गोविंदा के बेटे हर्षवर्द्धन आहूजा के साथ बॉलीवुड वालों ने किया आउटसाइडर्स जैसा व्यहवार..

90 के दशक के मशहूर अभिनेताओं में से गोविंदा की बात करें तो गोविंदा पिछले छ सालों से लगातार घर पर बैठे हुए हैं और उनके पास कोई भी प्रोजेक्ट नहीं है और यही दर्द उनके बेटे हर्षवर्धन को भी लेकर है जी हां पहली बार गोविंदा ने बताया कि उनका बेटे का डेब्यू क्यों सफल नहीं हो पा रहा है आइए चले जाते हैं कि गोविंदा के बेटे संग कैसा आउटसाइडर जैसा बर्ताव हुआ.

जिसको लेकर गोविंदा बहुत ज्यादा मायूस हुए अब गोविंदा की बेटी ने 10 साल पहले इंडस्ट्री में कदम रखा था लेकिन वह सफलता हासिल नहीं कर पाई टीना आहूजा ने 10 साल में सिर्फ तीन फिल्मों में काम किया उनकी तीनों ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर पूरी तरीके से फ्लॉप साबित हुई अब गोविंदा के बेटे यशवर्धन आहूजा बॉलीवुड डेब्यू करने के लिए तैयार हैं इस साल के अंत तक स्टार किट की पहली फिल्म रिलीज़ होने के आसार जताए जा रहे हैं.

फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले गोविंदा के बेटे ने इंडस्ट्री में अपने स्ट्रगल के बारे में खुलकर बातचीत की है इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे रणबीर कपूर की एक सलाह ने उनकी जिंदगी बदल दी होता है कि अभी हाल ही में यशवर्धन आहूजा ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत करते हुए कहते हैं कि वह रणबीर कपूर थे.

जिन्होंने मेरी जिंदगी को एक नई दिशा दी थी उन्होंने ही मुझे फिल्म मेकिंग सीखने के लिए मनाया था उन्होंने मुझे प्रेरणा देते हुए इस बात के महत्व को समझाया था कि बॉलीवुड के दायरे से हटकर अपनी पसंद नापसंद पहचान और अपनी आवाज ढूंढनी चाहिए वो एक बेहतरीन एक्टर होने के साथ ही कहानीकार होना भी बहुत सारी खूबियां रखते हैं.

गोविंदा के बेटे यशवर्धन आगे कहते हैं कि वह एक साल के लिए लंदन के लिए एक्टिंग स्कूल गए थे जहां उन्होंने अपनी एक्टिंग के जरिए पर्दे पर हर तरह के इमोशन उतारने का हुनर सीखा वह कहते हैं कि मैं एक्टिंग स्कूल गया इसके साथ ही मुंबई में एक एक्टिंग वर्कशॉप में भी शामिल हुआ वह सब मैं आज भी करता हूं यह कभी ना खत्म होने वाला प्रोसेस है.

आगे वह यह भी बताते हैं कि एक्टिंग डेब्यू से पहले उनके पिता गोविंदा ने भी उन्हें सलाह दी थी कि उनके पिता ने कभी भी फिल्मों में गाली नहीं दी और ना ही कभी गलत भाषा का इस्तेमाल किया वह चाहते हैं कि मैं भी कभी फिल्मों में गाली ना दूं तो ऐसे में गोविंदा के लाडले यशवर्धन आूजा ने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में ब्रेक के लिए उन्होंने 9 साल तक संघर्ष किया.

9 साल की मेहनत के बाद ही उनकी पहली फिल्म ली है वह एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म में नजर आने वाले हैं जिस फिल्म का टाइटल अभी तक फाइनल नहीं किया गया है ऐसे में दोस्तों आप भी समझ सकते हैं कि गोविंदा जो कि 90 के दशक के एक ऐसे सुपरस्टार थे जिनके सामने तीनों ही खान काफी ज्यादा बोरे नजर आते थे लेकिन अपने बेटे को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से रूबरू कराने के लिए तकरीबन 9 साल का लंबा संघर्ष करना पड़ा.

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