शेफाली जरीवाला के निधन के 6 दिन बाद पराग त्यागी ने एक पोस्ट लिखकर सबको रुला दिया है। शेफाली के निधन के बाद पराग अपने मुंह से कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। लेकिन उन्होंने अपने दिल का दर्द हाथों से लिख दिया है। इसे पढ़ने के बाद लोगों की आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे,
इस पोस्ट में पराग ने शेफाली को याद कर लिखा है। शेफाली मेरी परी हमेशा के लिए हमारी कांटा लगा। वह सिर्फ एक चेहरा नहीं थी। वो उससे कहीं ज्यादा थी। वो आग थी जो गरिमा में लिपटी थी। तीखी, केंद्रित और बेइंतहा जुनूनी। एक ऐसी महिला जिसने हर कदम सोच,
समझ कर रखा। जिसने अपने करियर, अपने मन, अपने शरीर और अपनी आत्मा की देखभाल पूरे संयम और अडिक संकल्प के साथ की। लेकिन तमाम उपाधियों और कामयाबियों से परे शेफाली सच्चे अर्थों में निस्वार्थ प्रेम थी। वो सबकी मां थी,
हमेशा दूसरों को पहले रखने वाली सिर्फ अपनी मौजूदगी से सुकून और गर्मजशी देने वाली एक उदार बेटी एक समर्पित और स्नेही पत्नी सिंबा की दुलारी मां एक सुरक्षात्मक बहन और मार्गदर्शक मासी और वो दोस्त जो अपने अपनों के लिए हमेशा एक चट्टान की तरह खड़ी रही हिम्मत और करुणा के साथ गम के शोर में बहुत आसान,
होता है बह जाना लेकिन शेफाली को याद किया जाना चाहिए उनकी रोशनी से जिस तरह से उन्होंने लोगों को महसूस कराया। जो खुशी उन्होंने बांटी, जिन जिंदगियों को उन्होंने छूकर बेहतर बनाया। मैं इस श्रद्धांजलि को एक सरल प्रार्थना से शुरू करना चाहता हूं। यह जगह सिर्फ प्रेम से भरी हो,
ऐसी यादें जो मरहम बन जाए। ऐसी कहानियां जो उनकी आत्मा को जिंदा रखें। बस यही हो उनकी विरासत। एक इतनी रोशन आत्मा जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। तुमसे अनंत प्रेम रहेगा। पराग का लिखा हुआ यह पढ़कर लोगों का दिल भर आया है। ईश्वर से बस इतनी प्रार्थना है कि वह पराग को यह दुख सहने की ताकत दे।