ये कौनसी फिल्म है जिसे देखकर सिनेमाहाल में फूट फूटकर रोए दर्शक…

इन आंसुओं को देख रहे हैं यह कोई लाइट कैमरा और एक्शन बोलते ही नहीं निकले और ना ही उनके आंसुओं के पीछे बॉलीवुड का कोई प्यार है इन्हें रोकने के लिए कोई पैसा भी नहीं दिया गया बस इन रोते-बिलखते दर्शकों को 19 जनवरी 1954 90 का वह दिन याद आ गया जब ने कश्मीर से खदेड़ दिया गया था इनमें से किसी की मां का कत्ल कर दिया गया किसी की बहन के साथ बलात्कार हुआ किसी के भाई को जिंदा जला दिया गया किसी की बीवी को गोलियों से भून दिया गया और किसी के पति को बीच चौराहे पर लटका दिया गया.

सोचिए 32 साल तक इन कश्मीरी पंडितों पर बॉलीवुड ऐसी कोई फिल्म नहीं बना सका जिसमें इनकी सच्ची कहानी को बताया जाए विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स को जब इन लोगों ने देखा तो अपने दर्द को नहीं रोक पाए और फूट-फूट कर रो दिए आज के दौर में भला आपने सिनेमा हॉल में फिल्म देखने के बाद किसी को इस तरह से रोते हुए देखा है यह सच्चाई का करता है यह वह लोग हैं जिन्होंने 32 साल पहले उस खौफनाक मंजर को अपनी आंखों से देखा था विवेक अग्निहोत्री की द कश्मीर फाइल्स पर मीडिया खामोश है उन्हें लगता है कि अगर यह सच लोगों को दिखाया जाएगा.

तो कश्मीर का असली सच लोगों को पता चल जाएगा फिल्म में अनुपम खेर मिथुन चक्रवर्ती जैसे दिग्गज एक्टर है लेकिन फिर भी इस फिल्म के प्रमोशन से मीडिया हाथ खींच रहा है और जो बॉलीवुड एक्टर्स आजकल एक दूसरे की फिल्मों का प्रमोशन करते हैं वह भी इस फिल्म पर चुप्पी साधे बैठे हैं कश्मीर पर अब तक जितनी भी फिल्में बनी है उनमें कहीं भी कश्मीरी पंडितों के दर्द को नहीं दिखाया गया साल 2020 में विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म शुक्रवार को कश्मीर की सच्ची कहानी बताकर बेच दिया गया था लेकिन उसमें दर्शको के साथ धोखा किया गया.

फिल्म का अजेंडा तो कुछ और विधा इसलिए कई कश्मीरी पंडितों ने सिनेमा हॉल में ही विधु विनोद चोपड़ा को फटकार लगाई थी लेकिन अब तक कश्मीर फेस में इनका सच जब पहली बार सबके सामने आया तो इनके आंसू नहीं रुकते आज की पीढ़ी को तो पता भी नहीं होगा कि कैसे कश्मीरी पंडितों के साथ अत्याचार किया गया 11 मास्क को यह फिल्म रिलीज हो रही है यह मौका है अपने का कि आखिर क्यों कश्मीर आज दशक के मुहाने पर खड़ा है हो सके तो देखिए अपने साथियों को दिखाइए वरना हमेशा कश्मीर पर भ्रम चाटते रह जाएंगे.

Leave a Comment