क्या होता है रमज़ान का महीना? मुसलमान कैसे बिताते हैं पूरा दिन?..

मुसलमानों का पवित्र रमजान का महीना आने वाला है इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग पांच वक्त की नमाज पढ़ते हैं और पूरे दिन उपवास रखते हैं इस्लाम में रमजान को अत्यंत महत्त्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस महीने में अल्लाह की इबादत करने और अपने गुनाहों की माफी मांगने का अवसर मिलता है रमजान के दौरान रोजा रखना हर मुसलमान मर्द और औरत के लिए जरूरी होता है.

यह इस्लाम की पांच मूल बातों में से एक है मुस्लिम परिवारों में रमजान की तैयारियां जोरों शोरों पर हैं इस्लाम में रोजे के कुछ नियम बता गए हैं जिनका पालन करना बहुत जरूरी होता है मुस्लिम समुदाय के लोग सूर्योदय से सूर्यास्त तक रोजा रखते हैं इस दौरान खाने पीने और कुछ अन्य गतिविधियों पर रोग भी रहती है रोजा केवल भूख और प्यासे रहने का नाम नहीं है बल्कि यह आत्म संयम और आत्म शुद्धि के अभ्यास का नाम भी है.

इस महीने को बहुत ज्यादा पवित्र महीना माना जाता है रोजे की अवधि में ना कुछ खा सकते हैं और ना ही पानी पी सकते हैं अगर किसी की तबीयत ठीक नहीं है तो दवा लेने से रोजा टूट सकता है बीमार व्यक्तियों को रोजा ना रखने की छूट दी गई है रोजे की स्थिति में टूथब्रश करने की मनाही होती है इसकी बजाय शहरी से दांत साफ करें या फिर मिस्वाक यानी कि प्राकृतिक दातून का उपयोग करें रमजान के दौरान संगीत सुनने टीवी देखने या फिल्म देखने से भी बचना होता है यह महीना अल्लाह की इबादत में बिताने के लिए होता है.

इस दौरान पति-पत्नी के बीच शारीरिक संबंध बनाने पर भी रोजा टूट सकता है रमजान में इस तरह के संबंध हराम माने जाते हैं रोजे के दौरान गलत नजर और अनैतिक विचारों से बचना होता है इसीलिए अपने मन को साफ रखें और अल्लाह की इबादत करें रमजान में धैर्य और मानवता का परिचय दें किसी से झगड़ा या गाली गलौच ना करें क्योंकि यह रोजे की पवित्रता को प्रभावित करता है शहरी में बहुत ज्यादा ना खाएं.

जिससे दिन में असहज महसूस हो हल्का और पौष्टिक भोजन लेना बेहतर होता है ऐसा कहा जाता है कि पैगंबर मोहम्मद ने कहा था कि झूठ बोलना पीठ पीछे जुगली करना और अनैतिक कार्य करने से रोजा निष्फल हो सकता है रमजान के महीने में किसी को गाली देना अनावश्यक विवाद में पड़ना या इंटरनेट का गलत उपयोग करना भी अनुचित होता है रोजा केवल भूख प्यास तक सीमित नहीं है.

बल्कि य आंख कान जीभ को भी नियंत्रित करने का अभ्यास है रमजान आत्म शुद्धि धैर्य और धार्मिक निष्ठा का महीना माना जाता है इस दौरान मुसलमानों को अपने आचरण पर विशेष ध्यान देना चाहिए और खुद को सभी बुरी आदतों से दूर रखना चाहिए यह महीना आत्म निरीक्षण करने और अच्छे कार्यों में लगने के लिए होता है इस दौरान मुसलमान लोग अल्लाह की इबादत करते हैं.

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