ज़ुबीन गर्ग के अंतिम संस्कार में लाखों की भीड़ जुटी गुवाहाटी में..

मेरे दो-चार ख्वाब हैं जिन्हें मैं आसमान से दूर चाहता हूं। जिंदगी चाहे गुमनाम रहे लेकिन मौत मशहूर चाहता हूं। इतना सैलाब इतना हुजूम आपने किसी की मौत पर कब देखा था। आगे-आगे अर्थी चल रही हो, गाने बज रहे हो और पीछे लाखों की भीड़ का सैलाव चलता चला आ रहा हो,

दिमाग पर जोर डालेंगे तब भी याद नहीं आएगा कि लोगों की ऐसी भीड़ किसी स्टार की मौत पर कब उमड़ी थी। या अली और एक दिन तेरी राहों में जैसे लाजवाब गाने गाने वाले सिंगर जुबिन गर्ग का दो दिन पहले सिंगापुर में निधन हो गया था। वो स्कूबा डाइविंग कर रहे थे और इसी दौरान डूबने से उनकी मौत हो गई,

जुबिन बॉलीवुड के बेमिसाल सिंगर तो थे ही साथ ही वह असम के चमकते सितारे थे। वो वहां के आम लोगों के लिए क्या थे उसका अंदाजा आप इस भीड़ को देखकर लगा सकते हैं। आज सुबह तड़के उनका शव सिंगापुर से दिल्ली लाया गया। खुद असम के मुख्यमंत्री दिल्ली एयरपोर्ट पर जुबिन का पार्थिव शरीर लेने पहुंचे और इसके बाद इसे असम लाया गया,

बिना किसी के कहे सुने जुबीन को आखिरी विदाई देने के लिए लोग जुटते चले गए। देखते-देखते सैकड़ों की भीड़ हजारों में बदली और फिर हजारों से काफिला लाखों का हो गया। सड़कें जाम हो गई। जुबीन की आखिरी विदाई इतनी खास थी कि ऐसा लोगों ने पहले कभी नहीं देखा था। जुबिन के गाने जगह-जगह बज रहे थे और भीड़ उनके पार्थिव शरीर के पीछे चुपचाप चल रही थी,

जुबीन इस भीड़ में शायद किसी को ना जानते हो लेकिन लोगों के लिए उनका प्यार इतना अनूठा था कि अपने सितारों को विदाई देने के लिए लोग खुद को नहीं रोक पाए। बॉलीवुड में भी ऐसी विदाई शायद किसी को ना दी गई हो जैसा जनसैलाब जुबिन के लिए सड़कों पर उतर आया,

जहां नजर दौड़ाओ वहां बस आदमी ही आदमी। जुबिन ने 50 से ज्यादा फिल्मों में गाने गाए। वो 40 भाषाओं में गाने गाने वाले सिंगर थे। उनका टैलेंट था कि हर भाषा के गाने को ऐसा गा देते थे कि रूह तक सुर पहुंच जाते थे। जुबिन ने फैशन डिजाइनर गार्गी सेकिया से शादी रचाई थी। गार्गी ने जुबिन को रो-रो कर आखिरी विदाई दी.

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