मेरे महबूब कयामत होगी लोग क्यों कहते थे इस मशहूर गायक को पागल और सनकी जब का और गायक क्यों चाहता था की उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप हो जाए [संगीत] बम बम इन्होंने अपने फिल्म जुबानी के लिए बनाई थी अपने नाम से एक प्रोडक्शन कंपनी बदकिस्मती कहानी या फिर खुशकिस्मती जिन फिल्मों को यह करना चाहते थे फ्लॉप वो हो गई सुपर डुपर हिट जापान पहुंच गए चीन समझ गए आप जानते हैं.
की जब लता मंगेशकर ने इनके साथ गाना गाने से माना कर दिया तो इस टैलेंटेड गायक ने फीमेल आवाज भी खुद ही निकाल ली और वह गाना सुपरहिट हो गया [संगीत] बहुत सवारिया [संगीत] पसंद ए जाति थी उसे कर देते थे शादी के लिए प्रपोज इन्होंने की थी अपनी जीवन में कर शादियां हमें तुमसे प्यार कितना ये हम नहीं जानते अपनी पत्नी और मशहूर अभिनेत्री मधुबाला से शादी करने के लिए इस हीरो ने किया था.
अपना धर्म परिवर्तन [संगीत] छोड़ दिया था बीच में ही उनका साथ तुम मेरे हो और घर में घुसने पर एक प्रोड्यूसर को कुत्तों की तरह दांतों से कैट लिया सुपरस्टार खुद एक बंगाली था लेकिन अपने घर से बंगालियों को क्यों के दिया करता था जिसे पूरा करने के लिए इन्होंने भारत के सबसे महंगे आर्किटेक्चर को देने की पेशकश की और क्या थी उनकी अंतिम इच्छा जिसे सुनकर सभी डांग र गए मेरे दिल में आज क्या है तू कहे तो मैं इस हीरो ने एक बहुत बड़े डायरेक्टर को धोती पहेनवाकर नजवा दिया था.
टेबल पर और इस सिंगर ने एक गाने की रिकॉर्डिंग के दौरान बीच में ही गाने में ही मांग लिए थे प्रोड्यूसर से पैसे जो आज भी गीत के अंत में सुने देता है [संगीत] आप लोग समझ ही गए होंगे की हम किसकी बात कर रहे हैं और अगर आप नहीं समझे हैं तो हम आपको बता देते हैं की आज हम अपने इस शो में बात कर रहे हैं दिल अजीज और एवरग्रीन गीतकार और संगीतकार और सब के दिलों पर राज करने वाले किशोर कुमार की जिन्हें हम प्यार से किशोर डा कहते हैं.
मेरा नाम किशोर कुमार शास्त्री है बॉलीवुड नवल में जहां आपको सुनने के लिए मिलती है फिल्मी हस्तियां के जीवन की जानी अंजनी कहानी ऐसी कारी में आज हम लेकर आए हैं किशोर डा यानी किशोर कुमार के जीवन की कहानी जिंदगी एक सफर है सुहाना यहां कल क्या हो किसने किशोर डा की जितने अंदाज निराले थे उतने ही अधिक किस कहानी भी उनसे जुड़े हुए हैं आज हम आपको बताएंगे की कैसे किशोर डा सिर्फ नहीं बल्कि मनमौजी जज्बातों थे आप और अपनी धुन में रहने वाले इंसान थे चला जाता हूं किसी की धुन में धड़कते दिल के किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को मध्य प्रदेश के खंडवा में हुआ था उनके बचपन का नाम आभास कुमार गांगुली था.
सब हंसना हुआ जो बंगाली ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए थे उनके पिता का नाम कुंज लाल गांगुली था वो पेशेंट से वकील थे तो वहीं इनकी मां का नाम गौरी देवी था जो एक अमीर परिवार से आई थी उनके कर भाई बहन थे अशोक कुमार अनूप कुमार और बहन सती देवी किशोर कुमार सबसे छोटे थे किशोर कुमार जब छोटे थे तभी उनके बड़े भाई अशोक कुमार फिल्मों में बड़े स्टार बन गए थे [संगीत] किशोर कुमार और अनूप कुमार ने साथ में इंदौर में पढ़ाई की और आगे की पढ़ाई के लिए क्रिश्चियन कॉलेज इंदौर में एडमिशन लिया अनूप कुमार भी बड़े भाई की तरह फिल्मों में हीरो बन्ना चाहते थे.
लेकिन किशोर कुमार एक गायब बन्ना चाहते थे लड़की भीगी भेज से होती रातों में जागे किशोर कुमार को कॉलेज के समय से ही वॉइस माड्यूलेशन में महारत हासिल थी वो गायक कल सहगल के फैन थे और उनके जैसा ही गाना गेट थे जिसकी वजह से वह अपने कॉलेज में खास लोकप्रियत है जब किसी से किसी को प्यार उनका परिवार अक्सर अशोक कुमार से मिलने मुंबई जाता था किसी ने प्यार का किशोर कुमार भी उनसे मिलने मुंबई जाते थे उनके सामने रंग के करण एक बार उनके भाइयों की फिल्म के मुहूर्त पर एक फिल्म के डायरेक्टर ने उनका मजाक उदा दिया.
जिसका बदला किशोर कुमार ने स्टार बने के बाद लिया अब तो मुझे गुस्सा नहीं आता और अगर ए जाता है तो फिर सामने वाले का भगवान भला करें किशोर कुमार जब बड़े हुए और मुंबई अपने भाई के पास गए तो उन्हें बॉम्बे टॉकीज के स्टूडियो में गौरव सिंगर की नौकरी मिल गई और यही अपना नाम उन्होंने आभास कुमार से बदलकर किशोर कुमार रख लिया चलते चलते मेरे ये गीत याद रख उनकी भाई अशोक कुमार उन्हें एक एक्टर बनाना चाहते थे एक्टिंग झूठी होती है संगीत जो है दिल से निकलता है लेकिन किशोर कुमार सिंगर बन्ना चाहते थे साल 1984 में किशोर कुमार को देव आनंद की फिल्म जिद्दी में एक गाना गाने का मौका मिला करने के द्वारा [संगीत] अपने फिल्मी करियर पर कुछ खास ध्यान नहीं दे रहे थे.
उनको कई फिल्मों के ऑफर मिल रहे थे जिनको किशोर कुमार ठुकरा रहे थे मुसाफिर हूं यारों ना घर है लेकिन साल 1949 में जब वो मुंबई में पुरी तरह से सेटल हो गए तो इसके बाद वह फिल्मों में अपना करियर बनाने की जुगत में ग गए किशोर कुमार को फिर 1951 में फिल्म आंदोलन मिली जो उसे दूर में खूब चले इस फिल्म के कामयाबी के बाद किशोर कुमार को कई फिल्मों के ऑफर आने लगे तुम अगर ए गया [संगीत] बरबड़े के किशोर कुमार का मां एक्टिंग से एकदम उचट गया था लेकिन अचानक उम्मीद से पैर उनकी दो-तीन ऐसे फिल्में जो बॉक्स ऑफिस पर खूब चल पड़ी जैसे नौकरी आप रे आप आदि इनके कामयाबी से किशोर कुमार का मां अभिनय में धीरे-धीरे लगे लगा ये रातें यह मौसम नदी का किनारा ये चंचल हवा किशोर कुमार के अभिनय से संजीव 1955 से लेकर 1966 तक खूब सफल फिल्में आए किशोर कुमार हिंदी सिनेमा के एक ऐसे धुरंधर अभिनेता के रूप में उभरकर सामने आए थे जो कॉमेडी भी कर सकता था भावपूर्ण अभिनय भी कर सकता था.
और फिल्मों में जबरदस्त गाने भी ग सकता था तुम हो मेरी जान हिट फिल्में जैसे भाई भाई चलती का नाम गाड़ी मिस्टर एक्शन मुंबई हाफ टिकट झुमरू गंगा की लहरें प्यार किया जा नया अंदाज पड़ोसन आदि जैसी सफल फिल्में शामिल हैं भारतीय सिनेमा में उनकी जोड़ी सबसे ज्यादा माला सिंह मधु बाला और जबरदस्त एक्ट्रेस व्यंजनती माला के साथ खूब जमील हम बेचारे प्यार के मारे और तुम तो तुम हो वह एक डोर ऐसा आया जब किशोर कुमार बटर अभिनेता सफल नहीं हो रहे थे तब उन्हें हिंदी फिल्मों में प्लेबैक सिंगिंग करने का ज्यादा मौका मिल रहा था.
मेरे हंसी कहां किशोर कुमार की गे की इमेज जादू था चंद जब आए प्यार बरसाए गीतों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर देते थे मेरे भीगी भीगी सी पलकों पर र गए जैसे मेरे सपना किशोर कुमार ने उसे दूर में एक से एक सदा बाहर गीत गए आदमी को सुनता है जिंदगी जो उसे समय से लेकर आज तक लगातार सोनी जाते हैं [संगीत] दीवाने को किशोर कुमार की आवाज धीरे-धीरे पूरे देश में सुने देने लगी [संगीत] कैसे कब कहां इकरार हो गया किशोर कुमार पहले खासकर अपनी फिल्मों के लिए और देव आनंद जी के लिए ही गाना गया करते थे लेकिन धीरे-धीरे पूरा देश खन्ना अमिताभ बच्चन दिलीप कुमार धर्मेंद्र जितेंद्र अनिल कपूर और लगभग 70 और 80 के दशक के सभी हीरो के लिए गाना गाने लगे दुनिया दिखा देंगे उन्होंने सबसे अधिक राजेश खन्ना के गाने गए उनके हिट गाने सबसे ज्यादा राजेश खन्ना के साथ ही है.
किशोर कुमार को मेल प्लेबैक सिंगिंग में सबसे ज्यादा आठ फिल्मफेयर अवार्ड मिले और किशोर कुमार कई भाषण में भी बड़ी आसानी से गीत गलियां करते थे किशोर कुमार का उदली गायन खूब पसंद किया गयाi उनके जैसा फिर किसी ने भारतीय सिनेमा में उडली नहीं गया किशोर कुमार के खासियत थी की वह जो हीरो के लिए गेट थे उसकी आवाज को हूबहू अपनी गे की में उतार लिया करते थे तेरे बिना जिंदगी से कोई शिकवा अब बात करते हैं किशोर कुमार के अजीबो गरीब के सो के बड़े में क्यों किशोर कुमार नहीं चाहते थे की उनकी फिल्में हिट हो आपको सुनकर अजीब लगाना जहां लोग अपनी फिल्म को हिट सुपरहिट करने के लिए सभी हड़कांदे अपनाते हैं तो वहीं किशोर कुमार अपनी फिल्मों को फ्लॉप करने के लिए कम कर रहे थे.
लेकिन किशोर कुमार ऐसा क्यों कर रहे थे इसके पीछे एक जबरदस्त वजह थी दरअसल हुआ यूं की किशोर डा के सितारे उन दोनों बुलंदी पर थे और इनकम टैक्स वाले उनके पीछे हाथ धोकर पड़े थे तब उनके दोस्त ने राय दी की किशोर डा आप अपनी कोई ऐसी फिल्म बना जो बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो जाए फिर उसे फिल्म से हुआ घाट इनकम टैक्स वालों को दिखा देना जिससे वो आपका पीछा करना छोड़ देंगे.