सौतेली मां कैसी होनी चाहिए? यह कोई करिश्मा कपूर की सौतन प्रिया सचदेव से जाकर सीख सकता है। सिर्फ प्रिया की बदौलत ही संजय कपूर और करिश्मा के रिश्ते तलाक के बाद सुधर सके थे। प्रिया करिश्मा के दोनों बच्चों को वह प्यार दे रही हैं जो एक सगी मां अपने बच्चों को देती है,
संजय से तलाक लेने के बाद करिश्मा ने उनसे बहुत दूरियां बना ली थी। करिश्मा से तलाक के बाद संजय ने तुरंत प्रिया सचदेव से शादी कर ली थी। लेकिन प्रिया ने कभी संजय को करिश्मा के बच्चों से दूर नहीं होने दिया। बल्कि उन्होंने खुद तो करिश्मा के बच्चों,
को अपनाया ही साथ ही उन्होंने संजय और करिश्मा के बीच की खटास को भी मिठास में बदल दिया था। करिश्मा के बच्चे अक्सर अपनी सौतेली मां प्रिया और पिता संजय के साथ वेकेशन पर विदेश जाया करते थे। वह दिल्ली में अपने पिता के घर जाकर छुट्टियां बिताया करते थे,
प्रिया सचदेव ने एक बार करिश्मा के बच्चों के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था कि मैं कयान और समायरा की मदद बनकर करिश्मा की जगह तो नहीं ले सकती लेकिन उन दोनों की लाइफ में मेरी भी कोई जगह है। प्रिया ने यह भी कहा था कि जब संजय के साथ मेरा बेटा पैदा हुआ तो बेटा,
दोनों फैमिलीज को करीब लेकर आया। करिश्मा के दोनों बच्चे अक्सर मेरे बेटे के साथ खेलने आते हैं और मेरी पिछली शादी से जो बेटी है वह और करिश्मा की बेटी दोनों अच्छी दोस्त हैं। दोनों की अच्छी पटती है। प्रिया ने यह भी बताया था कि अब मेरे चार बच्चे हैं,
एक बेटी मेरी पिछली शादी से है। करिश्मा के दोनों बच्चे भी मेरे बच्चे हैं और मेरा जो बेटा है संजय कपूर के साथ वह मेरा सबसे छोटा बच्चा है। तो इस तरह मैं अपनी फैमिली को कंप्लीट मानती हूं। प्रिया सचदेव ने करिश्मा के दोनों बच्चों को अपना लिया था। हालांकि उन्हें पता था,
कि वह मां तो नहीं बन सकती लेकिन एक सीमित दायरे में रहकर दोनों बच्चों को प्यार कर सकती हैं। प्रिया सोशल मीडिया पर अक्सर करिश्मा के बच्चों के लिए पोस्ट लिखकर उन पर प्यार बरसाया करती थी। संजय के निधन के बाद भी प्रिया के प्यार में करिश्मा के बच्चों के लिए कोई कमी नहीं होगी। ज्ञान और समायरा के लिए संजय के घर के दरवाजे उनके जाने के बाद भी हमेशा खुले रहेंगे.