वर्ल्ड क्लास फैकल्टी कटिंग एज लैब्स एंड इमर्सिव लर्निंग अ वाइब्रेंट कैंपस लाइफ बियड द क्लास रूम एसजीटी यूनिवर्सिटी नर्चरिंग फ्यूचर लीडर्स अहमदाबाद एयर इंडिया प्लेन क्रैश तो आपको याद ही होगा। भला वो भयावह और डरावना मंसर कोई कैसे भूल सकता है? जमीन से रफ्तार भरकर जब प्लेन हवा में उड़ता है, कुछ मिनटों के बाद ही उतनी ही रफ्तार से वापस जमीन पर आ जाता है। यह सुनने में एक कहानी जैसा लगता है। लेकिन जब प्लेन हजारों फीट की ऊंचाई से तेजी से नीचे आता है तो प्लेन में बैठे यात्रियों को सामने मौत दिखाई देती है। और जापान एयरलाइन में बैठे,
यात्रियों को भी सामने मौत दिखाई दे रही थी। क्योंकि एयर इंडिया की तरह ही जापान एयरलाइन की फ्लाइट आसमान से सीधा जमीन पर गिरने लगी थी। महज 10 मिनट में पत्थर की तरह फ्लाइट 26,000 फीट नीचे आ गई। जिससे विमान में बैठे यात्रियों की सांसे अटक गई। ऐसा लगा जैसे मानो यह जिंदगी का आखिरी लम्हा हो। तो जापान एयरलाइन के साथ क्या हुआ? कैसे वह आसमान से जमीन पर आई? खौफनाक मंजर क्या था? प्लेन में आखिरी वक्त क्या-क्या हुआ? अब प्लेन के यात्री कैसे हैं? इन्हीं सब सवालों के जवाब जानेंगे। लेकिन फटाफट खबरों को देखने के लिए आप,
अपने फोन में दैनिक जागरण ऐप को इंस्टॉल कीजिए। यहां आपको सटीक और सही खबरें मिलेंगी। इसी के साथ ही दैनिक जागरण को सब्सक्राइब करना ना भूलें। चलिए अब जानते हैं प्लेन के खौफनाक मंजर की कहानी को। दरअसल, जापान एयरलाइन की फ्लाइट चीन के शघाई से जापान के टोक्यो जा रही थी। विमान में 191 पैसेंजर सवार थे। घटना के दौरान विमान 36,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। हालांकि अचानक विमान का संतुलन खोया और महज 10 मिनट में ही यह 26,000 फीट नीचे आ गया। घटना के दौरान क्रू मेंबर्स ने यात्रियों को अपना ऑक्सीजन मास्क पहनने के,
लिए कहा। हालांकि सभी को लगा कि अब यह प्लेन क्रैश हो जाएगा। ऐसे में कई यात्रियों ने डर और घबराहट की वजह से ऑक्सीजन मास्क भी निकाल कर फेंक दिए। लोगों की सांसे थम चुकी थी। जुबान पर सिर्फ और सिर्फ डर था। पैर कांप रहे थे और आंखें बंद हो चुकी थी और सामने मौत दिखाई दे रही थी। लेकिन अचानक ऐसा चमत्कार हुआ कि हर कोई हैरान हो गया। जमीन से 10,500 फीट की ऊंचाई पर पहुंचते ही पायलट ने किसी तरह से विमान पर काबू पा लिया और फौरन इसकी कंसाई एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करवाई। इस तरह से जापान एयरलाइन की फ्लाइट बोइंग 737 हादसे का शिकार होने से बाल-बाल,
बच गई। वहीं अब यात्रियों ने प्लेन का खौफनाक अनुभव साझा किया है। एक शख्स ने बताया कि मेरा शरीर बेशक यहां है लेकिन मुझे अभी तक यकीन नहीं हो रहा कि मैं जिंदा हूं। मेरे पैर कांप रहे हैं जब आपने जिंदगी और मौत को इतनी करीब से देखा हो उसके आगे फिर सब कुछ फीका लगता है। फिलहाल इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। विमान को सुरक्षित ओसाका में लैंड करवाया गया। यात्रियों के लिए एक रात ठहरने का इंतजाम किया गया। उन्हें टोक्यो जाने के लिए 15,000 येन का मुआवजा दिया गया। जांच एजेंसियां इस हादसे की तफ्तीश में जुटी है