ममता को किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर पद से क्यों किया गया बाहर, 5 बड़ी वजह आई सामने!..

ममता कुलकर्णी लगातार सुर्खियों में बनी हुई है जी हां ममता कुलकर्णी को बीते हफ्ते ही किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था तब से ही ना कंट्रोवर्सी छुड़ गई थी और अब सात दिन में ही छिन गया है ममता कुलकर्णी से किन्नर अखाड़े का लेकिन अब सात दिन में ही छिन गया है ममता कुलकर्णी से महाम मंडलेश्वर पद का ताज आखिर क्यों हुआ है ऐसा इसके पीछे की वजह क्या है चलिए गाइस आपको बताते हैं.

इस वीडियो में क्योंकि इसके जो कारण है वह एक नहीं बल्कि पांच अहम कारण है जिसकी वजह से महज सात दिनों के अंदर ही निष्कासित कर दी गई है महामंडलेश्वर के पद से ममता कुलकर्णी सबसे पहले कारण की अगर बात की जाए तो किन्नर अखाड़े को सबसे पहली तकलीफ इस बात से थी कि ममता कुलकर्णी को डायरेक्ट महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई ममता को पहले वैराग्य की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए था.

उन्हें सन्यासी बनना चाहिए था तब जाकर अगर उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि दी जाती तो शायद दिक्कत नहीं होती इसका जिक्र खुद बयान में किया गया है जो किन्नर अखाड़े ने जारी किया है दूसरी बड़ी वजह रही है ममता कुलकर्णी हम सब जानते हैं कि फिल्मों से रही है फिल्मी दुनिया से होना बड़ी वजह नहीं थी उनका फिल्मों में बोर्ड अवतार होना यह जो है ना यह सबसे बड़ा कारण थी जैसा कि हम सब जानते हैं.

90 के दशक में टॉपलेस फोटो शूट करवाया था ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े के कई लोगों को इस बात से भी आपत्ति थी वही हम आपको तीसरा कारण भी बताना चाहते हैं और जो तीसरी वजह मानी जा रही है वह है ममता कुलकर्णी का नाम अंडरवर्ल्ड से भी जुड़ चुका है ऐसे आरोप लगते हैं कि ममता ने फिल्मी दुनिया छोड़कर जो माफिया थे गोस्वामी से शादी कर ली थी दुबई में एक वक्त पर तो उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट तक जारी हुआ था.

उनके ऊपर देशद्रोह के आरोप भी लगे थे उनके कनेक्शन कहीं ना कहीं अंडरवर्ल्ड से थे यह आरोप उन पर लगे थे और इन चीजों को लेकर भी काफी ज्यादा बवाल मचा वैसे आपको बता दें चौथी जो बड़ी वजह सामने आ रही है उन्हें इस पद से निष्कासित करने की वो माना जा रहा है कि अखाड़ों का नियम है कि जो व्यक्ति महामंडलेश्वर बनता है उसे सन्यासी होना चाहिए और उसका मुंडन होना चाहिए.

सन्यास बिना मुंडन संस्कार के मान्य नहीं होता ममता कुलकर्णी ना तो सन्यासी थी और ना ही उनका मुंडन संस्कार हुआ था और यह वजह ना बहुत ज्यादा अहम मानी जा रही है वही अब मैं आपको पांचवा कारण यानी कि जो पांचवी वजह है ना उनके इस पद से निकाले जाने की जो सामने आ रही है वो किन्नर अखाड़े के नियम के मुताबिक ना अखाड़े के जो सन्यासियों को वजन ति माला गले में पहननी होती है.

मगर ममता कुलकर्णी ने रुद्राक्ष की माला पहनी थी ममता की महामंडलेश्वर वाली पदवी किन्नर अखाड़े के नियमों के अनुरूप नहीं थी और इसे भी सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात माना जा रहा है और कहीं ना कहीं यह दावा किया जा रहा है कि जो ममता कुलकर्णी है उन्होंने किन्नर अखाड़े के जो भी रूल्स थे रेगुलेशन थे नियम थे उनका पालन सही से नहीं किया और यही वजह कहीं ना कहीं उनके लिए मुश्किल बन गई है और अब वह इस पद से निकाली जा चुकी हैं.

Leave a Comment