यह फिल्म इंडस्ट्री है यहां पर जगह बनाना आसान नहीं है यहां पर आपको काम मिल भी गया तो यहां के वर्किंग कल्चर में एडजस्ट करना बहुत मुश्किल है ऐसा ही हुआ एक्ट्रेस कीर्ति कुल्हारी के साथ जिन्होंने पिंक फिल्म में काम किया कीर्ति ने अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में बताया है जब वो फिल्म इंडस्ट्री में नहीं आई थी और जहां से उन्होंने एक्टिंग की सीख ली वहां पर माहौल यह था कि जब हम काम करते हैं.
तो सेट पर सभी लोग बराबर है सभी एक्टर्स हैं कोई स्टार नहीं लेकिन पिंक फिल्म के दौरान उन्हें पता चला कि यहां पर सेट पर स्टार कोई और है और यह सिर्फ एक्टर्स है कीर्ति कुल्हारी ने कहा कि पिंक फिल्म में उन्हें फिल्म इंडस्ट्री की हायरा की का एहसास हुआ और यह बहुत ही रूड एक्सपीरियंस था उनके लिए पिंक फिल्म जिसमें अमिताभ बच्चन और तापसी पन्नू भी थे कीर्ति का कहना है कि सेट पर अमिताभ बच्चन तो ऑफकोर्स सीनियर है.
वो स्टार है ही लेकिन उसके बाद सबसे बड़ी स्टार ताप्सी पन्नू थी हमें तो हर चीज में साइडलाइन किया गया इस बात का सबसे पहले एहसास मुझे तब हुआ जब मैंने फिल्म का ट्रेलर देखा ट्रेलर में हर जगह तापसी पन्नू ही थी तापसी पन्नू ही पिंक गर्ल हुई और हम कुछ भी नहीं हालांकि डायरेक्टर ने किर्ती को इंश्योर किया था कि फिल्म में तुम्हारा फिल्म का इंतजार करो फिल्म में तुम्हारा अच्छा खासा रोल है कीर्ती कुल्हारी को यह बात बहुत चुभी क्योंकि उन्होंने जब पिंक फिल्म साइन की थी तो उन्होंने यह सोच कर की थी कि यह कहानी तीन लड़कियों की है.
तीन फ्रेंड्स की है लेकिन जब फिल्म सामने आई तो एक ही लड़की को स्टार ट्रीटमेंट मिला किसी और को नहीं कीर्ति ने यह भी कहा कि जितना भी पीआर हुआ वह सिर्फ और सिर्फ तापसी पन्नू के नाम पर हुआ हमने कुछ पीआर किया ही नहीं और हमें तब बहुत साइडलाइन महसूस हुआ इस फिल्म से मैंने यह सीख ली कि मैं जो भी नई फिल्म साइन करती हूं तब मैं यही कहती हूं कि सीनियर स्टार्स की अलग बात है.
लेकिन हमारी जनरेशन के जो स्टार्स हैं उनके जैसा ही ट्रीटमेंट मुझे चाहिए वरना मैं काम नहीं करूंगी मिशन मंगल जब कीर्ति कुल्हारी ने साइन की थी तब उन्होंने मेकर्स के सामने य ही शर्त रखी थी ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी एक्टर को इस तरह का महसूस करवाया गया हो इंडस्ट्री में कि आप छोटे हो वो बड़े हैं बहुत ज्यादा होता है इस इंडस्ट्री में इस इंडस्ट्री में हायरा की ट्रीटमेंट सबसे ज्यादा होता है चाहे बॉलीवुड कितनी ही मोरल बूस्टिंग फिल्में क्यों ना बना ले लेकिन खुद बॉलीवुड के चाल चलन पर कई बार उंगलियां उठ चुकी है.