Mamta Kulkarni Mahamandaleshwar Kinnar Akhara: प्रयागराज महाकुंभ में किन्नर अखाड़े में बड़ी अपडेट सामने आ रही है। अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके पीछे का कारण बताया जा रहा है कि उनके सिर मुंडवाने पर एक्शन लिया गया है। अजय दास ने खुद को अखाड़े का संस्थापक बताया है। ममता कुलकर्णी के साथ उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी बाहर करने का दावा किया है। उन्होंने इस मुद्दे पर दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए बताया है। दूसरी ओर, लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का कहना है कि अजय दास को पहले ही 2017 में अखाड़े से निकाल दिया गया था।
किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने बॉलीवुड एक्स एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी और आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को अखाड़े से निष्कासित कर दिया है। ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के फैसले का संत समाज में लंबे समय से विरोध चल रहा था। ऋषि अजय दास ने बताया है कि लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने उनकी जानकारी के बिना ममता को अखाड़े में शामिल कर महामंडलेश्वर बना दिया था जो जायज नहीं है।
महाकुंभ 2025 में ममता कुलकर्णी ने संगम तट पर अपना पिंडदान किया था। इस दौरान उन्होंने अपना नाम बदलकर ‘यमाई ममता नंद गिरि’ रख लिया था। हालांकि, संत समाज की एक बड़ी संख्या इस फैसले से असहमत थी। संतों का मानना था कि किसी को भी इस तरह की उपाधि देने से पहले उसके चरित्र और आचरण को ध्यान में रखा जाना चाहिए। इसी विरोध के चलते अब ममता कुलकर्णी और लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को अखाड़े से बाहर कर दिया गया है।
ममता कुलकर्णी 90 के दशक की फेमस एक्ट्रेस रही हैं। उन्होंने करण अर्जुन, क्रांतिवीर, सबसे बड़ा खिलाड़ी, चाइना गेट और आंदोलन जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। उनकी आखिरी हिंदी फिल्म कभी तुम कभी हम थी जो साल 2002 में रिलीज हुई थी। लंबे समय से फिल्मी दुनिया से दूर थीं ममता कुलकर्णी। अब वह आध्यात्मिक जीवन में सक्रिय चल रही थीं। महाकुंभ 2025 में उन्होंने अपना पिंडदान करने के बाद उन्हें किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बना दिया गया था। लेकिन उन्हें अब उस पद से हटा दिया गया है। किन्नर अखाड़े से निष्कासन के बाद उनका अगला कदम क्या होगा, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं।