वीर सावरकर फिल्म को देखकर जनता ने दिया ऐसा रिएक्शन कि आपके होश उड़ जाएंगे…

माइंड ब्लोइंग मस्त रियलिटी अच्छा था सब अच्छा था मतलब एक्टिंग तो अलग ही लेवल की थी प्लस रियलिटी जो बोलते है ना टेक्स टेक्स्ट बुक से नहीं थी वो दिख गई आज र ब् लाइक डायरेक्टर भी है इस मूवी के तो उनका प्रोड्यूसर डायरेक्टर एक्टर बेस्ट रेटिंग मेरे तरफ से 100 है अच्छी लगी बेहतरीन थी और ड्ड का काम आपको कैसा लगा लाइक वो डायरेक्टर भी है उन्होंने एक्टिंग भी की है बहुत ही सही वो जेनुइनली जैसा कैरेक्टर होता है उनकी फ्लैश में ही घुस जाते हैं इससे पहले हमने इनकी बा सरबजीत और यह भी देखिए तो ही लिटरली फॉल्स इन टू द कैरेक्टर जैसे अभी वीर.

सावरकर का जिस तरह से सोशल मीडिया प लोग कहते हैं माफ सावर कर है या फिर जो प्रोपेगेंडा फैलाते हैं तो आप क्या कर मूवी देखने के बाद आपको क्या लग रहा है यही है कि इसमें भी जो दिखाया गया है वो उनके पीओवी से अपने को पता चल रहा है रियल में क्या हुआ वो तो कोई नहीं जानता लेकिन यह स्टोरी कभी बाहर ही नहीं आई और फैक्ट से बाहर इतना दूर तो नहीं होगा तो ये कुछ हुआ है वो कभी सुना नहीं दिया किसी को वो स्टरी के थ्रू आ रहा है बाहर तो अब जो हिस्ट्री में जहां प मतलब गांधी जी और नेहरू जी एस अ फ्रीडम फाइटर लोग देखते हैं तो वही शायद से सावरकर जी को.

भी आप इतनी रिस्पेक्ट मिलेगी आपको लगता है अगर यह मूवी लोगों तक पहुंचे तो बहुत अच्छी बात है पर कभी-कभी ये होता है कि एक बड़ा सा इन्फ्लुएंस इतना आ जाता है कि छोटी बात पहुंच ही नहीं पाती बाहर पर ये मूवी के थ्रू ये लाने का एक एफर्ट क्या है वो बहुत बड़ी बात है कितना स्टार देना चाहिए ्र एंड हाफ स्टार्स थैंक यवी मूवी तो बहुत अच्छी है बट ये सिफ मूवी तो नहीं है ना ये उनका जो पॉइंट ऑफ व्यू था वो है और उनको जो एंड तक उन्होंने जो स्टार्ट से लेकर एंड तक जो पॉइंट ऑफ व्यू रखा उसी के लिए लोगों को सिर्फ मूवी के लिए नहीं रखना चाहिए इस चीज को आगे तो उस सोच को तो लेके जाना चाहिए ना फ तो उन्होने डायरेक्शन भी किया है और काम भी क्या है तो उनका काम कैसा लगा आपको हंदी पड़ा है वो आखिर काम रहता ही है वैसा उनका उनके नाम जैसा बहुत अच्छा था काम और जैसे कि लाइक.

अभी हमारे हिस्ट्री टेक्स्ट बुक्स में जैसे गांधी जी और नहरु जी को लेकर एक पॉइंट ऑफ व्यू दिया तो इस मूवी से आपको क्या लगता है कोई पॉइंट ऑफ व्यू चेंज होगा मूवी देखते सब लोग का पॉइंट ऑफ व्यू क्लियर हो जाएगा उनका पॉइंट ऑफ व्यू क्या था उस टाइम पे अभी क्या है बहुत बहुत क्लेरिटी आ जाएगी चीजों में अ कितना स्टार देना चाहेंगे को 10 स्टार फाइव में से 10 स्टार ओके थैंक यू आप मूवी देखकर आए हो स्वतंत्र वर सावरकर कैसी लगी आपको स्वतंत्र वर सावरकर बहुत अच्छी लगी मुझे पिक्चर्स और एक जर्नी रहा है इसमें छोटा सा कैरेक्टर्स मैंने भी किया था तो एक जर्नी था इसमें और मैंने स्पेशली मतलब उनके साथ वक्त बिताया रणदीप सर के साथ थोड़ा सा वक्त बिताया निकल बिताया तो कहीं ना.

कहीं एक स्ट्रगल भी देखा उनका चीजें भी देखा तो मतलब अपने स्टोरी को इसको स्टोरी नहीं कह सकते हम लोग हिस्ट्री है यह हमारे इंडिया की जिसे सभी को देख देखना चाहिए और अपनी चीजों को जानना चाहिए तो जैसे कि जो मूवी से पहले जो पॉइंट ऑफ व्यू था बाकी नेहरू जी को जो सावरकर जी को लेके मूवी के बाद एटली अगर मैं बात करूं कि सावरकर के बारे में कोई जानता भी नहीं मतलब उतने डीप नहीं जानते इसलिए मैंने कहा कि इस पिक्चर्स को आकर देखना चाहिए हमारे युवक को कि एगजैक्टली हमारे पीछे क्या-क्या चीजें चलता है और उसको हम कैसे देख सकते हैं.

पिक्चर के जरिए देख सकते हैं तो सलूट है रणदीप सर को फाइटर लाइक वो रिस्पेक्ट होनी चाहिए बिल्कुल बिल्कुल सब मतलब बिकॉज क्योंकि उस टाइम पे वो भी उतना ही योगदान कि था ना हर वक्त में कोई ना कोई योगदान देता है उस टाइम प उन्होंने भी इतना योगदान दिया है एगजैक्टली उनका भी उतना ही क्रेडिट बनता है भी एक्टिंग कर चुके हैं सर ने एक्टिंग तो की है जी डायरेक्शन भी किया है तो के बारे में क्या डायरेक्शंस में रणदीप सर ने बहुत अच्छा किया था और एक्टिंग तो उनका जबरदस्त रहता है अपने वेट को इतना ज्यादा लूज किया था हमेशा.

कभी ना कभी चर्चित में रहते हैं बट एगजैक्टली ये पिक्चर्स बहुत अच्छी हैं बहुत अच्छी है और मतलब जितनी एक्सपेक्टशंस रखी थी मैंने उससे बहुत ही अच्छी है तो एक्चुअली इंटरवल के बाद आपको और ज्यादा अच्छी लगेगी बहुत अच्छी है आपको इंटरवल तक थोड़ा पकड़े रहेगा पर इंटरवल के बाद बहुत अच्छा कनेक्ट करता है वो मतलब सबका मतलब मुझे अच्छा लगा मऊगा बाकी डायरेक्शन अा है सबके परफॉमेंस बहुत अच्छे हैं ओवरऑल इट्स अ मस्ट वच.

Leave a Comment