मुन्ना भाई एमबीबीएस, टेंगो चार्ली और तारक मेहता का एक्टर लापता हो गया। पुलिस ने एक-एक जगह छान मार ली लेकिन एक्टर का कोई पता नहीं चला। आप इस एक्टर का नाम भले ना जानते हो, लेकिन आपने इसकी शक्ल जरूर पहचान ली होगी। कई बड़ी फिल्मों और टीवी शोज़ में नजर आ चुके एक्टर विशाल ठक्कर साल 2003 में रिलीज हुई मुन्ना भाई एमबीबीएस से मशहूर हुए थे,
फिल्म में उन्होंने एक ऐसे लड़के का रोल निभाया था जो अपनी गर्लफ्रेंड के जाने का दुख झेल नहीं पाता और आत्महत्या करने की कोशिश करता है। फिर मुन्ना भाई यानी कि संजय दत्त की जादू की झप्पी और मोटिवेशनल स्पीच से उसके अंदर दोबारा जीने की आस जगती है। इस फिल्म से पॉपुलर हुए विशाल ठक्कर अब गुमशुदा हैं। विशाल अपने घर से फिल्म देखने के लिए निकले और फिर वापस नहीं लौटे,
विशाल की मां दरवाजे की ओर टकटकी बांध देखते रहती हैं और उनका इंतजार करती रहती हैं। उनके मन में हमेशा चलता रहता है कि शायद आज उनका बेटा वापस लौट आए। शायद एक बार वह अपने बच्चे को देख पाएं। विशाल अपनी मां से ₹500 लेकर मूवी देखने गए थे। वो मां को भी साथ चलने को कहते रहे लेकिन मां ने मना कर दिया,
जिसके बाद वह अपने दोस्तों और गर्लफ्रेंड के साथ मूवी देखने गए और फिर कभी घर नहीं लौटे। रिपोर्ट्स के मुताबिक 1 जनवरी 2016 की रात को विशाल ने अपने फैंस को नए साल की बधाई दी और करीब 1:00 बजे अपने पिता को मैसेज किया कि वह पार्टी में जा रहे हैं। सुबह घर आएंगे। माता-पिता ने राहत की सांस ली कि बेटा आ जाएगा लेकिन सुबह से रात बीत गई और वह घर नहीं लौटे,
5 दिन तक जब बेटा घर नहीं लौटा तो पेरेंट्स ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। लापता होने से 3 महीने पहले ही विशाल ठक्कर पर उनकी गर्लफ्रेंड ने यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया था। जिसने उन्हें झकझोर कर रख दिया था। हालांकि बाद में गर्लफ्रेंड ने अपना केस वापस ले लिया और दोनों फिर से साथ आ गए थे। लेकिन उस केस के बाद विशाल की जिंदगी बदल गई थी। वो उदास और डिप्रेस रहने लगे थे,
उनके लापता होने को लेकर पुलिस का कहना था कि विशाल को आखिरी बार उनकी गर्लफ्रेंड ने 1 जनवरी को सुबह 11:45 पर घोड़बंदर रोड पर देखा था। जब वो शूटिंग के लिए अंधेरी जाने के लिए ऑटो रिक्शा में बैठे। उसके बाद से उनका फोन बंद हो गया। ना कोई फिरौती का फोन आया ना ही अस्पताल से। हैरानी की बात यह थी कि उनके बैंक अकाउंट में भी कोई एक्टिविटी नहीं दिखी,
कुछ लोगों का अनुमान था कि उनकी हत्या कर दी गई है। कुछ लोगों ने कहा कि उन्होंने डिप्रेशन के चलते आत्महत्या कर ली होगी। हालांकि अब 9 साल बीत चुके हैं, लेकिन विशाल ठक्कर का कोई पता नहीं चला है। आज भी उनकी मां रोज गेट पर बैठकर बेटे के लौटने का इंतजार करती हैं.