एक बहुत ही मिसली दिंग फोटो है मैं बहुत ही नॉटी बच्ची थी अभी भी मेरे यू नो पेरेंट्स हमेशा कहते हैं कि यूड नेवर फाइंड दीपिका एट ग्राउंड लेवल मैं हमेशा सोफाज पे टेबल्स पे चेयर पे चढ़ के कूदना अ आउटडोर स्पोर्ट्स अ मुझे हमेशा एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज में ज्यादा इंटरेस्ट था बट आई थिंक आई एम आल्सो वेरी फोर्चुनेगीएंट्स एक ऐसा एक माहौल था मेरे स्कूल में एंड जब भी टीचर्स डे का कुछ डांस के लिए प्रैक्टिस करना था या फैशन शो या स्पोर्ट्स डे आई यूज टू गेट वेरी एक्साइटेड अबाउट दोस थिंग्स यू नो आई थिंक द अदर थिंग इज मैं बहुत लकी हूं कि मेरे पेरेंट्स ने मेरे ऊपर ज्यादा प्रेशर नहीं डाला.
टू ब्रिंग गुड मार्क्स तो मैं पेरेंट्स को भी कहना चाहूंगी कि आप अपने बच्चों का जो पोटेंशियल है उसको ला इन समथिंग एल्स एट इल्स ओके क की बा ब एक्स्ट करिकुलर एक्टिविटी कितनी क्रिटिकल है हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी अपने एग्जाम रिस किताब में कहते हैं खेलोगे तो खेलोगे बिल्कुल तो यह खेल का जो है रोल आपकी पर्सनालिटी में भी कैसे आना शुरू हुआ आपने कब रिलाइज किया कि इट यू नो हेल्पिंग यू ब्लूम यू नो इन चीजों का जो इंपोर्टेंस है जब बच्चे होते हैं.
हम उसका इंपोर्टेंस नहीं करते अब जब मैं बड़ी हुई हूं आई थिंक अबाउट अच्छा मैं अपार्टमेंट में बड़ी हुई अच्छा मेरे बिल्डिंग में दोस्त थे सो यू डोंट रिलाइज एस अ चाइल्ड द इंपॉर्टेंस ऑफ हैविंग फ्रेंड्स या एक कम्युनिटी में ग्रो अप होना या सो इट आल्सो अलाउड मी टू जस्ट फोकस ऑन अदर थिंग्स एज वेल टेक माय माइंड ऑफ कभी कभी हम बहुत स्ट्रेस हो जाते हैं जैसे मैं मैथ्स में बिल्कुल वीक थी और आज भी हूं.
तो बिफोर द मैथ एग्जाम आई वुड गेट वेरी स्ट्रेस्ड तो कुछ उस चीज से एक छोटा सा ब्रेक लेना माइंड को रिलैक्स करना एंड देन अड्रेस इट अगेन सम टाइम्स यू जस्ट हैव अ फ्रेश टेक ऑन व्हाट एवर यू आर स्टडिंग राइट सो आई थिंक ये सवाल यह है कि स्ट्रेस फील करना बहुत ही नेचुरल चीज है इट्स अ पार्ट ऑफ लाइफ हाउ वी हैंडल द स्ट्रेस आई थिंक इज इज द इंपोर्टेंट थिंग आज इस प्लेटफॉर्म पे मैं यह भी कहना चाहूंगी कि पेशेंस रखना बहुत जरूरी है.
रिलेटेड टू योर एग्जाम्स एग्जाम के रिजल्ट्स हो या एग्जाम की जो प्रिपरेशन है कभी मैं एक चैप्टर खोलती हूं तो मैं बहुत फ्रस्ट्रेट होती थी कि एक बार पढ़ के मुझे समझ में क्यों नहीं आ रहा यह चीज ये हमारे साथ भी होता है ना एंड देन आई रिलाइज काश मैं 10 दिन पहले स्टार्ट करती काश मैं उसी चैप्टर को दो और बार पढ़ती तो मे बी आई वुड हैव बीन स्लाइटली बेटर प्रिपेयर्ड फॉर दैट चैप्टर और फिर तब बुरा लगता है.
जब मैं एग्जाम में जाके उसी चैप्टर पे एक सवाल आता है एंड आई एम लाइक अरे यार काश मैं और थोड़ा प्रिपेयर करती एंड नॉट लास्ट मिनट काश मैं थोड़ा पहले से प्रिपेयर करती बट एट द सेम टाइम पेशेंस इज इज एन एक्सट्रीमली इंपोर्टेंट वर्च्यू आई थिंक यू कैन ओनली डू व्हाट इज इन योर कंट्रोल हम प्रिपेयर कर सकते हैं वी कैन स्लीप वेल वी कैन हाइड्रेट वेल हम एक्सरसाइज करेंगे हम मेडिटेशन करेंगे तो अब दीपिका बात करते हैं उस मोमेंट की जब आपको यह रिलाइज हुआ कि शायद मुझे डिप्रेशन स्कूल के बाद स्पोर्ट्स स्पोर्ट्स के बाद मॉडलिंग मॉडलिंग के बाद एक्टिंग और मैं काम करती गई करती गई करती गई करती गई.
और एक दिन ऐसे आया 2014 में जी जब एक दिन मैं बेहोश हो गई और कुछ दिनों के बाद रियलाइफ हुआ था एक डिप्रेशन एक ऐसी चीज है जो हम देख नहीं सकते एक बहुत ही इनविजिबल चीज है हो सकता है अभी कि हमारे बीच कुछ लोग हैं जो एंजाइटी फील कर रहे हैं या डिप्रेशन फील कर रहे हैं और हमको पता भी नहीं चलेगा बिकॉज ऊपर से मैं स्माइल कर रही हूं मैं सबके साथ हाय हेलो बोल रही हूं और ये आपने किसी से शेयर किया बहुत टाइम के लिए मैंने किसी के साथ शेयर नहीं किया क्योंकि मैं अकेली रहती थी तब बम्बे में और फिर मेरी मम्मी आई थी बम्बे मुझे मिलने और कुछ हफ्ते वह मेरे साथ रह रही थी.
और जिस दिन वह लोग जा रहे थे वापस बेंगलोर तो मैं रोने लगी तो उन्होंने कहा क्या हुआ किसी ने कुछ कहा कुछ काम पे कुछ हुआ एंड आई सेड नहीं आ आई डोंट नो व्हाट दिस इज आ आई एम जस्ट फीलिंग कंप्लीट हेल्पलेस एंड होपलेस एंड मुझे जीना ही नहीं है अब तो आई वाज वेरी लकी इन दैट मोमेंट दैट माय मदर रियलाइक्स को फोन करते हैं हमारे देश में में बहुत स्टिग्मा होता था मेंटल इलनेस को लेकर मुझे कैसे हो सकता है कि मुझे कैसे हो सकता है या अगर मुझे हुआ भी है तो हम किसी को बताएंगे नहीं जैसे ही मैं बात करने लगी इस इलनेस के बारे में आई स्टार्टेड फीलिंग सो फ्री सो लाइट और वहां से मेरा जर्नी शुरू हुआ मेंटल हेल्थ अवेयरनेस को लेके डिप्रेशन एंजाइटी स्ट्रेस कभी भी किसी को भी हो सकता है.
जैसे श्री नरेंद्र मोदी जी ने उनके किताब एग्जाम वरियर्स में भी लिखा है एक्सप्रेस नेवर सुप्रेस हा इट रियली टेक्स ऑफ अ लॉट ऑफ वेट ऑफ योर शोल्डर्स एंड व्हेन यू आर प्रिपेयरिंग फॉर एग्जाम्स इन पर्टिकुलर यू स्टार्ट फीलिंग बेटर यू फील लाइक अच्छा अब मैं एग्जाम पे मैं फोकस कर सकती हूं क्योंकि मेरा जो इशू है मैं उसके बारे में मैंने बात किया है एंड यू आर एबल टू जस्ट फोकस एंड लिव अ हेल्दीर बेटर लाइफ तो देखो कितनी कमाल की सुपर पावर बता दी द पावर टू एक्सप्रेस और उसका न नतीजा क्या हुआ एक ऐसी फाउंडेशन शुरू हो गई जिसके 10 साल हो गए हैं और इनफैक्ट वी हैव अ वेरी स्पेशल वीडियो दीपिका हम चाहते हैं वो वीडियो हम प्ले करें ओके सेलिब्रेटिंग 10 इयर्स ऑफ योर फाउंडेशन द रीजन वई आई चोज टू स्पीक अप आई थिंक इज बिकॉज इफ इन डूइंग सो इफ आई कैन इंपैक्ट इवन वन लाइफ और सेव दैट वन पर्सन फ्रॉम टेकिंग देयर लाइफ बिकॉज दे सो डाउन एंड आउट आई थिंक वीव अचीव व्हाट वी वांटेड टू आप दीपिका से सवाल पूछ सकते हो रेडी यस सर पहला क्वेश्चन कौन पूछेगा ओके आप पूछो मेरा प्रश्न यह है.
कि परीक्षा के लिए परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए हमारे अभिभावक हमारे अध्यापक हम पर बहुत दबाव डालते हैं तो कृपया आप बताएं कि हम इन दबावों का सामना कैसे कर सकते हैं आई थिंक फोकस ऑन द थिंग्स ट यू कैन कंट्रोल जैसे एम आई प्रिपेयर्ड र नॉट व मेरे कंट्रोल में है फीलिंग स्ट्रेस्ड द नाइट बिफोर टॉक टू योर पेरेंट्स अबाउट इट या अपने टीचर से बात करो आइडेंटिफिकेशन एंड एक्सप्रेसिंग इट विथ सम हु यू ट्रस्ट ट कुड बी वन ऑफ द वेज ऑफ डीलिंग विथ स्ट्रेस क्या मैं मेडिटेशन या थोड़ा सा एक्सरसाइज कर रही हूं वो मेरे कंट्रोल में है अगला सवाल किसका है माय क्वेश्चन टू यू इज दैट व्ट आर योर मंत्रास ऑफ सक्सेस च आई कैन फॉलो आई थिंक कपल ऑफ थिंग्स वन इ क्लेरिटी कि मुझे क्या करना है.