ज़ुबीन गर्ग के अंतिम संस्कार में लाखों की भीड़ जुटी गुवाहाटी में..
मेरे दो-चार ख्वाब हैं जिन्हें मैं आसमान से दूर चाहता हूं। जिंदगी चाहे गुमनाम रहे लेकिन मौत मशहूर चाहता हूं। इतना सैलाब इतना हुजूम आपने किसी की मौत पर कब देखा था। आगे-आगे अर्थी चल रही हो, गाने बज रहे हो और पीछे लाखों की भीड़ का सैलाव चलता चला आ रहा हो, दिमाग पर जोर डालेंगे तब भी याद नहीं आएगा … Read more