चित्रा त्रिपाठी के पति का चौंकाने वाला सच सामने आया..

दावा किया है इस बात का कि आपने अपने ओ होटल वाली बात को कवर अप करने के लिए फिर एक और नई कहानी रची जहां पर बदमाशों ने आपके साथ लूट की किसी स्त्री को या लड़की को लेकर ओयो होटल में किसी कमरे में जाता है ना तो पप से बुकिंग नहीं करता है मैडम मेरे खिलाफ यह पूरा षड्यंत्र रचा था पर पुलिस आपके अगेंस्ट क्यों रचेगी उसके आपके साथ क्या पर्सनल दुश्मनी मेरा कोई बयान नहीं लिया गया मैं चुनौती देता हूं इस घटना के संदर्भ में अगर नोएडा पुलिस के पास मेरा कोई लिखित बयान हो तो दिखाएं ना अलोक सिंह कमिश्नर को दि की गाड़ी क्यों दे दी गई यह जांच का विषय है आलोक सिंह की एक गर्लफ्रेंड रिटन में रहती है और बताऊं जिन महिलाओं के पति इस तरह से कांड करके अपनी बीवी को छोड़कर भाग जाते हैं.

उन औरतों के लिए भी आश्रम होना चाहिए चित्रा त्रिपाठी लट्ठ बजाओ टीवी पर तीन तलाक तीन तलाक खेलती है और रो होटल में जिका पति पराई औरतों के साथ पकड़ा जाता है # चत्र त्रिपाठी उनकी जो साथी एंकर है ना हम लोग जब मिलते हैं तो क्या बोलते हैं हाय कैसे हो आप है ना मेरी वाइफ से उनकी कंपीटर एंकर्स ओयो ओयो ओयो ऐसा बोलती थी प्रभु की कृपा थी जी मैं राम नहीं हूं क्या मैं रेपिस्ट हूं लड़कियों के मामले में आप हमेशा बदनाम होते आए हैं आप भी मीडिया जगत से हैं आप बहुत बड़े पत्रकार है आप भी बहुत अच्छे से जानते हैं कि बिना चिंगारी ु मेरी वजह से साहब मैं हर बार सही नहीं होता मैंने गलतियां की है मैं स्वीकार करता हूं उसके सामने भी स्वीकार करता हूं लेकिन और हमारी पत्नी तो पॉपुलर है हमारी पत्नी के की पॉपुलर के आधार पर लोग इस तरह की पोस्ट लिखते हैं.

ताकि उनको भी कुछ फायदा हो जाए कुछ व्यूज मिल जाए तो मैंने अपने फोन को हैंड फ्री किया और वॉइस ओवर मशीन का जल्दी से लेपल वाला जो माइक होता है ना उसको ऑन कर दिया और अपने मोबाइल फोन के हैंड फ्री स् को लेपल के पास रख दिया अब पूरी आवाज उसकी रिकॉर्ड हो गई प्रणाम इंडिया मैं आपके साथ आचल वर्मा आपका स्वागत करती हूं पॉडकास्ट विद आचल में दोस्तों आज हमारे बीच जो गेस्ट है वह मीडिया जगत के बहुत ही चर्चित नामों में से एक है आप में से कई लोग इन्हें जानते भी होंगे यह पत्रकारिता में अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं मैं बात कर रही हूं हिंदी खबर के एडिटर इन चीफ अतुल अग्रवाल की आज इस पॉडकास्ट में हम उनसे जर्नलिज्म के ऐसे बहुत सारे सच जानने की कोशिश करेंगे जिसमें लड़कियों के मन में मीडिया जगत के डर से लेकर एक सक्सेसफुल जर्नलिस्ट बनने की उन सारी खूबियों पर बात होगी जो आज की पत्रकारिता के लिए बहुत जरूरी है साथ ही साथ अतुल अगरवाल जी से जुड़े उनके जीवन के कई विवादित मुद्दों पर भी आज हम बात करेंगे तो चलिए पॉडकास्ट की शुरुआत करते हैं सर आपका बहुत-बहुत स्वागत है धन्यवाद आंचल जी कैसे हैं.

आप मैं बहुत अच्छा हूं सर जर्नलिज्म के बारे में हम लोग आगे बहुत बहुत सारी चर्चा करेंगे जैसे कि एक एक सक्सेसफुल जर्नलिस्ट बनने के लिए क्या-क्या क्वालिटीज होनी चाहिए लड़कियों के लिए कितना सेफ है जर्नलिज्म उस पर आगे बातचीत करेंगे लेकिन शुरुआत में मैं आपसे आपकी पर्सनल लाइफ के बारे में सवाल करना चाहती हूं पहला सवाल मेरा आपसे यह है आप मीडिया जगत के बहुत चर्चित नामों में से एक है ठीक है टॉप फाइव एंकर्स में आपका नाम शुमार रह चुका है बहुत सारे अवार्ड से आपको सम्मानित किया गया है नामचीन हस्तियों के साथ आपका उठना बैठना भी रहा है आपके करियर के शुरुआती में आपके नाम से पत्रकारिता को जाना जाता था.

अगर हम देखें तो लेकिन आज अगर हम लोग बात करें तो आज आप जाने जाते हैं अपने पर्सनल स्कैंडल्स या फिर बात करें आपके करैक्टर पर लगाए गए कुछ एलिगेशंस के लिए ठीक है जब मैंने ग पर सर्च किया मैं आपको पहले बता दूं आपके स्कैंडल के बारे में मुझे कुछ नहीं पता था क्योंकि मुझे आपके साथ पॉडकास्ट करना था तब मैंने जब आपके बारे में सर्च किया तो मेरे सामने आपका एक स्कैंडल आया जिसमें लिखा था कि आप अपनी एक महिला मित्र के साथ अपनी एक फीमेल फ्रेंड के साथ ओयो के ओयो होटल के एक रूम में पाए गए और वहां पर पुलिस ने जब मैंने उसे थोड़ा और सर्च किया थोड़ा पढ़ा तो पुलिस ने यह दावा किया है इस बात का कि आपने अपने ओयो होटल वाली बात को कवर अप करने के लिए फिर एक और नई कहानी रची जहां पर बदमाशों ने आपके साथ लूट की वह आपने फ पर पूरा पोस्ट डाला तो उन्होंने कहा कि आपने उस बात को कवर अप करने के लिए आपने अपनी लूट की एक और नई मनगण या फिर झूठी कहानी रची.

आपका इस पर क्या कहना है धन्यवाद आपने मुझे बोलने का मौका दिया और य एक मैं आपसे उम्मीद कर रहा था कि आप जो कंट्रोवर्शियल मुद्दे मेरे जीवन से जुड़े हुए हैं उनमें बेबाकी से सवाल करेंगे और आपने किया और मुझे बोलने का मौका दिया देखिए पुलिस जो कहती है हमेशा क्या वह सच होता है पिछले 26 वर्षों की मेरे पत्रकारिता में मुझे ऐसा मेरा अनुभव रहा है कि पुलिस हमेशा जो कहती है ना वह हमेशा सफल या सच नहीं होता हमारे वाले केस में आई वाज द विक्टिम मेरे साथ रबरी हुई क्यों हुई किन परिस्थितियों में हुई उसके पहले में किसके साथ था उसके बाद में किसके पास था वह एक दूसरा मुद्दा है मेरे साथ लूट हुई पुलिस लूट की स्वतः संज्ञान लेकर जांच कर रही थी और पुलिस ने इस जांच को खत्म कहां किया कि अतुल अग्रवाल के साथ कोई लूट नहीं हुई पारिवारिक विवाद का मामला था.

और उन्होंने अपनी महिला मित्र के साथ होने वाली बात को छुपाया अतुल अग्रवाल ओयो होटल में थे लोगों ने क्या समझा कि अतुल अग्रवाल ओयो होटल में थे महिला मित्र के साथ थे तमाम मनोहर कहानियां मस्तराम सत्य कथाएं तुरंत लोगों के दिमाग में पैदा होने लग गई और लोगों ने अपनी रीच और अपने व्यूज बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर और यहां वहां अटम पटम प्लेटफॉर्म्स पर हमारी पत्नी हमारे बच्चे की भी फोटो लगाते हुए मनगढ़ंत कहानियां बना डाली आपने पुलिस का प्रेस नोट देखा मैं आपसे पूछता हूं नहीं मैंने वह पूरा नहीं पढ़ा है लेकिन उसमें पुलिस का जो प्रेस नोट था उस प्रेस नोट में अनुकूल सत्य लिखा हुआ था उसमें अर्ध सत्य लिखा हुआ था अतुल अग्रवाल ओयो होटल में महिला मित्र के साथ थे यह लाइन नहीं लिखी हुई थी लेकिन पुलिस ने बदमाशी की बताता हूं मेरे साथ लूट हुई लूट के पहले क्या हुआ.

वो बताता हूं हमारी पारिवारिक तीन दोस्त हैं वाजिदा हसीन नाम है एक उनका उनकी दो बहने हैं सेक्टर 45 में वह रहती हैं बहुत अच्छा नॉनवेज बनाती हैं मैं जब 2000 च से 2007 तक आई बीन से नेटवर्क टीन का जो चैनल है उसमें एंकर के तौर पर काम करता था तब वो हमारे साथ होती थी हम उनके घर गए थे मुझे अपने बेटे को लेकर अपने ऑफिस से उनके घर जाना था मगर मेरे ऑफिस में मुझे देर लग गई और मैं अकेले उनके घर चला गया मैं उनके घर चला गया रात के 10:30 बजे के आसपास मेरी पत्नी का वीडियो कॉल आया मैंने वीडियो कॉल उठाया उन तीनों लड़कियों और मैंने अपनी पत्नी को वेव किया तो बोलती कि कहाना से बात कराओ मेरे बेटे का नाम कहना है कहाना से बात कराओ तो मैंने कहा वो नहीं आया है वो घर पे मेरी पत्नी ऑफिस में थी इस बात पे वो गुस्सा हो गई कि बच्चा दिन भर घर में रहता है.

आप उसको लेकर क्यों नहीं जाते हो तो मैंने कहा आई एम सॉरी मैं तुरंत घर पहुंचता हूं उसके लिए भी मेरा बेटा भी नॉनवेज खाता है उसके लिए भी मैंने एक पैक कराया टिफिन और मैं अपने घर पहुंचा मेरी पत्नी शॉर्ट टेंपर्ड है प्यारी है लेकिन शॉर्ट टेंपर्ड है तो उन्होंने दरवाजा नहीं खोला और बोला अब तुम बाहर रहोगे तो मैंने सोचा यार गुस्से में होगी थोड़ी देर बाद मान जाएगी तो नीचे सोसाइटी में अपने दोस्तों के साथ घूम फिर के फिर ऊपर पहुंचा गुस्सा तो एज इट इज था उसने फिर गेट नहीं खोला मैंने कहा अरे यार ये तो मामला गड़बड़ हो गया मैंने बच्चे को फोन लगाया मैंने कहा भाई गेट तो खोल दे बोला भाई मम्मी बहुत गुस्से में है गेट नहीं खुलेगा मैंने कहा ठीक है मैं आधा घंटा और नीचे घूमा सोसाइटी में ही फिर ऊपर पहुंचा जब मुझे लगा कि यार अपने गेट नहीं खुलेगा देन मैंने अपने मोबाइल फोन के ऐप से अपने घर के सबसे नजदीकी ओयो होटल को बुक किया क्यों बुक किया क्योंकि ओयो होटल सस्ता था अच्छा होटल है.

होटल यो का टाउन जो शिप टाउन शिप या टाउन टाउन हॉल या टाउन हाउस कहते हैं वो वाला मैंने रूम बुक किया प्रॉपर और उसका पेमेंट भी अपने ऐप से किया इतना तो मैं समझदार हूं जी छात्र राजनीति में था 26 साल से पत्रकारिता में हूं कि अगर कभी कोई पुरुष किसी स्त्री को या लड़की को लेकर ओयो होटल में किसी कमरे में जाता है ना तो ऐप से बुकिंग नहीं करता है मैडम ऐप से पैसा नहीं देता पेमेंट ऐप से नहीं करता है व चुपचाप जाके कैश देता भले दोस्तो ज्यादा देना पड़े क्योंकि ऐप से पैसा चुकाए तो पूरा रिकॉर्ड में जीवन भर रहेगा ठीक है पुलिस ने जो सीसीटीवी फुटेज जारी किया उसमें मैं ओयो होटल में अकेला गया ओयो होटल में अकेला सोया और ओयो होटल से अकेले वापस आया यह टाइमिंग क्या रही होगी रात में ये रात के 1 बज के 9 मिनट की टाइमिंग थी जब मैं ओ होटल के रजिस्टर में एंट्री कर रहा था.

और मैं आज आपके जितने दर्शक हैं उन दर्शकों की सहूलियत के लिए मैं बहुत सारे पेपर्स लेकर आया हूं मैं बताता हूं आपको और क्योंकि फाइल मैं बहुत मोटी बना के लाया हूं क्योंकि मुझे आपसे यस मुझे आपसे ऐसे सवालों की उम्मीद थी इसलिए मैं बहुत मोटी फाइल लेकर आया हूं जी यह मैं लेकर आया हूं इसमें साफसाफ दिख रहा है यह देखिए आप ये मैं रजिस्टर में एंट्री कर रहा हूं ये पुलिस के द्वारा जारी कि गया सीसीटीवी फुटेज है मेरा नहीं है रात को 1 बजे पर ये लूट के बाद का है इसके बाद सुबह 1146 पे मैं वहां से बाहर निकल रहा हूं तब भी मैं अकेला हूं और जिस जगह पर मेरा होटल था कॉरिडोर में वहां पर भी सीसीटीवी लगा हुआ था नोएडा पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और आपको लगता है कि अगर कोई लड़की मेरे कमरे में आती रात में या मैं किसी लड़की के कमरे में जाता तो फुटेज वीडियो पुलिस जारी ना करती ऐसा आपको लगता है नहीं ठीक है तो आपका जवाब तो आपको मिल गया अब पुलिस कहती जी लूट नहीं हुई पुलिस झूठी है.

नोएडा पुलिस झूठी है उस वक्त कमिश्नर आलोक कुमार सिंह थे आलोक कुमार सिंह ने लखनऊ में पदस्थ एक सजातीय मीडिया से जुड़े हुए व्यक्ति के शह पर उसकी साजिश में मेरे खिलाफ यह पूरा षड्यंत्र रचा था पर पुलिस आपके अगेंस्ट क्यों रचेगी उसके आपके साथ क्या पर्सनल दुश्मनी है हां मेरी व्यक्तिगत दुश्मनी तो कुछ नहीं है फिर वो आपके बारे में क्यों झूठा बोलेगी शरारत तो कोई भी कर सकता है मेरे आपसे कोई दुश्मनी नहीं है लेकिन अगर कोई मेरे एक योगी दोस्त है जो आंचल को पसंद नहीं करती और आंचल का नुकसान करना चाहती है और व बोलती है अतुल जी आप इस्तेमाल हो जाइए मैं उसको सेटिस्फाइड करने के लिए आपका बुरा कर सकता हूं क्योंकि वो मेरी दोस्त मुझसे कह रही है इस केस में वैसे ही हुआ माननीय योगी जी के आसपास रहने वाला पूर्व कमिश्नर आलोक सिंह का सजातीय मीडिया का एक कर्मी जिसने मेरे खिलाफ षड्यंत्र किया था और उसमें मोहरा बनाया आलोक सिंह को बड़े-बड़े मुकदमे बड़े-बड़े कांड हो जाते हैं पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस करती है बताइए और मेरे साथ लूट हुई मैंने फ में लिखा दबाव आया उस वक्त के अप मुख सचिव गृह अवनीश कुमार वस्ती का फोन आया उस वक्त के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक जी का फोन आया सीएम ऑफिस से फोन आया उस वक्त के डीजीपी साहब का फोन आया ठीक है हालचाल पूछने के लिए अखिलेश यादव जी से बात हुई हालचाल पूछने के लिए यस बड़े नेताओं के फोन आए.

संबंध हमारे भी है ना उनसे और सोशल मीडिया पर उस जो मैंने फसबुक में पोस्ट लिखी कि रात में नोएडा में कहीं गाड़ी नहीं रोकी है आपके साथ कभी भी घटना दुर्घटना हो सकती है हादसा हो सकता है उससे नोएडा पुलिस की भद पिटी उस वक्त नोएडा में तैनात थे लव कुमार जी ठीक है 2005 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं और लॉ एंड ऑर्डर के यहां पे जॉइंट कमिश्नर थे आई गेस अच्छे रिश्ते मेरे उनसे भाई हमारे उन्होंने मुझे रात के कम से कम 12 16 बार कॉल किया कि ये पोस्ट यस जब मैंने पोस्ट लिखी है मैंने घटना के एक दिन बाद पोस्ट लिखी थी ठीक है उन्होंने मुझे कॉल किया कि आप ये पोस्ट हटा लो अतुल पुलिस की इमेज खराब होती है हमने कहा भाई साहब इसमें पुलिस का तो मैंने पा भी नहीं बोला हम मैं तो अपने साथ जो घटना हुई वो बताया मैंने और मैंने कहा कि भाई अंधेरे में गाड़ी थोड़ा अगर जरूरत ना हो तो ना रोकी जा कभी भी ऐसी दुखद वारदात हो सकती है ठीक बट मैंने इसको नहीं हटाया क्योंकि वो खबर सही थी.

लेकिन पुलिस ने अपना फेस बचाने के लिए यह सारी लीपापोती की ठीक है पहला दूसरा अगर पुलिस इतनी ही साफ गई से काम कर रही थी आलोक सिंह की पुलिस साफ गई से काम कर रही थी तो पुलिस ने मेरा बयान क्यों नहीं लिया अच्छा आपका बयान नहीं लिया मुझसे पूछताछ भी नहीं हुई जी अच्छा मुझसे पूछताछ भी नहीं हुई थी मेरा बयान भी नहीं लिया गया और उ मैं बिसक थाने खुद गया था जब मैं वहां रहता था सुपरटेक इको विलेज वन में वो बिसक थाना क्षेत्र में आता है मैं बिसक थाने खुद गया था अनीता सिंह वहां की थानाध्यक्ष थी मैं उनसे मिला था अंकुर अग्रवाल वहां पर एडीसीपी था मैंने उससे कहा था उसने पूछा भाई साहब क्या बात हो गई मैंने ऐसा ऐसा मामला हुआ था मेरा कोई बयान नहीं लिया गया मैं चुनौती देता हूं इस घटना के संदर्भ में अगर नोएडा पुलिस के पास मेरा कोई लिखित बयान हो तो दिखाएं ना मेरा कोई मौखिक बयान हो तो दिखाए ना कोई तो वीडियो एविडेंस होगा आई वास द विक्टिम बट आई वास बीइंग ट्रीटेड लाइक क्यूज कि मैंने झूठ बोला और चलिए क्या मेरी घटना के बाद नोएडा में लूटपाट रुक गए स्नेचिंग रुक गई रात के गाड़ियों से लूटपाट बंद हो गई.

बलात्कार अपहण बंद हो गए और यह वही आलोक सिंह कमिश्नर नोएडा के थे जो एक एक समय में बड़े-बड़े आरोपों में खुद घिरे रहे श्रीकांत त्यागी प्रकरण हुआ उसमें नोएडा के बीजेपी के सांसद डॉक्टर महेश शर्मा के खिलाफ छद्म युद्ध चलाने में बदनामी हुई आलोक सिंह की रवि काणा और बेवन नागर जो स्क्रैप माफिया हैं उनसे पैसा लेने उगाही करने के मामले में आलोक सिंह की थूथू हुई डेढ़ करोड़ की एक गाड़ी आरोपों के अनुसार आलोक सिंह को गिफ्ट की गई कोई गिफ्ट क्यों करता है क्यों करता है आपको तो नहीं दी गई मैडम डेढ़ करोड़ की गाड़ी मुझे भी नहीं दी गई डेढ़ करोड़ की गाड़ी आलोक सिंह कमिश्नर को डेढ़ करोड़ की गाड़ी क्यों दे दी गई यह जांच का विषय है आलोक सिंह की गर्लफ्रेंड ग्रेटर नड में रहती है और बताऊं नोएडा पुलिस के अधिकारी पूर्ण चैट करते अश्लील चैट करते गैर लड़कियों से गैर महिलाओं से वह कैमरे में कैद हुए ठीक है.

वो नोडा पुलिस जो लूटपाट में आक डूबी हुई थी आलोक सिंह के जमाने में घूसखोरी में डूबी हुई थी हैं फर्जी गाड़ियों की बरामदगी करती थी हां वो हम वो हमको सर्टिफिकेट देंगे हां इस घटना से मुझे व्यक्तिगत तौर पर नुकसान बहुत हुआ यस हमारी पत्नी का नाम लेकर लोगों ने तरह तरह चुकी हमारी पत्नी बड़ा ब्रांड है बड़ा नाम है उनका नाम लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने इतनी अवांछित टिप्पणियां की हमारे बेटे का ना फोटो लगा के मेरा बेटा नाबालिक बेटा था उसकी उस उसकी उस वक्त अभी भी नाबालिक है उसकी फोटो लगा लगाकर लोगों ने क्या-क्या लिखा देखिए आप मैं आपको पढ़ के सुनाता हूं आपके दर्शकों को बहुत मजा आएगा मैं बहुत सारे पन्ने लेकर आया हूं देखिए जिन महिलाओं के पति इस तरह से कांड करके अपनी बीवी को छोड़कर भाग जाते हैं उन औरतों के लिए भी आश्रम होना चाहिए चित्रा त्रिपाठी लट्ठ बजाओ टीवी पर तीन तलाक तीन तलाक खेलती है और ओए होटल में इसका पति पराई औरतों के साथ पकड़ा जाता है.

हैग चित्रा त्रिपाठी आज तक टीवी पर तलाक खेलती है और व होटल में इसका पति पराई औरतों के साथ पकड़ा गया अब ये तलाक लेगी खेलेगी देखिए आप ये सारे हैंडल्स लिखे गए भाई और चलो मैं मानता हूं कि मैं गलत था अगर मैं गलत था मेरी पत्नी और नाबालिक बच्चा को क्यों लोगों ने टैक किया क्यों लोगों ने फोटो लगाई क्योंकि पुलिस ये चाहती थी अनऑफिशियली पुलिस से चाहती थी आलोक सिंह की पुलिस ने लखनऊ स्थित सीएम योगी के बहुत करीबी एक मीडिया कर्मी की शह पर यह किया ये मेरा स्पष्ट आरोप है और मैं बात कहता हूं मेरे पास सबूत है इसके तो आपने इसके अगेंस्ट जो एफआईआर की है उसका भी क्या हां क्या चल रहा है और आपने किन-किन लोगों के अगेंस्ट अपने आपने एफआईआर की जी हुआ क्या कि जब ये पूरी घटना हुई तो जनरली ऐसी चीजों को लोग इग्नोर कर देते हैं ना हम लोग घरों में कहा जाता है.

चलो भाई शांत बैठो यार इग्नोर करो अपना काम करो थोड़ी देर बाद चुप हो जाएंगे लेकिन ये तो लगातार लगातार लगातार लगातार बढ़ता ही जा रहा था अगर मैंने कोई कोई काम किया अच्छा किया बुरा किया आप मुझे बात करेंगे ना मेरी पत्नी पर बात नहीं करेंगे ना मेरे सास ससुर पर मेरी साली प मेरे बच्चे प नाबालिक बच्चे की फोटो लगा के तो बात नहीं करेंगे ना लोगों ने सोशल मीडिया पर बहुत तमाशा किया बहुत ज्यादा तमाशा किया और एक वक्त ऐसा आया कि मुझे लगा कि शायद मुझे अपनी इस जीवन को खत्म करना पड़ेगा मैं इतना डिप्रेशन में चला गया था लेकिन उसके बावजूद प्रभु की कृपा रही मैंने अपने आप को संभाले रखा और उसके बाद मैंने एक एफआईआर कराई एफआईआर कराने के लिए जब मैं पुलिस के पास गया तो पुलिस ने एफआईआर लिखने से मना कर दिया लेकिन उस वक्त जो साइबर पुलिस है.

ना वो नोएडा की पुलिस के अंडर में नहीं आती थी अच्छा ठीक हम साइबर थाने में अपनी रिपोर्ट लिखाने गए और यह उसकी एफआईआर की कॉपी है 2021 का यह मामला रहा है 3 साल के बाद भी अभी तक भी कोई इसका रिस्पांस कुछ इसका जी आईपीसी की धारा 500 504 और 66 हम के तहत मैंने यह एफआईआर दर्ज कराई 2021 जुलाई में ठीक है इसमें उन सारे लोगों के मैंने नाम शामिल कराए जिन्होंने मेरे खिलाफ मेरे पत्नी मेरे बच्चे के खिलाफ ऊटपटांग ल जलूल टिप्पणियां की थी ठीक है वह कौन-कौन थे एक भड़ास फॉर मीडिया एक youtube4 था लड़की बाजी में फंस गया एंकर अतुल अग्रवाल एक नमन शर्मा अतुल अग्रवाल चित्र त्रिपाठी ओय एंड मिस्ट्री वुमेन केस ऑफ फेमस इंडियन एंकर नोएडा इंडिया स्पीक्स डेली चित्रा त्रिपाठी के पत्रकार पति अतुल अग्रवाल गर्लफ्रेंड के साथ पकड़ा गया तो गढ़ दी डकती की झूठी कहानी द फ्रस्ट्रेटेड इंडियन पति पत्नी और वो ओयो वाली चित्रा त्रिपाठी हस्बैंड क्लेमड ही वाज रोब्ड द ट्रुथ इज हियर खुलासा न्यूज़ चित्रा त्रिपाठी हजबंड कॉट इन ओयो रूम्स हु कॉट मी कोई तो बताएगा किसने पकड़ा भाई किसके साथ पकड़ा कोई तो सामने आओ कोई तो फुटेज लेकर आओ कहां पकड़ा सर लेकिन बातें जोड़नी शुरू हो गई एक मिनट हिंदुस्तान लाइव चित्रा त्रिपाठी को बोला झूठ अतुल अग्रवाल की ओयो होटल वाली कहानी यूपी पुलिस ने किया एक्सपोज एंड ब्ला ब्ला ब्ला ब्ला ब्ला ब्ला और जबक को फुटेजेस कुछ नहीं है.

जैसे आपने दिखाया कि आपके जो सीसीटीवी फुटेज है आपसे अकेले गए थे होटल में आपने एंट्री आपको लगता है अगर फुटेज होती तो अभी तक नहीं आ पाती आपको लगता है है ना कोई लड़की अगर वेटस भी होती ना और मेरे उस वक्त उस रात की फुटेज अगर कोई लड़की होटल में फीमेल स्टाफ सफाई कर्मचारी भी होती ना और अगर वो मेरे कमरे में सफाई साफ सफाई करने भी आती ताकि अगर कवर चद्दर का कवर बदलने भी आती ना तो आपको लगता है कि कहानी ना मनाई जाती कोई कहानी क्यों नहीं बनी फुटेज सामने क्यों नहीं आई कोई ऑडियो वीडियो सामने क्यों नहीं आया सर जैसे आप मैं अगर बात करूं कि लड़कियों के नाम पर आप पर हमेशा आरोप लगते आए अभी उस पे बाद में आएंगे उस बाद में आएंगे अभी ये वाली बात मुझे पूरी करने दीजिए और आपने मुझसे वादा किया कि पूरा बोलने का मौका देंगे बात कर एक संजय राजपूत है संजय राजपूत कॉ ये गोरखपुर के रहने वाले हैं भाई साहब इन्होने खूब माफिया मांगी मुझसे इनका चेहरा देख लीजिए.

आप सब लोग ये इनका चेहरा ये है इनके अगेंस्ट भी आपने एफआईआर की है इन्होंने क्या किया इन्होंने लिखा आज तक की चित्रा त्रिपाठी का टीवी पर दंगल और उनके पति का ओयो होटल में ठीक है इन्होंने मेरी मेरी पत्नी की जो बचपन की फोटोग्राफ्स है वो लगा दी मेरी मदर इन लॉ की फोटो लगा दी ठीक है इसमें इन्होंने ये देखिए मेरी अनमैरिड सिस्टर इन लॉ की फोटो लगा दी सास ससुर साले सबकी फोटो लगा दी इसमें इन्होंने यह देखिए मेरे नाबालिक बच्चे की फोटो लगा दी य देखिए ठीक है इसमें इन्होंने क्या किया अपनी इस पोस्ट को और अपनी इस वेबसाइट को बहुत ज्यादा पॉपुलर करने के लिए इन्होंने क्या किया यह तो एक कदम आगे निकल गए इन्होंने एक पूर्ण पूर्ण फिल्म की यह एक फुटेज निकाली देखिए आप एक पूर्ण फिल्म की फुटेज निकाली ठीक और इसको हमारी फोटो के साथ और तीन फोटो और इसमें एक एक कपल वो संभोग करता नजर आ रहा है और उसमें हमारे साथ उस फोटो को लगा दिया गया ताकि लोगों को यह लगी कर अरे यह तो अतुल जी है.

भाई और उसको थोड़ा जूम इन करके देखें इस तरह की घटिया चीजें की गई वो वीडियो दिखाओ जब मैं किसी लड़की के साथ था ठीक और सोशल मीडिया पर लोगों ने लिखना शुरू कर दिया बहुत ज्यादा उनको लगा कि अरे यार यही तरीका है व्यूज हासिल करने का यही तरी का है लाइक्स हासिल करने का एंकर है ना हम लोग जब मिलते हैं तो क्या बोलते हैं हाय कैसे हो आप है ना मेरी वाइफ से उनकी कंपट एंकर्स ओयो ओयो ओयो ऐसा बोलती थी बहुत मुश्किल वक्त मेरे लिए लेकिन हुई है वही जो राम रची राखा प्रभु की कृपा थी जी मैं राम नहीं हूं क्या मैं रेपिस्ट हूं जो राम नहीं होगा क्या वो रावण होगा अरे बीच में भी तो बहुत सारे किरदार थे भाई रामायण में बीच मेंही बहुत सारे किरदार थे केवल राम और रावण थोड़ी थे तो मैं समझना चाहता हूं कि आप एक व्यक्ति में क्या ढूंढने की कोशिश करते हो राम हमेशा और नहीं मिला तो रावण क्यों ऐसा मैं चुनौती देता हूं आज भी नोएडा की पुलिस को आलोक सिंह जो उस वक्त के कमिश्नर थे उसको अंकुर अग्रवाल जो एडीसीपी था उसको जिसने जांच की दावा किया उसने और बाकी लोगों को उस वक्त अगर मैं ओय होटल में किसी लड़की के साथ था उसकी फुटेज तो दिखाओ.

अरे उस वक्त के मेरे कमरे में आते और जाते किसी लड़की की फुटेज दिखा दो चलो मैं मान लूंगा दावा कर रहा हूं कैमरे पर बोल रहा हूं बिना डरे बिना झझ के बोल रहा हूं चेहरे पर बगैर शिकन लाए बोल रहा हूं बता रहा हूं कि मैंने मुकदमा कराया है यह मुकदमे की जांच लंबित है और इन सब लोगों के नाम पड़े हैं उसमें तो मुकदमा कौन कराता है मुकदमा कौन कराता और अगर झूठा मुकदमा होता तो जिस पुलिस से मैं लड़ लड़ रहा हूं लड़ाई की है उसी पुलिस में मैंने मुकदमा कराया तो पुलिस नहीं कथ कि मुकदमा झूठा है हालांकि पैसा खाकर पैसा खाकर रीता यादव नाम की एसएचओ ने इसमें एफर लगाने की कोशिश की हम उसके खिलाफ अदालत में दोबारा से गए अच्छा यस कि बगैर जांच पूरी किए हुए एफर कैसे लगा दी गई या लगाने का प्रयास कैसे हो रहा है और यह नियम है कि जब कोई कंप्लेनेंट जो एफआईआर दर्ज कराता है उस पूरे मामले में अगर फाइनल रिपोर्ट लगाई जाती है अगर तो शिकायत करता को बताया जाता है लिखित में आई डोंट हैव एनी इंफॉर्मेशन अप टू नाउ पूरे कुए में भांग पड़ी है.

आकंठ भ्रष्टाचार का अड्डा थी नोएडा की आलोक कुमार सिंह की पुलिस और आलोक कुमार सिंह पर बड़े-बड़े आरोप लगते हुए मुख्यमंत्री जी ने उसको हटाया यहां से एक महीना प्रतीक्षा रत रखा 95 बैच के आईपीएस ऑफिसर को और अभी कानपुर में कहीं पर है वो मेरा सवाल बड़ा यह है कि चरित्र त्या बहुत आसान है मैडम केवल स्त्री की नहीं होती है स्त्री के बारे में बोल दो ना कुछ बोल दो अरे वह तो वहां पड़ी रहती है अरे वह तो बदचलन है कु लक्षण है पुरानी पिक्चर दिखाते थे ना गांव खेड़े में होता था ना पुरुषों का और आसान है यह सब कर दो हो जाएगी चरित्र हत्या कोई अपने पास नहीं बिठाए कोई बात नहीं करेगा वो तो बहुत अच्छा है कि मैंने अपना हिंदी खबर चैनल खोला था उस दौरान अपना चैनल चला रहा हूं सक्सेसफुली चला रहा हूं तो स लोग की की रोजी रोटी प्रभु के आशीर्वाद से हम दे पा रहे हैं.

अगर हम चैनल ना खोले होते मैडम और नौकरी कर रहे होते कहीं पर तो इस सब तमाशे में नौकरी से हाथ धोना पड़ जाता दो वक्त की रोटी मुश्किल हो जाती मैडम बहुत कोशिश की आलोक सिंह ने उस अपने सजातीय मीडिया कर्मी की शह पर अतुल का नुकसान किया जाए लेकिन जा पर कृपा राम की हुई ता पर कृपा करें सभी कोई वही अपने साथ है आपके सामने बैठा हूं लड़कियों के मामले में आप हमेशा बदनाम होते आए हैं आप भी मीडिया जगत से हैं आप बहुत बड़े पत्रकार है आप भी बहुत अच्छे से जानते हैं कि बिना चिंगारी के धुआ नहीं उठता हां सही बात है आप इस इस बात को कैसे जस्टिफाई करेंगे वंस थीफ इ ऑलवेज अ थीफ ये तो कहावत सुनी होगी आपने ठीक है ना मैं लड़कियों के मामले में हां बदनाम लोगों ने मुझे किया है अलग-अलग स्वार्थ की वजह से किया एक वेबसाइट है 2011 में उसने मुझसे पैसे मांगे थे मैंने कहा पैसे किस बात के उसने कहा पत्रकार कल्याण के मैंने कहा पागल है क्या पत्रकार कल्याण कहां कोई पत्रकार किसी संस्थान से निकाला जाता है तू खबर छाप देता है कि फलाने बॉस से झगड़ा करके फलाने व्यक्ति को निकाला गया तो उसको कहीं नौकरी नहीं मिलती है.

हम इसमें पत्रकार का कल्याण कहां भाई तू तो पत्रकार की बैंड बजा रहा है पत्रकार का कल्याण तब माना जाता जब कोई कहीं से निकाला जाए अलग-अलग परिस्थितियों में मुझको भी गुस्सा आता था मैं भी नौकरी से निकाला गया होता है कई बार आप भावा वेश में अपनी बात कहते हो कई बार सहमत होते हो कई बार आप गुस्सा जताते हो निकाल दी जाती हो व्यवस्था से तो दुनिया बंद नहीं हो जाती है एक नौकरी से निकाले जाने के बाद मैं तो तीन-तीन बार निकाला गया शायद भगवान ने इसीलिए व्यवस्था बनाई कि तू निकाला नहीं जाएगा तो चैनल का मालिक कैसे बनेगा भाई तेरे इसलिए निकाल रहे हैं और अगर भगवान य व्यवस्था ना बनाते तो शायद मैं आज भी नौकर होता नौकरी कर रहा होता अपने चैनल का मालिक नहीं होता 250 लोग को नौकरी भी नहीं रखा होता पॉइंट तो बदनाम उन लोगों ने किया जिनके स्वार्थ मुझसे पूरे नहीं हुए बदनाम उन लोगों ने किया जो मेरे कंपट थे और हैं जिनको लगा यार कि इसको काम से नहीं हरा सकते तो उलझा दो यहां वहां मैं तब भी बहुत काम करता था मैडम मैं आज भी बहुत काम करता हूं कुछ एक लोगों को जब अपने नौकरी से हटाया अलग-अलग संस्थानों में तो नारी शक्ति को ऐसा लगा कि भाई अपमान हुआ और इस तरह की कहानी बनाना शुरू हो गई तो मैं कहता हूं कि मैं भगवान राम नहीं हूं और हमने तो प्रेम विवाह किया जी हम तो प्रेमी प्रकृति की व्यक्ति है अगर प्रेम ना करते होते तो प्रेम विवाह कैसे करते होते ठीक है ना तो कॉलेज से लेकर आज तक पॉपुलर रहे हैं लड़कियों में भी रहे हैं इसमें कोई बुराई तो नहीं है.

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