किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कैसे बनीं ममता कुलकर्णी?..

इस्लाम के सबसे पवित्र ग्रंथ कुरान को चलाने वाले सलवान ममि का की हत्या कर दी गई है उसने यूरोपीय देश स्वीडन में मस्जिद के सामने कुरान को जलाया था एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक 38 साल का सलवान स्टॉकहोम में अपने अपार्टमेंट के अंदर सत्ता संघर्ष के बाद इराक से भाग गया था व नास्तिक बन गया था एफपी की रिपोर्ट के मुताबिक सलवान ममि ने 2017 में इराकी शहर मसूल के बाहरी इलाकों में अपना सशस्त्र समूह बनाया था.

हालांकि एक दूसरे ईसाई मलेशिया संगठन बेबी लोन के प्रमुख रियान अल कल्दा के साथ संघर्ष के बाद उसे 2018 में इराक छोड़ना पड़ा था फिर स्वीडन ने 2021 में सलवान को शरणार्थी का दर्जा दिया था सवान ने 28 जून 2023 को ईद के दिन स्टॉकहोम की सबसे बड़ी मस्जिद के सामने कुरान जलाई थी इस वजह से दुनिया भर में स्वीडन के खिलाफ प्रदर्शन हुए थे.

सलवान ने इसके बाद कई मस्जिदों के बाहर कुरान की कॉपियों को आग के हवाले किया उस पर कुरान को पैरों से कुचलने के भी आरोप लगे इसके बाद उस पर कई धाराओं में केस दर्ज किए गए सलवान भूमिका ने अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर स्वीडिश सरकार से कुरान जलाने की इजाजत देने की मांग की थी इसके बाद स्वीडन पुलिस ने 2023 में में एक दिन के लिए उन्हें इस्लाम के खिलाफ प्रदर्शन करने की मंजूरी दी ममि ने कहा था.

कि वह मुस्लिमों के खिलाफ नहीं है लेकिन वह उनके विचारों और मान्यताओं के खिलाफ है स्टॉकहोम की एक अदालत ने उसके खिलाफ 16 जनवरी को मुकदमा शुरू किया था स्टॉकहोम डिस्ट्रिक्ट कोर्ट इस केस में फैसला सुनाने वाली थी लेकिन उससे पहले ही सलवान की हत्या कर दी गई जिसकी वजह से कोर्ट ने सुनवाई को स्थगित कर दिया अब इस वजह से फैसले को 3 फरवरी तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है.

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