70 के दशक में हिंदी सिनेमा में सलीम जावेद की तूती बोलती थी यह दोनों फिल्मों के स्क्रिप्ट राइटर होते थे और बड़े बड़े स्टार्स जो है इनकी चापलूसी किया करते थे ताकि इनकी अगली फिल्म में काम करने का मौका मिले कई बार तो सलीम जावेद यह भी दावा करते हैं कि अगर उन्होंने बॉलीवुड को एंग्री यंग मैन अमिताभ बच्चन दिया उन्होंने अमिताभ बच्चन का करियर संवारा हालांकि कभी भी अमिताभ बच्चन ने इसका जवाब नहीं दिया लेकिन बाद के दिनों में सलीम जावेद और अमिताभ बच्चन के रिश्ते भी खराब हुए लेकिन बॉलीवुड का एक एक्टर था जिसने इस जोड़ी को सबक सिखाया जी हां सलीम जावेद के बारे में कहा जाता है कि इनकी जोड़ी ऐसी थी कि यह दोनों मिलकर जो है बॉलीवुड के बड़े-बड़े सितारों को धमकाते थे ऐसे में गब्बर ने इन दोनों को सबक सिखाया था जी हां कहा जाता है कि गब्बर का रोल अमजद खान को सलीम जावेद ने ही दिलवाया था.
फिल्म शोले की जब शूटिंग शुरू हो रही थी तो उस समय गब्बर के किरदार के लिए लोगों को ढूंढा जा रहा था पहले तो डैनी के लिए बात हुई लेकिन डैनी ने उसी दौरान धर्मात्मा नाम की फिल्म साइन कर ली और फिल्म की शूटिंग के लिए वह अफगानिस्तान चले गए थे ऐसे में डैनी गब्बर नहीं बन पाए फिर इसके बाद प्रेमनाथ को मनाया गया लेकिन प्रेमनाथ जो किरदार था उसके हिसाब से उनकी उम्र ज्यादा थी और उन सलीम जावेद को लगा कि प्रेमनाथ इस किरदार के लिए सही नहीं रहेंगे जावेद अख्तर ने एक प्ले में अमजद खान को काम करते हुए देखा था और इनकी एक्टिंग से वो प्रभावित हुए थे ऐसे में जावेद अख्तर ने उनसे से बात की उनको बुलाया गया और अमजद खान ने बढ़िया एक्टिंग भी की उन्होंने अपना लुक भी खुद डिसाइड किया अपने दांत तक काले किए दाढ़ी भी बरा की तो पहली ही नजर में रमेश चिप्पी जो कि फिल्म के डायरेक्टर थे.
उनको अमजद खान का किरदार लगता कि ये बिल्कुल सही तरीके से गब्बर कर सकते हैं शोले फिल्म में बड़े-बड़े सितारों की फौज थी धर्मेंद्र थे संजीव कुमार हेमा मालिनी अमिताभ बच्चन जया बच्चन तो ऐसे में वो इन सभी कलाकारों के सामने एक्टिंग करने में कई बार घबरा जाते थे उसी दौरान अमजद खान के परिवार में भी कुछ परेशानियां चल रही थी उनके पिता जयंत यानी जकारिया खान कैंसर से पीड़ित थे दूसरी तरफ उनके बेटे शादाब का भी जन्म हो गया था तो अपने परिवार को समय नहीं दे पा रहे थे तो परिवार की उलझनों में व फंसे हुए थे दूसरी तरफ उनको अपने करियर में इतना बड़ा रोल मिला था और वह भी इतने बड़े-बड़े सितारों के बीच काम करना था हर समय उन पर सेट पर नजर रखी जा रही थी कि वोह किस तरह से डायलॉग बोल रहे हैं कैसे काम कर रहे हैं तो कई बार अमजद खान घबरा जाते थे और वह ठीक से गब्बर के रोल के लिए परफॉर्मेंस नहीं दे पा रहे थे ऐसे में फिल्म के निर्देशक रमेश शिप्पी ने उन्हें कहा कि आप एक ब्रेक ले लीजिए लेकिन जो फिल्म की राइटर जोड़ी थी सलीम जावेद की जोड़ी जो कि उस दौरान बॉलीवुड में अपने आप को बहुत बड़ा शख्सियत मानती थी बड़े-बड़े सितारों को यह जोड़ी धमका थी बड़े-बड़े सितारों से यह कहती थी.
कि हमने आपका करियर बनाया यह रमेश सिप्पी के पास गए और इन्होंने कहा कि अगर अमजद खान परफॉर्म नहीं कर पा रहे तो आप इनको फिल्म से निका डल दीजिए किसी और को कास्ट कर लीजिए बाद के दिनों में अमजद खान को जब यह बात पता चली कि सलीम जावेद ने उनको फिल्म शोले से निकालने की साजिश रची तो ऐसे में उनसे नाराज हो गए और फिर दोबारा कोई भी ऐसी फिल्म नहीं की जिसको सलीम जावेद की जोड़ी ने लिखी थी आपको बता दें अमिताभ बच्चन भी सलीम जावेद की जोड़ी से बाद के दिनों में कहते हैं नाराज हो गए थे हुआ यूं था कि मिस्टर इंडिया फिल्म में सलीम जावेद की जोड़ी चाहती थी कि अमिताभ बच्चन काम करें लेकिन अमिताभ बच्चन ने कहा था कि इस फिल्म में मैं दिखाई नहीं दूंगा मेरी सिर्फ आवाज सुनाई देगी तो ऐसे में मैं यह फिल्म नहीं करूंगा कहा जाता है कि इसी वजह से सलीम जावेद के साथ उनके रिश्ते खराब हो गए इसके बाद सलीम जावेद की जोड़ी ने हर जगह यह कहना शुरू कर दिया कि उन्होंने ही अमिताभ बच्चन को इतना बड़ा स्टार बनाया और वही उन्हें आप भाव दे रहे हैं आपको यह बता दें कि अमजद खान और अमिताभ बच्चन के भी बहुत अच्छे रिश्ते थे.
इन दोनों ने बहुत सारी फिल्मों में काम किया कभी फिल्म में यह बाप बेटे के रोल में दिखे तो कभी दोस्त के रोल में तो कभी डाकू और पुलिस के रोल में लेकिन अम अमजद खान और अमिताभ बच्चन की दोस्ती बहुत लंबे समय तक बनी रही एक बार की यह बात है कि अमजद खान हमेशा अमिताभ बच्चन के घर जाया करते थे और अभिषेक बच्चन ने उनको अपने घर आते हुए देख लिया था घर की बालकनी से जैसे ही वो उनके घर की तरफ जा रहे थे वो दौड़ते हुए अपने घर में गए और अपने पापा को कहने लगे पापा छुप जाओ गब्बर आ रहा है जब अमजद खान आए तब अमिताभ बच्चन उनको वाकया सुनाया और यह सुनकर व बहुत हंसे थे खुद अभिषेक बच्चन ने यह कहानी एक इंटरव्यू में बताई थी थी कि किस तरह से वह अपने पापा को गब्बर से बचाना चाहते थे कैसे उन्हें लगता था कि गब्बर जो जो डाकू है यह सचमुच का डाकू है.
वाकई में अ गब्बर सिंह का किरदार अमजद खान ने इतने बेहतरीन तरीके से किया था कि जिन बच्चों ने भी यह फिल्म देखी वो गब्बर से बहुत डर गए थे रियली फिल्म में जो डायलॉग था कि दूर-दूर तक जब कोई बच्चा नहीं सोता है तो उसकी मां यह कहती है सो जा नहीं तो गब्बर आ जाएगा तो गब्बर का किरदार उन्होंने निभाया इस कदर से था कि फिल्म को देखने वाले जो बच्चे थे वो भी उनसे डरने लगे थे और उसमें से एक अभिषेक बच्चन भी थे बाद के दिनों में अमजद खान को उस तरह के रोल नहीं मिले जैसा उन्होंने गब्बर का किरदार किया था और गब्बर कह सकते हैं ये एक ऐसा कैरेक्टर है कि इस कैरेक्टर की तुलना वाकई में बॉलीवुड में दूसरे कैरेक्टर से नहीं हो सकती और इस तरह का रोल उनको फिर दोबारा नहीं मिला धीरे-धीरे उनका वजन बढ़ने लगा और 48 साल की उम्र में अमजद खान का निधन हो गया था साल 2012 में वो चल बसे उस समय उनकी उम्र सिर्फ 48 साल की थी और एक बहुत ही उम्दा कलाकार फिल्म इंडस्ट्री ने खो दिया था.