2611 मुंबई हमले में फंस चुके आलिया भट्ट के सौतेले भाई राहुल भट्ट का पहली बार दर्द फूट पड़ा है महेश भट्ट के बेटे राहुल भट्ट तब अचानक सुर्खियों में आ गए थे जब साल 2008 में हुए हमले के मास्टरमाइंड डेविड हेडली से उनकी दोस्ती हो गई थी इस मामले में राहुल को सात बार गिरफ्तार किया गया था इस घटना ने राहुल का पूरा करियर तबाह कर दिया अब सालों बाद एक इंटरव्यू में राहुल ने ऐसे सीक्रेट्स खोले हैं.
जिन्हें उन्होंने आज तक दुनिया के सामने नहीं बताया राहुल ने हिंदी रश को दिए इंटरव्यू में कहा मैं ही सबसे ज्यादा पीड़ित था मेरी पहचान को खत्म कर दिया गया मेरे चरित्र की हत्या कर दी गई किस बात पर बिना किसी कारण के मैंने कुछ नहीं किया और अगर मैंने किया होता तो मेरे पास अपना गुनाह कबूल करने और फांसी पर चढ़ने की हिम्मत होती मैं एक मर्द हूं मैं इसे सह लेता लेकिन मैंने कुछ नहीं किया.
और फिर भी मुझे यह सब सहना पड़ा मुझे आज भी सब कुछ याद है मुझे आज भी सोशल मीडिया पर नफरत भरे मैसेज भेजे जाते हैं जब आपको देशद्रोही कहा जाता है जब आपने कुछ नहीं किया होता तो यह दुख देता है आप इंसानों पर भरोसा नहीं करने लगते हैं जांच एजेंसियों ने मेरे साथ निष्पक्ष व्यवहार किया और मुझे कभी संदिग्ध नहीं माना लेकिन यह मीडिया का चुनिंदा आक्रोश था जिसने मुझे लोगों की अदालत में खड़ा कर लिया.
सब कुछ सामने आ चुका है मैं कभी आरोपी नहीं था मैं पहले दिन से ही गवाह था अगर कुछ होता तो मैं यहां बैठा होता यह एक बड़ा मामला था अगर कुछ भी सच होता तो वह मुझे बंद कर देते डेविड कोलमैन हेडली से राहुल की गहरी दोस्ती हो गई थी लेकिन राहुल को नहीं पता था कि वह एक आतंकवादी है दोनों की मुलाकात एक अमेरिकन जिम में हुई थी जहां हेडली महंगे कपड़े पहनकर आया करता था.
राहुल उसके स्टाइल से बहुत प्रभावित थे राहुल ने बताया कि हेडली से उन्हें पापा वाला गाइडेंस मिलता था इसलिए वह उसके करीबी बन गए थे 2611 हमले से पहले हेडली ने राहुल से कहा था कि तुम साउथ मुंबई मत जाना लेकिन राहुल उसका इशारा नहीं समझ पाए इस हमले के बाद राहुल शक के घेरे में थे लेकिन बाद में उन्हें क्लीन चिट मिल गई 26 नवंबर 2008 को 10 आतंकवादियों ने मुंबई पर कर दिया था.
समुंदर के रास्ते मुंबई पहुंचे और अलग-अलग हिस्सों में बट गए उन्होंने मुंबई के सबसे बिजी रेलवे स्टेशन ताज होटल नरिमन हाउस ओवराइट राइट रेट को निशाना बनाया यह 4 दिनों तक चला और इसमें 150 से ज्यादा लोग मारे गए इस हमले को पूरी दुनिया ने झकझोर कर रख दिया था.