अहमदाबाद में हुए प्लेन हादसे में 265 लोगों से ज्यादा की मौत हो चुकी है। तमाम लोग अस्पताल में भर्ती हैं। लेकिन इस हादसे के पीछे के कारण क्या है? इसका अब तक कोई पता नहीं चल पाया। लेकिन गुजरात की एटीएस ने एक बड़ा सबूत निकाल लिया है। दरअसल डीवीआर यानी डिजिटल रिकॉर्डिंग सिस्टम उसको निकाल लिया गया है और उसको खोजने में एटीएस को सफलता मिली है। जिसमें तमाम गतिविधियां कैद हैं,
और इसके लिए बकायदा फॉरेंसिक की टीम को भी बुला लिया गया है। फॉरेंसिक की टीम इस डीवीआर को देखेगी और इसमें तमाम जो सबूत रिकॉर्ड हुए हैं, तमाम जो रिकॉर्डिंग आई हैं, उनमें आवाजों से लेकर के वीडियो तक की तमाम सबूत निकल कर के आएंगे और पता चलेगा कि हादसे से ठीक पहले प्लेन के अंदर क्या-क्या हुआ था और पायलट ने जब इमरजेंसी का सिग्नल भेजा था तो उस दौरान हालात कैसे थे,
हालांकि इस डीवीआर को खुलकर के टीम देखेगी। इसके अलावा जो तीन एजेंसियां अलग-अलग इस पूरे हादसे की जांच के लिए लगी हुई हैं, उनके लिए भी एक यह बड़ी सफलता है। इसके अलावा ब्लैक बॉक्स को भी खोजा जा रहा है क्योंकि मलवा काफी इलाके में फैला हुआ है। ऐसे में सबसे बड़ी सरकार की प्राथमिकता यह है कि प्लेन से जितने भी लोग निकले हैं उनकी शिनाख्त की जाए औरकि पूरा मलबा एक कॉलेज के अंदर है,
इसलिए उसको ढूंढना बहुत आसान है। इसके अलावा पूरा फोकस सरकार का पीड़ितों तक हर हाल में राहत पहुंचाना, शवों की पहचान करके उनके परिजनों को सौंपना और डीएनए जांच से मिलान करके सही व्यक्ति को सही परिवार तक पहुंचाने की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ी है,
ऐसे में सरकार का पूरा फोकस इसी काम को लेकर है। लेकिन डीवीआर के मिलने के बाद तमाम अधिकारी इस बात के लिए आश्वस्त हो गए हैं कि इससे कुछ ना कुछ ऐसा निकलेगा जिससे पता चलेगा कि आखिर यह प्लेन अचानक उड़ने के बाद कैसे जमीन पर आया और इतना बड़ा धमाका इस डीवीआर के मिलने के बाद वहां पर मौजूद अधिकारियों ने क्या कुछ कहा है और मीडिया से किस तरह की बात की है,
सुनिए सर ये क्या है ये डीवीआर है डीवीआर डीवीआर अंदर का मैक्स का नहीं वो देखना पड़ेगा कौन सा है अभी मलवे में से निकला है सर और क्या निकला है सामान है वो क्या है डीवीआर है डीवी मलवे में से निकला है नहीं वो मलवे में से निकला है काम नहीं है मेरा मेरा काम नहीं है,
ये दूसरा काम जो सर अभी आप लोग फिर से जाएंगे अंदर एफएसएल की टीम अंदर जाएगी फिर से नहीं एफएसएल की आएगी आप लोगों ने अंदर क्या-क्या किया सर एनएसजी की टीम ने क्या किया नहीं मैं एनएसजी से नहीं हूं पुलिस गुजरात पुलिस नहीं आप कहां से हो मैं एटीएस से हूं आपको बता दें कि एयर इंडिया की एआई71 फ्लाइट अहमदाबाद से लंदन जा रही थी जिसमें 230 सवारियां थी। इसके अलावा क्रू मेंबर थे,
वहीं जिस कॉलेज की बिल्डिंग में गिरा था वहां पर भी कई छात्र हताहत हुए हैं। कुल मिलाकर के 265 मौतों की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग गंभीर अवस्था में घायल अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि यह मौत का आंकड़ा बड़ा है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इतना सेफ और इतने बड़े प्लेन के हादसाग्रस्त हो जाने की वजह क्या थी?,
जिसका सबसे बड़ा सबूत मिल चुका है और अब इसकी जांच होगी। जल्द ही उम्मीद है कि सारे सबूत सामने आएंगे और इस पूरे हादसे का कारण पता चलेगा। फिलहाल इस खबर में इतना ही। अपडेट्स के लिए बने रहिए वन इंडिया हिंदी के साथ.