प्लेन क्रैश में बचा इकलौता आदमी। क्या 650 मीटर से कूद गया? अब खुद बताया पूरा सच। अहमदाबाद प्लेन हादसे में जिंदा बचे इकलौते यात्री रमेश विश्वास कुमार ने कहा कि उन्हें यकीन नहीं हुआ कि वह बचे कैसे। शायद दरवाजा टूट गया होगा और वह सीट समेत नीचे गिर पड़े। हादसे के बाद उन्हें कुछ भी याद नहीं था। सबसे पहले आपको बताते हैं मीडिया से बात करते हुए विश्वास ने क्या कुछ कहा। विश्वास से पूछा गया कि हादसा कैसा था?
हादसे के वक्त क्या हुआ? वे बोले सब कुछ मेरे सामने हुआ। मुझे पता नहीं यह कैसे हुआ। मुझे विश्वास नहीं होता कि मैं कैसे जिंदा बाहर निकला। थोड़े वक्त के लिए लगा कि मैं मरने वाला हूं। मेरी आंखें खुली तो लगा कि मैं जिंदा हूं। मैंने सोचा मैं यहां से निकल सकता हूं और मैं निकल गया। दूसरा सवाल पूछा। फ्लाइट के टेक ऑफ होते ही क्या हुआ? टेक ऑफ होते ही 510 सेकंड के अंदर लगा कि स्टॉप हो गया हो,
बाद में ग्रीन और वाइट लाइट ऑन हो गई। फिर जैसे ही स्पीड बढ़ाई उसी समय गिर गया और धमाका हुआ। अगला सवाल था जब फ्लाइट हॉस्टल पर गिरी तब आप बाहर निकले। जवाब आया मेरी सीट प्लेन के जिस हिस्से में थी वो बिल्डिंग के निचले हिस्से से टकराया होगा। ऊपर के हिस्से में आग लग गई। कई लोग वहीं फंस गए। शायद मैं सीट समेत नीचे गिरा होऊंगा। मैं जैसे-जैसे निकल पाया, दरवाजा टूट गया और सामने कुछ खाली जगह थी,
तो निकलने की कोशिश की मैंने। दूसरी साइड पर दीवार थी। वहां से शायद ही कोई निकल पाया हो। आंखों के सामने ही मैंने दो एयर होस्टेस और अंकल आंटी समेत सब कुछ जलते हुए देखा। अब सोशल मीडिया पर यह सवाल बार-बार उठ रहा है कि आखिर विश्वास कुमार 650 फीट ऊंचाई से कूदे कैसे?,
क्या सचमुच इतनी ऊंचाई से कूद कर ही विश्वास ने जान बचाई? इसका जवाब विश्वास ने खुद दिया। उन्होंने कहा, शायद मैं सीट के साथ नीचे गिरा। गौरतलब है कि अहमदाबाद से लंदन जा रहे विमान में 242 लोग सवार थे। 241 लोगों की जान चली गई। एयर इंडिया की उड़ान संख्या AI171 बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन था,
अहमदाबाद से यह प्लेन लंदन जा रहा था। गुरुवार दोपहर 1:40 के आसपास का वह समय था जब प्लेन क्रैश हुआ। इसमें 169 भारतीय 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक थे। बता दें इसके अलावा 12 क्रू मेंबर थे और एक यात्री जिंदा बच पाया सिर्फ। उसके अलावा 241 लोगों की जान चली गई.