएं नहीं पी शक्ति हैं यहां पे लिखा हुआ है.
देखिए स्पष्ट देखिए इधर नजदीक लेक आई नोट रिकमेंड मतलब की यह रिकमेंड ही हम नहीं कर रहे हैं किसको पर चिल्ड्रन शुरुआत हम करेंगे स्प्राइट को जमीन पर गिरा के सबसे पहले लोगों को बताइए इसको बेचे में होता है अब जाके दुकान पे लीजिए ₹40 का स्प्राइट आपको ₹45 में मिलेगा ₹60 जिसका दम है वो ₹65 मिलेगा तो ₹5 किस बात का आप ले रहे हैं भाई तो सबसे पहले जो स्कैन है वो स्कैन बेचे से शुरू होता है दूसरा सबसे बड़ा स्कैन जो इसका है इसमें कोई विटामिन तो है नहीं ना तो ये गाने का रस है ना ये कोई विटामिन है मिनरल्स है इसमें आप यहां पे जो जो लिखा हुआ है.
इसमें क्या लिखा हुआ है एनर्जी है एनर्जी इसका कितना है 40 कैलोरी का कैलोरी है उतने में क्या होगा भाई तो कल मिलकर स्प्राइट थम्स अप कोकोकोला इस सबका भाई कोर्ट होना चाहिए और ऐसे ही हम नहीं का रहे हैं वजह क्या है मेरे पास इंडिया ने एक्सप्रेस 2000 2016 में छपता है और इंडिया एक्सप्रेस में क्या छपता है की गवर्नमेंट स्टडी साइंस टॉक्सिंस इन पीपीटी बॉटल्स ऑफ फाइव सॉफ्ट ड्रिंक मतलब की पांच ऐसे सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड है जिसमें की टॉक्सिंस पाया गया है यानी जहां पाया जाता है अब हम अगर किसी से कहें की एस प्राइस में स्प्राइट नहीं है जहर है तो कोई विश्वास नहीं करेगा लेकिन यहां पे आप देखिए 2016 के इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट क्या कहती है और ये इंडिया एक्सप्रेस की रिपोर्ट नहीं है यह इंडिया एक्सप्रेस में छाप है यह रिपोर्ट डीटीएवी का है मतलब ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड का है और वो कहता है.
की गवर्नमेंट स्टडी हेज फाउंड फाइव डिफरेंट टॉक्सिंस हैवी मेटल एंटी नामी एलईडी क्रोमियम मतलब की समझिए किसमे जितने पूरे चीज है उसका इसमें पाया जाता है और ये सब भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का जो ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड है वो कहता है मैं नहीं का रहा हूं तो 2001 बात है की 2004 के एक बात के जिक्र काफी तेजी से हो रहा है राजीव दीक्षित के बाद पहले व्यक्ति आप बने हुए हैं जो की स्प्राइट कोका कला थम्स अप तमाम कंपनियां का बैठ करने के बाद की है राजीव दीक्षित ने कहा था की ये टॉयलेट साफ करने का एक राजीव दीक्षित जी ने कहा था की दुकान से स्प्राइट खरीदी है और स्प्राइट खरीदने के बाद लेक जाइए अपने बाथरूम में और बाथरूम क्लीनर पे ऐसे ही इसको गिराइए ठीक है और गिरा के आप ब्रश से मिलिए आपका बाथरूम साफ हो जाएगा तो सोचिए की अगर जी स्प्राइट से आपका बाथरूम साफ होता हो उसे सब्सक्राइब अगर पेट में जाएगा तो क्या होगा इसके बाद सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट है यह बात लोगों को पता नहीं है.
2004 में यहां पे आप देखेंगे लिखा हुआ है रीत पिटीशन सिविल नंबर 681 मतलब 2004 2004 में सुप्रीम कोर्ट कहती है की स्प्राइट कोकोकोला थम्स अप सेवन अप सबको ये बताना पड़ेगा की इसमें आप कौन सा चीज दाल रहे हैं और कौन सा चीज नहीं दाल रहे हैं लेकिन नजदीक आकर दिखाइए लेकिन इसमें देखिए कहां पे लिखा हुआ है की स्प्राइट में क्या डाला गया है क्या नहीं डाला गया है इसमें तो लिखा गया है की एनर्जी है कैलोरी है शुगर है इसमें लिखा गया है टोटल फैट कितना है प्रोटीन कितना है इसमें आपको ये बताना है की इसमें आप कौन सा तत्व दाल रहे हैं वो तो बताया ही नहीं जा रहा है इसमें तो हैवी मेटल पाया जाता है जो लोगों को बताया नहीं जा रहा है तो ये लोगों के साथ ये सबसे बड़ा स्कैन है कंपनी को तो कोई दोस्त नहीं मानूंगा सरकार का ऑलरेडी इस बात को जानकारी है कंपनी का दोस्त नहीं है भारत सरकार का दोष है.
की ड्रग्स टेक्निक ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड के खाने के बावजूद भारत सरकार कोई मसौदा तैयार नहीं करती है ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड ने कहा की भारत सरकार एक नियम बनाए एक मसौदा तैयार करें और जांच कराए की स्प्राइट में क्या पाया जाता है और क्या नहीं पाया जाता है 2022 में आपको ये जान के ताजू होगा की जो स्प्राइट है मैं आपको बता रहा हूं देखिए गाड़ी पे हम दाल रहे हैं ना इसके बाद आप इसको ना जरा सा ऐसे बस क्लीन करेगा ना आपका पूरा गाड़ी साफ हो जाएगा तो ये पीने के लिए थोड़े है जी स्प्राइट है पीने के लिए है देखिए कितना भी गंदा होगा ना एक बार आप इसे माल दीजिएगा साफ हो जाएगा और एक और देखिए सबसे महत्वपूर्ण बात क्या है की स्प्राइट जो हमारे देश में बंता है इसमें कुछ और डाला जाता है और अमेरिका में जो स्प्राइट बंता है उसमें कुछ और डाला जाता है ये कितने लोगों को पता है.
हमारे यहां के स्प्राइट में हैवी मेटल पाया जाता है हैवी मेटल अपने का मतलब की आप जब इसको पियेंगे तो आपको फायदा नहीं करेगा नुकसान करेगा लेकिन यही एस्प्राइट यही थम्स अप यही कोकोकोला यही कोल्ड ड्रिंक यही सॉफ्ट ड्रिंक जब अमेरिका में बंता है तो वहां पे कुछ और दाल के बनाया जाता है मतलब वहां वाला स्प्राइट आपको कोई नुकसान नहीं करेगा लेकिन यहां वाला करेगा और ये बात मैं नहीं का रहा हूं एक बार फिर से मैं दिखाना चाहूंगा की ये बात किसने कहा है यहां पे देखिए ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड ने कहा है डीटीपी ने कहा है की साउंड डेट टॉक्सिंस आ लिस्ट इन फाइव कोल्ड ड्रिंक मतलब पांच को कोल्ड ड्रिंक में ये साड़ी चीज पी गई है तो इसलिए भारत सरकार को चाहिए की एक नियम तैयार करें एक मसौदा तैयार करें और एक नियम और कानून बनाए की इसमें आप क्या चीज दाल सकते हैं और कितनी मंत्र में दाल सकते हैं नहीं तो आने वाले समय में जो इतने छोटे-छोटे बच्चे होंगे ना इनको नहीं पता होगा इसे पूछिए की अपने घर में छोटे बच्चों को स्प्राइट है इनको नहीं है की टॉक्सिंस है की जूस है जूस समझ के पायलट होंगे ये छोटा सा बच्चे के मुंह में पता नहीं.
कितनी बार स्प्राइट गया होगा इस पे इसलिए लिखा जाना चाहिए की सावधान छोटे बच्चे इसका सेवन ना करें सावधान गर्भवती महिला इसका सेवन ना करें सावधान जिनको मधुमेह की बीमारी है वो इसका सेवन ना करें जिनको हाथ डिजीज की बीमारी है वो इसका सेवन ना करें लेकिन सब लोग धड़ल्ले से सेवन कर रहे हैं डॉक्टर के पास जा रहे हैं तब डॉक्टर माना कर रहा है 2022 का एक रिपोर्ट में देखा की 13781 करोड़ लोगों ने 13000 मतलब 13000 करोड़ से ज्यादा टोस्ट प्राइस हमारे देश में बिका है 13000 करोड़ अब 13000 करोड़ में कितना जीरो होगा पूछ लीजिए किसी से ज्यादातर लोगों को नहीं पता है 13000 करोड़ का स्प्राइट नहीं मतलब कोल्ड ड्रिंक भी का है ना सिर्फ बिकता है नाम का रस बिकता है ना सत्तू का रस बिकता है लेकिन विदेशी कंपनी जो गलत तरीके से ये सब प्रोडक्ट बनती है और ये ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड कहता है.
और उसका 13000 करोड़ का समाज बाईक जाता है वो समाज इसलिए बिकता है क्योंकि इसका प्रचार महेंद्र सिंह धोनी जैसे कलाकार करते हैं पता नहीं महेंद्र सिंह धोनी करते हैं की नहीं करते हैं लेकिन रितिक रोशन करते हैं शाहरुख खान करते हैं रितिक रोशन कहते हैं डर के आगे जीत है डर के आगे जीत नहीं है ये मिसालीडिंग एडवरटाइजमेंट है मतलब की गलत तरीके से मिस लीड करने वाला प्रचार है जो नहीं होना चाहिए बैंड होना चाहिए की कहानी ना कहानी माना जाए की सरकार जो है आम लोगों के साथ खिलवाड़ कर रही है और पैसे के लालच में लोगों को करने की एक भरपूर प्रयास किया जा रहा है 13000 करोड़ का अगर एक कोल्ड ड्रिंक बिकेगा सो सोचिए भारत सरकार को कितना रिवेन्यू मिला होगा कई करो टैक्स मिलाऊंगा तो इसलिए भारत सरकार इस पे तत्पर नहीं है लेकिन एक जानकारी की बात यह भी बता देनी चाहिए.
की सुप्रीम कोर्ट ने यह नहीं कहा की इसको बन कर दिया जाए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है की इस पर जांच हनी चाहिए की क्या चीज दाल रहे हैं और क्या नहीं दाल रहे हैं और इतनी घंटा से जांच हनी चाहिए आप वहां से कोई स्ट्रिंग का बोतल खरीद के ले है पूछिए तो वहां पे स्ट्रिंग है वहां पिस्टन का बोतल खरीदने उसमें और इसमें जमीन आसमान का आपको फर्क दिखे जाएगा पहले उनको पूछ लेना दीजिए अगर ज्यादा लेते हैं तो फिर रिकॉर्ड करें टेस्टिंग का बोतल है देखिए यहां पे इन्होंने स्ट्रिंग दिया एकदम चाइल्ड है ठंडा है ठीक है और इस पर क्या लिखा हुआ है एक बार आप ध्यान से देखिए यहां पे देखिए स्ट्रिंग पे सब कुछ क्लियर क्लियर लिखा गया है ठीक है ये कितना इसमें कैलोरी है कितना मतलब सब कुछ लिखा गया है ठीक है किस लोगों को पीना चाहिए नहीं पीना चाहिए ऊपर आप लिखेंगे तो कैमरे में दिखे रहा है ना इसका प्रचार नहीं कर रहा हूं लेकिन स्ट्रिंग ने लिखा है की छोटे बच्चे नहीं पी सकते हैं प्रेग्नेंट महिला नहीं पी शक्ति हैं यहां पर लिखा हुआ है देखिए स्पष्ट देखिए इधर नजदीक ले गया नोट रिकमेंड मतलब की ये रिकमेंड ही हम नहीं कर रहा है किसको कोल्ड ड्रिंक है ये साफ का रहा है की हमको छोटे-छोटे बच्चे ना पीएन प्रेग्नेंट महिलाएं ना पिए लेकिन बाकी सॉफ्ट ड्रिंक क्यों नहीं बताते हैं अब अफसोस की बात ये है की यहां पे ये लोग इतना छोटा-छोटा चीज नहीं पड़ता है तो सब लोग खरीदना है सब लोग पिता है लेकिन हकीकत ये है की ये खरीदने लायक नहीं है.
और पीने लायक नहीं है इसमें स्पष्ट लिखा हुआ है तो आम तोर पर समोसे की जो आप अपने बच्चों परिवार के महिलाओं के जो पीला रहे हैं आपके जीवन पर खतरा खुद अपने आप अपने घर पे लेक जा रहे हैं और मैं यह नहीं का रहा हूं की तमाम जो भी है सब ड्रिंक इसको बैंड कर देना चाहे बैंड कर देना चाहिए लेकिन सही सही पर सरकार को जांच भी करना चाहिए जो सरकार जांच नहीं कर पाते ये सही समय पे जांच नहीं करेंगे तो आने वाले दिन में आपका नस्ल आपका परिवार आपके बच्चे हमारा उद्देश्य सिर्फ यह है रुको एक मिनट सुनो इधर आओ इधर सुनो इधर सुनो सुनो आओ ना हमारा उद्देश्य बस गया है की इतने छोटे-छोटे बच्चों के मुंह में सॉफ्ट ड्रिंक नहीं जाना चाहिए आज अगर यह बच्चा स्प्राइट के आदि हो गए आज ये बच्चे अगर थम्स अप और कोका कला के आदि हो गए तो कल यही बच्चे दारू खोजेंगे और यही बच्चे जी दिन दारू पीने ग गए यही बच्चे इंग्लिश दारू खोजेंगे और इंग्लिश दारू खोजना के बाद हीरोइन खोजेंगे यही बच्चे क्योंकि अभी इनका लिवर उतना सक्षम है ही नहीं की वो स्प्राइट को जल सके आप बस प्राइस पिता है तो गला जलता है पेट जलता है लाइव आपका लिवर डैमेज करता है.
लेकिन हर एक छोटा-छोटा बच्चा होता है नहीं पीते हैं मतलब हर बच्चा पिता है शादी विवाह में तो ये सब चीज नहीं पिलाना चाहिए आगे चल के नुकसान करेगा तो ये जानकारी लोगों तक पहुंचनी चाहिए आखिर संदेश क्या देना चाहते हैं तमाम कंपनियां को जो कंपनी इस तरह के कार्य करती है और विदाउट बिना बताए हुए आपके साथ स्कीम कर रहे बड़ी खपली कर रहे हैं की आप बताइए की इस प्राइड जो है या थम्स अप कोका-कोला उसे सब सॉफ्ट ड्रिंक है कोल्ड ड्रिंक है डर के आगे जीत नहीं है वो एक मिस लीडिंग एडवरटाइजमेंट है वो हम इस लीडिंग एडवरटाइजमेंट नहीं होना चाहिए गलत तरीके से प्रचार नहीं होना चाहिए उसका जो कम है वो कम बताया जाए ठीक है बस जो आप कर रहे हैं उसको बता दीजिए गुटखा बिकता है शराब बिकता है लेकिन लिख के सब बचता है तंबाकू पर खरीदी है तंबाकू पर लिखा राहत है की स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.
अब लिखा हुआ है फिर भी आप खरीद रहे हैं तो आपका दोस्त है लेकिन यहां पे कंपनी ही आपको मिस लीड कर रही है कंपनी आपको का के बीच रही है की कोल्ड ड्रिंक है और लोग इसको जूस समझ के खरीद रहे हैं एनर्जी ड्रिंक और जूस समझ के खरीद रहा है तो सावधान हो रही की आवश्यकता है तमाम कंपनियां को एक बार अपने परिवार और घर में ले जाते हैं तो उसके पीछे को और उसका आगे की एक बार जरूर रीड कर लीजिएगा नहीं तो आपने के लिए आप ही का नुकसान आप ही का पैसा आज भी का परिवार सब लोग नुकसान होने जा रहा है और जो कुछ भी हमने बातें कहीं है तथ्यों के आधार पे कहा है डॉक्यूमेंट के आधार पे कहा है कोई भी ऐसे अपने से मुंह से बना के कुछ भी नहीं कहा है.