आगे बढ़ते हुए फिलहाल बात अब उस चमत्कार की जो दोबारा हुआ है। अहमदाबाद में हादसे के बाद की यह तस्वीर दुनिया भर में वायरल है। इस अफसोसनाक दुर्घटना में विमान पर सवार 241 लोग मारे गए सिवाय इन इकलौते शख्स को छोड़कर जिनका नाम विश्वास कुमार रमेश है,
इस भयावह त्रासदी में रमेश कैसे बच गए? यह विश्वास से परे है लेकिन 100% सच है। कुछ ऐसा ही चमत्कार 11 दिसंबर 1998 को भी हुआ था जब थाईलैंड के एक्टर और सिंगर रुआंगसाक लोचसाक ने भी रमेश की ही तरह मौत को मात दी थी। तब थाई एयरवेज के फ्लाइट टीजी261 ने दक्षिण थाईलैंड में लैंडिंग के दौरान एक दलदल में क्रैश लैंडिंग की थी,
इस हादसे में विमान पर सवार 146 लोगों में से 101 की मौत हो गई थी। हादसे के वक्त रूंगसाक विमान की सीट पर नंबर 11 ए पर ही बैठे थे। यह सीट इमरजेंसी एग्जिट के पास होती है। संयोग वर्ष 12 जून 2025 को अहमदाबाद हादसे के वक्त एयर इंडिया की फ्लाइट में रमेश भी सीट नंबर 11 ए पर ही बैठे थे,
यह सीट उनके लिए जीवनदान साबित हुई। ठीक वैसे ही जैसे 27 साल पहले थाईलैंड के रूंगसाक के लिए ठीक यही सीट लकी साबित हुई थी। इस पर रंग साक ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है जिसमें वो कहते हैं यह जानकर मेरे रोंगटे खड़े हो गए कि भारत में भी उसी सीट पर बैठा व्यक्ति बच गया जिस पर मैं 27 साल पहले बैठा था,
रुआंगसाक ने अपने पुराने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि विमान हादसे के बाद वह मानसिक रूप से बहुत टूट गए थे और करीब 10 सालों तक हवाई यात्रा से दूरी बनाए रखी। उन्होंने कहा कि जब भारत में हुए हादसे के बारे में जानकारी लगी तो उनकी पुरानी यादें फिर से ताजा हो गई जो आज भी उन्हें झोर देती हैं। एबीपी गंगा खबर आपकी जुबान आपकी.