अब अमिताभ बच्चन को फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए करीब 50 साल से ज्यादा समय हो गया और 50 साल से ज्यादा शानदार फिल्मी सफर के दौरान है सदी के महानायक कहलाए जाने वाले अमिताभ बच्चन ने खूब लोकप्रियता भी बटोरी है लेकिन उस समय समय पर वह सुर्खियों में भी छाए अमिताभ बच्चन वह शख्स है जो हमेशा से अपनी पर्सनल वह प्रोफेशनल लाइफ को लेकर सुर्खियों की वजह बने ही रहते हैं अमिताभ बच्चन जितने बड़े सुपरस्टार है उतनी उनके बड़े कारनामे भी हैं और हां उतने ही बड़े उनके विवाद भी हैं अमिताभ बच्चन और विवाद का एक लंबा पुराना रिश्ता रहा है एक तरफ जहां अमिताभ बच्चन बल्कि फिल्म इंडस्ट्री के महानायक गहरा जाते हैं वहीं कई सारे उनकी जिंदगी जुड़े ऐसे भी विवाद हैं जिन विवादों के चलते वह बहुत ज्यादा बदनाम ही रहते हैं अब ऐसा नहीं कि अमिताभ बच्चन को स्टारडम इतनी जल्दी हासिल हो गया था जब वह नए-नए फिल्म इंडस्ट्री में आए थे तो उन्हें भी बहुत ज्यादा स्ट्रगल करना पड़ा लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी पकड़ बना रही है और एक ऐसा भी समय यह बच्चे अमिताभ बच्चन के नाम से फिल्में हिट हो जाए करती थी लेकिन यहां पर अमिताभ बच्चन का घमंड भी देखने को मिला पॉलिटिक्स में उतरने के बाद जब वह वापस फिल्म इंडस्ट्री में आए तो उस समय अमिताभ बच्चन का करीयर अपने चरम सीमा पर था.
उस समय अमिताब बच्चन को टक्कर देने वाला बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में कोई भी नेता नहीं था और उसी समय अमिताभ बच्चन को लेकर एक विवाद भरी बात हुई पता चला है कि अमिताभ बच्चन के सबसे ज्यादा करीबी कहलाए जाने वाले कादर खान से उनका विवाद हो गया सेट पर जवनका बच्चों कादर खान फिल्म की शूटिंग किया करते थे अमिताब बच्चन सक्सेस के नशे में चूर होकर कादर खान से खुद को सर जी कहलाते थे जो बाद कादर खान साहब को बहुत ज्यादा बुरी भी लग गई थी जिसका खुलासा उन्होंने कई बार इंटरव्यू में भी किया था लेकिन खैर समय सबका आता है अमिताभ बच्चन ने कभी भी नहीं सोचा था कि दूसरों से खुद को सब्जी बुलवाना कितना गलत होता है और अमिताभ बच्चन ने जल्दी सीख भी लिया जैसे कि आप सब जानते अमिताभ बच्चन अपने खुद का प्रोडक्शन हाउस खोला था जिस प्रोडक्शन हाउस का नाम था एबीसीएल चिंता बच्चन क्वेश्चन लिमिटेड जो पूरी तरीके से फ्लॉप साबित और अमिताभ बच्चन को बहुत ज्यादा नुकसान भी झेलना पड़ा नुकसान की भरपाई वर्क नहीं कर पाए और वह पाई-पाई को मोहताज हो गए हालात तो यूं आगे किरदार उनके घर के बाहर लंबी लाइन में खड़े रहते थे.
जिससे खफा होकर अमिताभ बच्चन की राह तो की नींद उड़ गई थी यह दौड़ता संधू 1000 के आसपास का जो अमिताभ बच्चन की उम्र मध्यवर्ग की हो गई थी उस अमिताभ बच्चन को फिल्में भी बन रही थी क्योंकि ना वह पिता का रोल कर सकते थे दारू किसी बेटे का रोल और ना ही किसी लीड हीरो का रोल ऐसे अमिताभ बच्चन की दिन-प्रतिदिन मुश्किलें बढ़ती जा रही थी तब उन्होंने यश चोपड़ा से मदद मांगी हम तब और यह चोपड़ा के बीच में काफी गहरी दोस्ती थी लेकिन बावजूद इसके यह चोपड़ा के पास अमिताभ बच्चन के लिए कोई भी काम नहीं था लेकिन उस समय यश चोपड़ा एक बड़ी फिल्म का निर्माण कर रहे थे तो उन्होंने सोचा कि शायद अमिताभ बच्चन कोण इस फिल्म के जरिए मैं थोड़ी बहुत मदद कर दूं कि यश चोपड़ा अमिताभ बच्चन की बहुत ज्यादा इज्जत करते थे और उनका बच्चन भी यह समझ चुके थे कि अगर मैं यह चोपड़ा से मदद भागा तो मुझे खाली हाथ नहीं भेजेंगे और ऐसा हुआ भी शो पड़ा एक बड़ी फिल्म का निर्माण कर रहे थे हम बात करनी है मोहब्बतें कि जिस पर मैं पहले से ही शाहरुख और ऐश्वर्या राय को कास्ट कर लिया गया था.
फ्रंट की कटिंग लगभग खत्म हो गई थी लेकिन ऐन वक्त पर अमिताभ बच्चन की फिल्म एंट्री हुई बताया तो यह गया कि बोमन इरानी की जगह अमिताभ बच्चन को इस फिल्म में लिया गया कि बोमन ईरानी इस फिल्म में प्रिंसिपल का किरदार निभाने वाले थे लेकिन बाद में जब अमिताभ बच्चन आगे तो फिल्म की स्क्रिप्ट के हिसाब से कई सारे बदलाव भी किए गए क्योंकि शाहरुख के हिसाब से अमिताब बच्चन को छोटा रोल नहीं दिया जा सकता था अब सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था लेकिन अमिताभ बच्चन के साथ एक वाक्य उपाय जिस वाक्य ने अमिताभ बच्चन को झकझोर कर रख दिया अमिताभ बच्चन जब कादर खान से खुद को सर्च बनवाते थे तूने यह पता था कि दूसरों से खुद को सर जी द्वारा कितना गलत होता है यह उन्होंने मौतें के फिल्म की शूटिंग सेट पर देख लिया अब जब फिल्म की शूटिंग चल रही थी तब ही शाहरुख खान उस दौर के सबसे बड़े सुपरस्टार थे और चारों तरफ खून ही चर्चाएं की जाती थी फिर कि जब शूटिंग होती थी तो फिर कास्ट क्रु मेंबर्स सिर्फ और सिर्फ शाहरुख की ही बातें किया करते थे जो बहुत धीरे अमिताभ बच्चन को चूमने लगी अमिताभ बच्चन भी अपने दौड़ के एक बड़े सुपरस्टार थे.
लेकिन यहां उन्होंने शाहरुख को सबसे बड़ा सुपरस्टार पाया अमिताभ बच्चन यह समझ चुके थे कि कभी भी अपना स्टारडम ऐसा नहीं दिखाना चाहिए लेकिन शाहरुख की वजह से अमिताब बच्चन को इस चीज का जरूर मिल गई कि दूसरों से खुद को सब्जी नहीं बनवाना चाहिए हालांकि अमिताभ बच्चन यह समझ चुके थे कि मेरा स्टारडम अब शाहरुख के पास चला गया है यह वही दौर था जब हम था बच्चों को भी लगने लगा था कि शाहरुख मेरे से बड़े सुपरस्टार बन चुके हैं खैर धीरे-धीरे समय बीता और फिल्म की शूटिंग खत्म हुई और फिर जैसे कि आप सब जानते हैं कि अपने समय की यह ब्लॉकबस्टर साबित नहीं आदित्य चोपड़ा के निर्देशन में बनी यह फिल्म उस दौर की ब्लॉकबस्टर साबित हुई और फिर मैं अमिताभ बच्चन के किरदार को भी लोगों ने बहुत ज्यादा पसंद किया शांति फिल्म में शाहरुख और ऐश्वर्या क्वेस्टी को भी लोगों ने बहुत ज्यादा इंजॉय किया और कुल मिलाकर यह फिल्म दर्शकों की उम्मीदों पर बिल्कुल खरी उतरी धीरे-धीरे अमिताभ बच्चन के करियर ने भी अपनी रफ़्तार पकड़ी और आने वाले समय में उन्होंने खुद को संभाला और बीएसएल की वजह से हुए नुकसान को उन्होंने आने वाले मैं पूरा भी कर लिया है.