सोफिया कुरैशी की सैलरी कितनी है ऑपरेशन सिंदूर की शेरनी की कहानी कितनी है धन संपत्ति सेना से कब जुड़ी सोफिया कर्नल सोफिया कुरैशी एक ऐसा नाम जो हर भारतीय की जुबान पर आज चढ़ चुका है ऑपरेशन सिंदूर के बाद सोफिया कुरैशी चर्चा में है जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सटीक और साहसी हवाई हमले किए इस ऐतिहासिक पल में जब देश की आंखें सेना पर टिकी थी.
तब कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर वमिका सिंह ने मिलकर भारतीय सेना की तरफ से मीडिया को ऑपरेशन की जानकारी दी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब देश ने दो महिला अफसरों को मोर्चे पर देखा तो पूरा भारत गर्व से भर गया वो सिर्फ सेना की आवाज नहीं थी वो भारत की शक्ति साहस और आत्मविश्वास का प्रतीक बन गई कर्नल सोफिया का सफर भी उतना ही प्रेरणादायक है जितना उनका मौजूदा रोल 1981 में गुजरात के वडोदरा में जन्मी सोफिया ने बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया और फिर 1999 में ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से सैन्य प्रशिक्षण लिया वही साल था.
जब उन्होंने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में अपनी सेवा की शुरुआत की उन्होंने ना सिर्फ देश की सीमाओं की रक्षा की बल्कि उत्तर पूर्व भारत में आई बाढ़ के दौरान राहत कार्यों में अहम भूमिका निभाई अब बात करें उस पहलू का जो अधिकतर लोग जानना चाहते हैं उनकी सैलरी और भत्तों की कर्नल सोफिया कुरैशी की बेसिक पेस्केल ₹121200 से शुरू होकर ₹21400 तक जाती है लेकिन यह तो सिर्फ शुरुआत है.
उन्हें हर महीने ₹15,500 मिलिट्री सर्विस पे के तौर पर मिलते हैं यह वह राशि है जो ब्रिगेडियर रैंक के नीचे सभी अधिकारियों को दी जाती है महंगाई के अनुसार उन्हें महंगाई भत्ता मिलता है अगर वे फील्ड एरिया में तैनात हैं तो उन्हें ₹10,500 से लेकर ₹25,000 तक फील्ड एरिया अलाउंस दिया जाता है इसके साथ ही उन्हें हाउस रेंट अलाउंस यानी कि एचआरए मिलता है जिससे उनके रहने की सुविधा सुनिश्चित होती है ट्रांसपोर्ट अलाउंस के तौर पर ₹3600 से लेकर ₹7200 तक दिए जाते हैं.
यह उनकी पोस्टिंग लोकेशन पर निर्भर करता है अगर कोई स्पेशल फोर्स यूनिट में कार्यरत है तो उसे ₹25,000 तक अतिरिक्त भत्ता दिया जाता है और हर साल उन्हें यूनिफार्म अलाउंस के रूप में ₹2000 मिलते हैं लेकिन इस पूरी कमाई से कहीं बढ़कर है उनका योगदान उनका समर्पण देश की सुरक्षा में डटी एक महिला अधिकारी जो हर चुनौती का सामना पूरे आत्मबल से करती है कर्नल सोफिया कुरैशी सिर्फ एक सैनिक नहीं वो प्रेरणा है मिसाल है भारत की तस्वीर है जहां नारी शक्ति हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाती आ रही हैं.