यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर जासूसी के आरोपों में कितना दम?..

16 मई को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया पांच दिन की पुलिस हिरासत में रखा गया उनसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए खुफिया ब्यूरो यानी आईबी और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम पूछताछ कर रही है चार दिन तक चली पूछताछ में जो बातें सामने आई पहले उन पर बात करते हैं.

इंडिया टुडे के हिमांशु मिश्र की रिपोर्ट के मुताबिक ज्योति ने पाकिस्तानी उच्चा आयोग के अधिकारी एस साकार उर्फ़ दानिश से संपर्क से इंकार किया दानिश को 13 मई 2025 को भारतीय निष्कासित किया था रिपोर्ट की मानें तो ज्योति के फोन से पता चला कि उसने दानिश के साथ दो चैट डिलीट की थी इसमें संभवत को अपनी जानकारी या निर्देश थे फोन को फॉेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.

रिपोर्ट बताती है ज्योति मल्होत्रा और आईएसआई की हैंडलर अली हसन के बीच चैट मिली है इन चैट्स में प्रोटोकॉल और गुप्त एजेंट जैसे शब्दों के इस्तेमाल ने जांच एजेंसियों की चिंताएं बढ़ाई है ज्योति के फोन में सिग्नल टेलीग्राम और वीpए जैसे एप्स की जांच हो रही है विदेशी सिम और इंटरनेट से लोकेशन छिपाने की कोशिश की भी जांच हो रही है जांच एजेंसियां पता लगाने की कोशिश में जुटी हैं.

कि क्या ज्योति ने भारतीय एजेंट्स की पहचान उजागर करने में आईएसआई की मदद की जांच के दौरान उनसे क्या सवाल पूछे गए दानिश से मुलाकात किसने कराई क्या उसे आईएसआई से पैसे डिजिटल मदद या वीडियो के लिए निर्देश मिले दानिश के निकाले जाने के बाद भी क्या वे संपर्क में थे चीन दुबई बांग्लादेश भूटान की यात्राओं का पैसा कहां से आया क्या कश्मीर जैसे संवेदनशील इलाके से जानकारी इकट्ठा करने को कहा गया था इस बीच इस पूरे मामले पर हरियाणा की गृह सचिव डॉ सुमिता मिश्रा की भी प्रतिक्रिया आई कारवाई एक निरंतर कारवाई है.

क्योंकि इस पे अभी भी जो ऐसे कोई भी और व्यक्ति हैं जो और अन्य चैनल्स हैं उनको भी खंगाला जा रहा है और कई बार नए चैनल्स नए नाम से उत्पन्न हो जाते हैं तो उस पे भी नजर रखी जा रही है सो ये अब जो प्रक्रिया है ये तफ्तीश है ये अभी जारी रहेगी जो पैक लिंक ऑपरेटिव्स हैं और जो सोशल मीडिया के माध्यम से जो इस तरह का प्रचार दुष्प्रचार या लिंक्स बना रहे हैं रिपोर्ट्स के मुताबिक ज्योति के घर से उसकी निजी डायरी मिली है.

इसमें कुछ नोट्स हैं जो अब जांच का हिस्सा हैं डायरी में पाकिस्तान यात्राओं के बारे में 11 पन्ने हैं इनमें आठ अंग्रेजी और तीन हिंदी में हिसार पुलिस ने इसको लेकर कोई बयान नहीं दिया है लेकिन इंडिया टुडे की श्रेया चटर्जी की रिपोर्ट के मुताबिक नोट में ज्योति ने घर की जिम्मेदारियों और जल्द दौड़ने की बात लिखी इसमें उन्होंने घर की देखभाल फल दवाइयों की बात भी कही इसके अलावा पाकिस्तान की तारीफ लिखी और दोनों देशों के बीच दोस्ती की बात लिखी ज्योति ने अपनी डायरी में लिखा कि पाकिस्तान की जितनी तारीफ करो कम है.

पाकिस्तान से 10 दिन की यात्रा के बाद मैं अपने देश लौटी हूं वहां के लोगों से बहुत प्यार मिला सीमाओं की दूरी कब तक रहेगी लेकिन दिलों की शिकायतें खत्म होनी चाहिए हम सब एक ही धरती और मिट्टी के हैं ये उन्होंने लिखा क्योंकि अपने तलाकशुदा पिता और बीमार चाचा के साथ छोटे से घर में रहती थी कोरोना में नौकरी जाने के बाद ब्लॉगिंग शुरू की गुलम्ग डल झील लद्दाख पगोंग झील के वीडियो बनाए उनके फोन से पठानकोट नाथुला पास और अरुणाचल प्रदेश के नजदीकी संवेदनशील इलाकों की वीडियो भी जांच के दायरे में रिपोर्ट के मुताबिक ज्योति के पिता ने बताया गिरफ्तारी के बाद ठीक से बात नहीं हुई यह भी कहा कि ज्योति की पाकिस्तान यात्राओं की जानकारी उन्हें नहीं थी.

मेरे को तो नहीं पता था जी अब मैं क्या कह सकता हूं ये टीवी में जो दिखा दे पता नहीं सच है कि गलत है भगवान ही जाने गलती तो की है उसने जो दिख रहा है सब लोगों को ये पता था मेरे को तो मैं इसको जाने ही ना देता मेरे को तो पुलिस वालों ने बुलाया नहीं ना तो घर पे आए थे ना घर पे बात करी है ना मेरे को वहां कोई थाने में या कोई चौकी में कहीं नहीं बुला के मेरे से कोई बात करी ज्योति की डायरी में लिखे शब्द परिवार संभालने की जिम्मेदारी पाकिस्तान के प्रति प्रेम और सरहद पार जासूसी के आरोप ज्योति के मामले ने कई सवाल छोड़े हैं.

क्या वो जानबूझकर आईएसआई की मदद कर रही थी या एक जासूसी नेटवर्क की गिरफ्तारी में आ गई क्या जासूस अब YouTube Instagram और वीडियो से भी होने लगे हैं क्या मामला उल्टा है या कुछ लोगों की माने तो क्या वो निर्दोष है अब तक सामने आई बातों से क्या तस्वीर बन रही है ज्यादा जानकारी दे रहे हैं क्राइम तक के मैनेजिंग एडिटर शमस ताहिर खान यह जो ऑपरेशन सिंदूर के पास अब तक खासतौर पर तीन स्टेट यूपी हरियाणा और पंजाब 12 के करीब पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के इल्जाम में पकड़े गए हैं.

इनमें से अभी तक खासतौर पर हम अगर ज्योति मल्होत्रा की बात करें या फिर और भी बाकी लोगों की कोई ऐसी ऑफिशियल डॉक्यूमेंट्स कोई सेंसिटिव डॉक्यूमेंट्स ऐसी इंफॉर्मेशन इनके पास से बरामद हुई फिलहाल इसकी कोई कंफर्मेशन नहीं है खुद जो ऑफ द रिकॉर्ड पुलिस वाले कह रहे हैं कि इंफॉर्मेशन तो तब यह लोग पास आउट करेंगे ना जब इनके पास इंफॉर्मेशन हो तो फिलहाल कोई ऐसी इंफॉर्मेशन इनके पास है.

नहीं लेकिन हां एक चीज तय है कि चाहे वो ज्योति मल्होत्रा हो या फिर जो 12 लोग पकड़े गए हैं इन सभी के तार नई दिल्ली के पाकिस्तानी हाई कमीशन यानी पाकिस्तानी उच्चायोग से जाकर जुड़ते हैं और पाकिस्तानी उच्चायोग में भी उस वीजा सेक्शन से जाकर जुड़ते हैं जिस वीजा सेक्शन में दो साल पहले दानिश आया था अब वीजा सेक्शन क्यों और वीजा सेक्शन से ही इन सारे जो जासूसी के मामले में पकड़े गए हैं वो क्यों है.

असल में किसी भी देश की जो एंबेसी या हाई कमीशन या उच्चा आयोग होता है वहां वीजा सेक्शन वह डिपार्टमेंट है जहां उस देश के लोगों से आप डायरेक्ट पब्लिक डीलिंग करते हैं जब भी कोई वीजा लेने के लिए आता है आपकी पूरी कुंडली उसके पास आपके सामने होती है आप पासपोर्ट देते हो आप बताते हैं क्यों जाना है किस लिए उस देश में जाना आप क्या करते हो कहां रहते हो कितना कमाते हो तो जो वीजा सेक्शन होता है.

असल में जितने भी देश के जो इंटेलिजेंट एजेंसियों के लोग होते हैं जैसे इस मामले में कहा जा रहा है कि जो भी मान लीजिए आईएसआई हो या फिर वहां के इंटेलिजेंस ऑपरेटिव के जो जासूस हो दुनिया के हर देश के लोग अपनेप एंबेसी या हाई कमीशन में वीजा सेक्शन पर स्पेशली अपने एजेंट या जासूस को बिठाते हैं.

क्योंकि वो डायरेक्ट डीलिंग करते हैं और उस डायरेक्ट डीलिंग के जरिए वह सामने वाले को परख रखने का समझने का बड़ा आसानी से मौका मिलता है और उनका काम हो जाता है यहां पर भी वीजा सेक्शन के साथ ही यह सारे तार जुड़े क्योंकि दानिश वहीं था और इन सारे लोगों के कनेक्शन दानिश से जाकर जुड़ रहे हैं अब दानिश चला गया दानिश की जगह कोई और आएगा.

लेकिन ये जो पूरा जासूसी का खेल होता है इसकी शुरुआत सिर्फ पाकिस्तान नहीं हर देश में इसी वीजा सेक्शन डिपार्टमेंट से होती है क्योंकि वहां से आप डायरेक्ट डील करते हो आपने शम्स को सुना और मामले की बारीकियां जानी कानून अपनी गति से काम करता है और यह उम्मीद की जा सकती है कि उस मामले की त्वरित जांच हो जो भी सच हो सामने आए.

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