हिंदी फिल्मी बॉलीवुड की साक्षात सच्चाइयां देखिए ये पार्थो घोष जल रहे हैं। पार्थो घोष जो कभी कहा करते थे लाइट कैमरा एक्शन और जयती शेराफ नाना पाटेकर श्रीदेवी मिथुन चक्रवर्ती दर्जनों कलाकार इनके लाइट कैमरा एक्शन पर लोग अपना-अपना नौटंकी शुरू करते होंगे। बाहरे समाज सेवक बाहरे राइटर एसोसियन बाहर रे फिल्मी दुनिया माधुरी दीक्षित की फिल्म 100 डेज मनीषा कोयराला की अग्नि साक्षी मिथुन चक्रवर्ती और आयशा जुलका की दलाल रवीना टंडन और नाना पाटेकर की गुलाम ए मुस्तफा यह लिस्ट बहुत लंबी है। इन फिल्मों में काम करने वाला एक भी एक्टर इसे बनाने वाले,
डायरेक्टर के अंतिम संस्कार में झांकने तक नहीं आया। बॉलीवुड यूं ही बदनाम नहीं है। यहां रिश्ते कितने खोखले होते हैं, इसकी एक मिसाल डायरेक्टर पार्थो घोष के निधन पर मिली है। उनके अंतिम संस्कार में एक शख्स भी नहीं पहुंचा। आप इस पर विश्वास नहीं करेंगे। पार्थो घोष का सोमवार 9 जून को निधन हो गया था। पार्थो उन डायरेक्टर्स में से एक थे जिनकी फिल्में उस दौर में कंटेंट बेस्ड होती थी। 100 डेज अग्निसाक्षी जैसी फिल्मों के बाद हर एक्टर पार्थो के साथ काम करना चाहता था। पार्थो के काम करने का अपना अलग तरीका था। इसलिए,
हर कोई उनके साथ काम भी नहीं कर पाया। निधन के बाद पार्थो का अंतिम संस्कार मुंबई के एक श्मशान घाट में किया गया। लेकिन जितने भी लोगों को पार्थो ने अपनी फिल्मों से स्टार बनाया उनमें से एक भी शख्स उनके अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचा। श्मशान में अकेले उनकी चिता जलती रही। यकीन करना भी मुश्किल है कि जो शख्स पूरी जिंदगी स्टार्स के बीच रहा, उसकी मौत पर एक स्टार तक नहीं आया। पार्थो के अंतिम संस्कार में एक भी स्टार को ना देखकर लोगों का गुस्सा फट पड़ा है। के आरके ने इस पर ट्वीट करते हुए लिखा अगर पार्थ घोष जैसे कामयाब डायरेक्टर के अंतिम संस्कार,
में कोई नहीं आया तो मैं यह कैसे मान लूं कि मेरे अंतिम संस्कार में कोई आएगा और बॉलीवुड के हर इंसान को अपने आप से यह सवाल पूछना चाहिए। बॉलीवुड में जब तक आपकी चलती है तब तक की आपकी वैल्यू है। कि आर के अलावा कई और लोगों ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। फिलहाल आप क्या कहेंगे स्टार्स के इस रवैया पर? अपनी राय हमें कमेंट में दीजिए.