लड़का से लड़की बने हो इसमें कितने रुपए के खर्च लगे हैं अभी हाल ही में मैंने ऑपरेशन कराया ₹2 लाख मेरा खर्चा हुआ है अभी मैं अभी भी मेरा ट्रीटमेंट जो मेरा हारमोंस है वो थोड़ा बहुत लड़का का है लेकिन ज्यादा लड़की का ही है क्या बदलाव आपने कराया है जो की लड़की के रूप में जो एक हम किसी भी लोगो को देखते हैं देखिए रिसेट रेयर साइड में साइड जारी होते हैं जो आपका लिंग परिवर्तन करना पड़ता है और आपका आ चेस्ट का ऑपरेशन होता है ये इस सब में तो देखिए मां बने के लिए मेरा भी मां करता है एक बच्चे को देने से ममता नहीं दिखती है तो मेरे से फीमेल बने में आपके अंदर क्या-क्या परिवर्तन आया है परिवर्तन कुछ नहीं परिवर्तन वही है मैं पहले से फीमेल अपने आप को मानते हैं लड़का लड़की कैसे बन जाता है और क्या क्या प्रोसेस होती है लड़का से लड़की बने की या फिर एक लड़की जब लड़का बंता है.
तो उसमें क्या प्रोसेस होती है बने की और तरह-तरह की तमाम बातें जो भी होती है एक लड़का से लड़की बने में सब कुछ आज हम बात करेंगे हमारे साथ अभी मौजूद है 12वीं खान और पहले इनका नाम था दिलदार अली तो दिलदार अली से यह बाहर भी खान बन चुके हैं और ये लड़का से लड़की बन यानी यू कैन मेल्स फीमेल बन चुकी है सबसे पहले आपका पुराना नाम बताइएगा जो था जी नमस्कार मेरा पुराना नाम था दिलदार अली और हाल ही में मैं अपना नाम राखी हूं 12वीं खान मैं एक ट्रांस महिला हूं और मैं आसन से बिलॉन्ग करती हूं अभी हाल ही में अप में एक लड़की जो बंता है तो क्या करण होता है बने का ऐसा है की जो फीलिंग है वो कुछ अलग था जो बॉडी है कुछ अलग था बॉडी एक लड़का का था फीलिंग लड़की की थी इंटरेस्टेड लड़का के ऊपर था और कभी भी मतलब जो भी सेटिस्फाइड मिले थे.
लड़का के ऊपर से मिली थी तो ऐसा मतलब बहुत डिफरेंस में था लेकिन जब जितना डिप्रेशन में भी थल लेकिन आपने आपको संभल के रखा था की कहानी ना कहानी मैं गलत हाथ का हाथों में ना पद जाऊं कहानी ना कहानी मेरे साथ गलत ना हो जाए तो इसलिए ये सब सोचते हुए भी मुझे किसी से प्यार हो जाता है फिर इसके ऊपर भरोसा हो गया इसके बाद ये सब होने के बाद मैंने अपना जेंडर चेंज अपने आप को एक लड़की समझती हूं अभी भी और तभी भी पहले भी लड़की अपने आप को आप समझती थी और आज भी जो आपने आपको लड़की से मस्ती चेंज जी आपने जो जेंडर चेंज कराया अपना जो आप लड़की से लड़का से लड़की बने हो इसमें कितने रुपए के खर्च लगे हैं अभी हाल ही में मैंने ऑपरेशन कराया ₹2 लाख मेरा खर्चा हुआ है अभी मैं अभी भी मेरा ट्रीटमेंट चल रही है और एक साल तक मेरा ट्रीटमेंट चलती रहेगी ऐसे और ट्रांसफार्मर का ऐसा होता है की कभी भी अपने आपको मतलब ऐसा नहीं समझना चाहिए की हां मेरे साथ सब कुछ सही हुआ है.
कहानी ना कहानी आप डॉक्टर को दिखाएंगे तो कहानी ना कहानी कमियां निकलते आई ही रहते क्योंकि हम एक पुरुष से महिला बन रहे हैं तो बहुत कुछ ऐसा घटना घाट जाति है या ऐसा कुछ हो जाति है जो हम हम लोग को छुपाना पड़ता है जैसे लेजर हो गया लेजर का टिफिन रहना पड़ता है फिर इसके बाद अपना हारमोंस को चेंज करना पड़ता है तो ये सब मतलब ट्रिप में चलते रहते हैं तो हम एक साल तक ये सिलसिला जारी रहेंगे और ट्रीटमेंट चलते रहेंगे फीमेल बने में जो है और क्या-क्या चेंज करने पढ़ते हैं जो आपका लिंग परिवर्तन करना पड़ता है और आपका ऑपरेशन होता है ये सब में तो ऐसा है की आप कभी भी ट्रांसफार्मर होता है ये किन्नर होते हैं उनका कभी भी खत्म नहीं होता है दुनिया में अगर ऐसा भी ऑपरेशन आएगी की हां बच्चा पैदा करने वाला तो हम वो वो भी करने के लिए रेडी है की हमको ठुकरा है किस ले जाता है की हम बच्चा नहीं पैदा कर सकते लेकिन फीलिंग और वही है हम किसी के साथ फिजिकल बना सकते हैं फीलिंग वही है.
लेकिन दुनिया नहीं समझ का रही है या समाज नहीं एक्सेप्ट कर का रहे हैं हम क्योंकि हम बच्चा नहीं ले पाएंगे अगर ऐसा कोई आएगी या ऑपरेशन करने का ऐसा कोई खबर मिलेगी तो हर एक ट्रांसफार्मर हो या किन्नर हो वो करने के लिए अपने आप को किन्नर समाज की जो महिला होती है क्या उसका मां करता है मां बने का या नहीं क्यों नहीं देखिए मां बने के लिए मेरा भी मां करता है एक बच्चे को देने से ममता नहीं दिखती है अगर बच्चा दे के भी आप फेक रहे तो आपका ममता कहां है अगर हम बच्चा नहीं पैदा करके हमारे मां में ज्यादा ममता भारत हुआ है हमें एक बच्चा अडॉप्ट करके हम आप उसका अच्छा खास पाव से परवरिश दे सकते हैं मां का प्यार दे सकते हैं तो हमारा ममता ज्यादा हो गया क्योंकि हम बच्चा नहीं पैदा कर रहे हैं लेकिन हमारे मां में कूट-कूट के भारत हुआ है की हमें मां बनाए जेंडर होती है उसे पुरुष का है या महिला कहें या किस कैटिगरी में उसको हम रख सकते हैं की पुरुषों के कैटिगरी में आई है महिलाओं कैटिगरी में आई है देखिए महिला महिला भी का सकते हैं पुरुषों कभी नहीं बोल पाएंगे क्योंकि है ही नहीं वो पुरुष क्योंकि महिला है हाल ही में वो ये कहलाता है की महिला इसलिए उनको नहीं कहना कहते हैं की वो बच्चा नहीं दे पाते अगर बच्चा दे पाती और महीने में जो पीरियड होती है अगर वो हो जाता तो हम तो महिला ही हो जाते हैं तो बात यही है की किन्नर कहते हैं नहीं तो कहते हैं अच्छा जो एक कीनन की जो फीलींगस होती है वो किसके प्रति होती है क्या वो एक लड़की होती है या फीमेल के प्रति होती है मेल के प्रति होते हैं.
लेकिन देखिए जैसे लड़की का फीलिंग है की हम एक हमको एक पट्टी चाहिए हम पति का प्यार चाहिए घर परिवार चाहिए हम किसी के घर में जाके किसी का सेवा पानी करें किसी के बाहों में थोड़ा सा अपना सुकून की नींद सोए हमारा भी वही फीलिंग है हम भी एक किन्नर समाज से है लेकिन हमारा मंत्र लड़की है ना लेकिन हम अपना बॉडी पार्ट भी चेंज करके हम लड़की बैंक आए हैं किसी के लिए की हमको भी कोई मिल जाए हमको भी कोई उनकी मतलब किसी के बाहों में सोना सोनी के लिए मिले किसी घर में जगह मिले या किसी के लाइफ में आने के लिए मतलब जगह मिले तो यही सोचकर हमने अपना बॉडी पार्ट चेंज करते हैं और फीलिंग वही है अच्छा हम लोग तमाम तरह के जो है बस स्टैंड पे ट्रेनों में सफर करते हैं तो हम लोग देखते हैं की ट्रांसजेंडर लोग जो है अक्सर देखा जाता है की जो है पैसे मांगने आते हैं और इतने और स्टैंडर्ड पे नहीं हर जगह जहां पे होता है बढ़ावा कहानी होता है कहानी किसी के बच्चे होते हैं तो वहां पर भी जाकर वो लोग तरह-तर की जो है जेवर जो होते हैं या फिर पैसे होते हैं ज्यादातर की चीज वो लेते हैं तो आप लोगों के अनुसार जो है.
ये जो लोग करते हैं क्या सही होता है क्या और लोग ये भी कहते हैं जब हम किनारो से बात करते हैं तो ये भी कहते हैं की मैं कहानी कोई कम नहीं मिल पता है इसी वजह से समझो ये कम करते हैं तो आपका इसके ऊपर क्या विचार है देखिए किन्नर समाज में मैं अभी तक गए नहीं हूं इसके बड़े में मुझे इतना पता नहीं है जहां तक पता है मैं उतना ही बोलूंगी और सब कितने समाज को मैं हाथ जोड़ के हा माफी भी मांग रहे हो अगर कुछ भी मेरे मुंह से गलती से कुछ भी निकाल जाएगा तो आप मुझे कुछ भी गलत मत समझिएगा ठीक है किन्नर समाज को लोग दुनिया वाले एक्सेप्ट नहीं करते और कहानी ना कहानी समाज वाले भी नहीं करते और हाल ही में हम लोगों को जो अधिकार मिला है हमारे लिए जो कानून बनाया गया है तो वो तो ठीक है लेकिन सरकार यह नहीं दे का रहा है की एक किन्नर समाज को एक जब मिले या किसी के घर में हमको कम मिले तो कन्ना समझ करेगी क्या अपने पेट के लिए किसी से भीख मांगती है ट्रेन में ताकि किस से ₹10 मांगते हैं की इससे पैसे मांगते हैं ना या टोल गेट में हो या किसी के घर में जाके थोड़ा सा चावल मांग ले किसी का घर में बच्चा हो गया उससे उसके घर में जाके को अपना खुद आ सब कुछ खुशी ले जाकर उसके घर में नाच के थोड़ा सा चावल लेकर आते हैं थोड़ा सा पैसा लेक आते हैं की हम देखिए किन्नर समाज में इतना लोग होते हैं की एक-एक घर में मैक्सिमम की पेटीज लोग या 50 लोग 100 लोग भी रहते हैं.
लेकिन वो लोग खाएंगे क्या तो उनका जो गुरु मां होते हैं तो उनको डायरेक्टर है की मेरे जो इलाका है उसमें जाके मैं ढूंढ के किसी के घर से मैं मांग के लो और मेरा बच्चा लोग खाए किन्नर समाज में इतना प्यार होते ना की आम इंसान में नहीं होते लेकिन मां भी होते हैं वहां पे मौसी भी होते हैं अपना भांजा भी होते हैं नाती होते पोती नानी होती है दादी होती सब कुछ मिलेगी वहां पे अच्छा जब आप इस प्रकार से लड़की बनी थी तो उसमें आपकी उम्र कितनी थी 24 इयर्स अभी मेरे हाल ही में मैंने ऑपरेशन किया है 5 मंथ हुआ है बस मतलब यूं कहे तो आपकी अभी उम्र 24 है और 24 मतलब 24 साल तक आप जो एक लड़की की तरह जिंदगी जिए थे बॉडी वाइस तो उसके बाद आपने आप अपनी बॉडी चेंज करवा लिया आप जो है अपनी जेंडर चेंज करवा लिया आप जो एक मेल से फीमेल बन गई है तो मेल से फीमेल बने में आपके अंदर क्या-क्या परिवर्तन आया है परिवर्तन कुछ नहीं परिवर्तन वही है मैं पहले से फीमेल अपने आप को मानती थी मुझे ज्यादा सेंस नहीं करवाना पर ज्यादा मुझे ट्रीटमेंट भी नहीं लेना पड़ा क्योंकि मैं पहले से ही अपने आप को लड़की मानती थी और मेरा ज्यादा से ज्यादा हारमोंस लड़की का ही है गलती से मेरा हारमोंस थोड़ा सा मतलब लड़का का ए गया और मेरा पार्ट जो है वो लड़का का बैंक ए गया है लेकिन सब कुछ अभी नॉर्मल है अच्छा एक बात एक सवाल और मेरा आपसे की जो है जब आप लड़का थे जब तक तो आपके किस तरह के ड्रेस पहना थे क्या लड़कियों जैसा ड्रेस पहने का मां करता था फिर आप लड़कों के लड़कों को तेरा ही ड्रेस पहना हैं लड़का का ही नॉर्मल है मैं लड़का का ही पहन के घूमती थी.