नदिया के पार एक्टर इंदर ठाकुर की विमान दुर्घटना में मौत, परिवार सहित 12 की मौत..

फिल्म नदिया के पार का एक्टर पूरे परिवार के साथ समंदर में समा गया। किसी को उनकी लाश तक नहीं मिली। नदिया के पार एक ऐसी फिल्म है जिसके लिए लोगों के दिल में एक खास जगह है। इस फिल्म को आज भी देखने के बाद लोगों के दिलों में अपने गांव की यादें ताजा हो जाती हैं। यह फिल्म लोगों के दिलों के बहुत करीब है। लेकिन इस फिल्म के लीड एक्टर इंदर ठाकुर की अपने पूरे परिवार के साथ जान चली गई,

फिल्म में इंद्र ने सचिन के बड़े भाई का किरदार निभाया था। उनकी सादगी ने इस किरदार को हमेशा के लिए अमर कर दिया। बड़ा भाई कैसा होना चाहिए? कैसे उन्हें अपने छोटों के साथ पेश आना चाहिए? उसकी मिसाल इंद्र का यह किरदार बन गया। इंद्र ठाकुर तब मात्र 35 साल के थे जब विमान में हुए विस्फोट में उनकी जान चली गई। वो एक एक्टर होने के साथ-साथ एक फैशन डिजाइनर और मॉडल भी थे,

यही नहीं वह बतौर केबिन मैनेजर एयर इंडिया में काम भी कर चुके थे। उन्होंने प्रिया नाम की एयर होस्टेस से शादी की थी और दोनों का एक बच्चा भी था। लेकिन 23 जून 1985 को वह मनूस दिन था जब इंद्र अपनी पत्नी और बच्चे के साथ टोरंटो से लंदन जा रहे थे। वो एयर इंडिया के विमान 182 में सवार हुए और पूरे परिवार सहित अपनी जान गवा दी। टोरंटो से लंदन जा रहे एयर इंडिया विमान 182 में बम विस्फोट के चलते विमान में सवार 329 लोग मारे गए,

जिनमें ज्यादातर कनाडा ही थे। आज भी एयर इंडिया बॉम्ब स्पोर्ट को कनाडाई इतिहास का सबसे भयानक आतंकवादी हमला माना जाता है। आतंकवादियों ने इस विमान को लैंड होने से 45 मिनट पहले ही हवा में उड़ा दिया और विमान में सवार 307 पैसेंजर और 22 क्रू मेंबर्स की इस हमले में जान चली गई,

विमान में जब हमला हुआ तो उस समय विमान समुंदर के ऊपर था। ऐसे में हादसे के साथ ही इंद्र सहित सभी यात्री समुंदर में समा गए। हादसे में मारे गए 329 लोगों में से 132 लोगों के ही शव बरामद किए जा सके। अपनी मौत से 3 साल पहले ही इंद्र ठाकुर को नदिया के पार में सचिन के बड़ा भाई ओमकार बनकर पहचान मिली थी। इसके बाद वो चटपटी इसी साल रिलीज हुई हीरो और 1985 में रिलीज हुई तुलसी में वाहवाही मिली थी। उनकी असमयिक मौत ने पूरे बॉलीवुड और देश को हिला कर रख दिया था.

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