ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर के पद से 6 दिन बाद हटा दिया गया है यही नहीं ममता जिस किनर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनाई गई थी वो उसे भी लेकर डूब गई हैं ममता को किन्नर अखाड़े में एंट्री दिलाने वाली लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी आचार्य महामंडलेश्वर के पद से मुक्त कर दिया गया है 24 जनवरी को ममता कुलकर्णी को महाकम में किन्नर अखाड़ी की महामंडलेश्वर बनाया गया था इस फैसले पर साधु संत लगातार आपत्ति जता रहे थे.
ममता का इतिहास देखकर कई लोग उन्हें महामंडलेश्वर बनाने के सख्त खिलाफ थे ममता को महामंडलेश्वर बनाने का फैसला लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने लिया था इस फैसले के खिलाफ किनर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास बागी हो गए थे अब उन्होंने लक्ष्मी के फैसले का कड़ा विरोध करते हुए ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया है अजय दस के मुताबिक जिस धर्म प्रचार प्रसार और धार्मिक कर्मकांड के साथ किन्नर समाज के उत्थान के लिए लक्ष्मी की नियुक्ति की गई थी.
व इससे भटक गई अजय दस के मुताबिक लक्ष्मी ने सनातन धर्म और देश छोड़कर ममता जो कि देशद्रोह के मामले में गिरी थी ग्लैमर वर्ड से जुड़ी हुई थी उन्हें बिना किसी धार्मिक और अखाड़े की परंपरा को मानते हुए सीधा महामंडलेश्वर की उपाधि दे दी ममता को महामंडलेश्वर बनाने की बात किसी के गले से नीचे नहीं उतर रही थी ममता अपने फिल्मी करियर के दिनों से ही विवादों में रही थी उनका नाम अंडरवर्ल्ड से बि जुड़ा ऐसे आरोप लगते हैं.
कि ममता ने फिल्मी दुनिया छोड़कर ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी से दुबई में शादी कर ली थी एक वक्त तो उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट तक जारी हुआ था उनके ऊपर देशद्रोह के आरोप लगते रहे साल 2014 में ममता कुलकर्णी को विक्की गोस्वामी के साथ केन्या पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया था.
उन पर ड्रग्स रखने के आरोप लगे उन पर 2000 करोड़ के ड्रग्स मामले में एक एफआईआर दर्ज भी हुई थी जिसे पिछले साल के अंत में बॉम्बे हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया इसकी वजह से ममता 25 सालों बाद मुंबई लौट पाई दिसंबर में लौटने के बाद ममता को इसी महीने जनवरी में किन्नर अखाड़े का सबसे बड़ा पद दे दिया गया यह फैसला किसी को समझ नहीं आ रहा था फिलहाल अब ममता को लेकर नया विवाद छिड़ गया है उन्हें महामंडलेश्वर के पद से मुक्त कर दिया गया है वेल इस फैसले पर आप क्या कहेंगे अपनी राय हमें कमेंट में दीजिए.