शेफाली की मौत पर गुमसुम हुआ बेटा। मां की याद में छोड़ दिया खाना पीना। पापा पराग कर रहे हैं कोशिशें। मां की याद में उदास हुआ बेटा। गेट पर अब भी कर रहा है शेफाली का इंतजार। शेफाली जरीवाला अब हमारे बीच नहीं रही। अभी भी लोगों को यकीन नहीं हो रहा,
कि बेपनाह खूबसूरती की मलिका और शोक अदाओं वाली ग्लैमर गर्ल अब कभी दिखाई नहीं देंगी। महज 42 साल की उम्र में शेफाली दुनिया को अलविदा कह गई हैं। शेफाली के जाने से सब बहुत दुखी हैं। जब शेफाली की अर्थी उठी तो सारा जमाना रोया। शेफाली के दोस्त उनके निधन पर फूट-फूट कर रोए तो,
शेफाली की मां के रोते-रोते आंसू तक सूख गए हैं। वहीं पति पराग त्यागी को जिसने रोता देखा उसका कलेजा छलनी हो गया। लेकिन इन सबके बीच शेफाली का बेटा इस बात से अब तक अनजान है कि उसकी मां दुनिया छोड़कर चली गई हैं। वो शेफाली की याद में अब भी घर के उस गेट को निहार रहा है,
जहां से रोज शेफाली घर में घुसा करती थी और उसे खूब प्यार करती थी। मां की याद में वो गुमसुम हो गया है और उसने खाना पीना भी छोड़ दिया है। यह कोई और नहीं शेफाली का पैड डॉग सिंबा है जिसे शेफाली अपने बच्चों की तरह प्यार करती थी। सिंबा शेफाली की पूरी,
दुनिया था। वह सिंबा को बेटा कहकर बुलाती थी। शेफाली सिंबा पर अपनी जान छिड़का करती थी। शेफाली 42 साल की उम्र तक मां नहीं बन सकी थी। इसलिए सिंबा को ही वह अपनी औलाद माना करती थी। सिंबा भी शेफाली को देखे बगैर मुंह से निवाला तक नहीं निकलता था,
लेकिन अब शेफाली के बगैर सिंबा बहुत उदास हो गया है। उसने खाना पीना छोड़ दिया है। शेफाली के निधन के बाद पराग जब सिंबा को टहलाते नजर आए तो लोगों ने उन्हें खूब खरीखोटी सुनाई। लेकिन वह यह भूल गए कि सिंबा ही शेफाली की आखिरी निशानी बची है। सिंबा अब भी टकटकी बांधे गेट की तरफ,
निहारता रहता है। उसे लगता है कि शेफाली इस गेट से लौट कर आएंगी और वह कूद कर उनकी गोदी में चढ़ जाएगा। उस नन्ही जान को पता ही नहीं है कि अब शेफाली कभी लौट कर नहीं आएंगी। फिलहाल पराग सिंभा को संभालने की कोशिश कर रहे हैं। वह शेफाली के बाद उनकी इस आखिरी निशानी को खोना नहीं चाहते.