कैसे एक हादसे ने हरीश कुमार की पूरी ज़िंदगी बदलदी…

एक हादसे ने इस उभरते सितारे को कहीं का नहीं छोड़ा दोस्तों एक हादसा कैसे किसी की जिंदगी बदल सकता है यह आज की वीडियो में हम आपको बताएंगे और अगर ऐस या किसी कलाकार के साथ हो तो उसके लिए तो किसी श्राप से कम नहीं होता एक हादसे ने इस बॉलीवुड एक्टर की पूरी जिंदगी पलट कर रख दी इस उभरते हुए सितारे को जमीन पर लाकर पटक दिया एक हादसे ने इस अभिनेता के करियर को तबाह कर दिया जिस अभिनेता ने हिंदी सिनेमा में बॉलीवुड के सुपरस्टार करिश्मा कपूर के साथ डेब्यू किया था कैसे सिर्फ 2 साल के अंदर उसका पूरा करियर खत्म हो गया किस्मत ने कैसे इन अभिनेता के साथ धोखा किया और इसे पूरी तरीके से खत्म कर दिया हम बात कर रहे हैं.

80 और 90 के दशक के उ बढते सितारे हरीश की जिन्हें आपने इस दौर में कई फिल्मों में देखा था हिंदी सिनेमा में ऐसी किस्मत वाले कम हीरो होते हैं जो अपनी पहली फिल्म से रातों-रात स्टार बन जाते हैं और हरीश भी उन्हीं में से एक थे हरीश का जन्म 1 अगस्त 1975 को हैदराबाद में हुआ था उनकी किस्मत जैसे सिनेमा से ही जुड़ी हुई थी वो जब सिर्फ 4 साल के थे साउथ के मशहूर डायरेक्टर वीबी राजेंद्र प्रसाद श्रीदेवी के साथ एक फिल्म बना रहे थे जिसमें श्रीदेवी के बेटे के लिए तीन-चार साल का सुंदर सा बच्चा चाहिए था इत्तेफाक से उनकी नजर मास्टर हरीश पर पड़ी और उन्हें देखते ही डायरेक्टर ने फिल्म में कास्ट कर लिया ये फिल्म हिट हुई और बच्चा भी सबके दिलों को भा गया यहीं से के काम की और फिल्मों की शुरुआत हो गई जिसके बाद सिर्फ तेलुगु ही नहीं बल्कि तमिल और मलयालम फिल्मों में भी हरीश को काम करने का मौका मिला साउथ इंडस्ट्री में तो एक के बाद एक हरीश के पास फिल्मों की लाइन लग गई थी.

और छोटे से हरीश कई फिल्मों में नजर आने लगे बचपन से हरीश साउथ इंडस्ट्री का बड़ा नाम बन गए थे और सभी उन्हें अपनी फिल्मों में कास्ट करना चाहते थे फिल्म आंध्र केसरी के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एनडी रामा राव ने हरीश को स्टेट अवार्ड भी दिया था धीरे-धीरे उनका नाम बड़ा होने लगा और हिंदी सिनेमा तक भी उनके नाम की चर्चा होने लगी 1982 में 7 साल की उम्र में ही हरीश को रेखा अमोल पालेकर और राज बब्बर के साथ फिल्म जीवनधारा में काम करने का मौका मिला जिसके बाद 1987 में उन्हें संसार फिल्म भी मिली बहुत कम उम्र में ही उन्होंने रजनीकांत धर्मेंद्र जितेंद्र और कमल हसन के साथ काम कर लिया था ऐसे बहुत कम सितारे होते हैं जिन्हें छोटी उम्र में ही बॉलीवुड और साउथ इंडस्ट्री के बड़े-बड़े सुपरस्टार के साथ काम करने का मौका मिल जाता है लेकिन हरीश की किस्मत बहुत अच्छी थी कि उन्हें कम उम्र में ही इन सभी सितारों के साथ स्क्रीन शेयर करने का मौका मिल गया इतना ही नहीं उनके काम की प्रशंसा भी की जाती थी.

यह अपने आप में बहुत बड़ी बात थी 15 साल की उम्र में उन्हें कमल हसन के साथ डेज फिल्म में लीड रोल मिल गया इस फिल्म से हरीश को लीड रोल के दौर पर भी प्रसिद्धि मिल गई थी इस फिल्म में कमल हसन के अलावा हरीश की एक्टिंग की काफी तारीफ की गई और सभी जगह उनकी चर्चा होने लगी हैदराबाद के प्रसिद्ध डायरेक्टर डी रामा नायडू हरीश से बहुत प्रभावित थे उन दिनों रामाराव एक फिल्म की योजना बना रहे थे और उसके लिए उन्हें अच्छे चेहरे की तलाश थी हरीश से वो पहले से ही प्रभावित थे और उन्होंने इस फिल्म के लिए हरीश को ही कास्ट करने के बारे में सोचा उन्होंने तेलुगु फिल्म प्रेम कैदी की योजना बनाई और हरीश को लीड रोल दे दिया इस फिल्म में आने के बाद जैसे साउथ इंडस्ट्री में तहलका मच गया.

और रातों-रात ये फिल्म सुपरहिट साबित हुई फिल्म ने साउथ बॉक्स ऑफिस पर बहुत अच्छा बिजनेस किया और हरीश कुमार तेलुगु सिनेमा के सुपरस्टार बन रमा नाडू फिल्म की कामयाबी से इतना खुश थे कि उन्होंने बॉलीवुड में भी इसी नाम से हिंदी फिल्म बनाने का ऐलान कर दिया जब इस फिल्म को हिंदी में बनाने की चर्चा होने लगी तो डायरेक्टर ने हरीश को इस फिल्म में लीड रोल देने का फैसला किया लेकिन डायरेक्टर को हरीश के बराबर कोई हीरोइन चाहिए थी हरीश का स्टारडम उन दिनों आमान चू रहा था उनके कद को देखते हुए उनके ही जैसा स्टारडम रखने वाली लड़की की तलाश शुरू हो गई और यह तलाश खत्म हुई हिंदी सिनेमा के मशहूर खानदान कपूर खानदान की बेटी करिश्मा कपूर पर आकर करिश्मा को भी लॉन्च करने की पूरी तैयारी हो चुकी थी और बड़े ब्रेक की तलाश थी उन्हें जब प्रेम कैदी ऑफर हुई तो हरीश का नाम सुनते ही करिश्मा ने हां कर दिया 1991 में प्रेम कैदी रिलीज हुई बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने तहलका मचा दिया और तेलुगु से भी ज्यादा हिंदी फिल्म को प्रसिद्धि मिली हरीश कुमार और करिश्मा कपूर पहली फिल्म से सुपरस्टार बन गए थे.

बॉलीवुड डायरेक्टर और प्रोड्यूसर की लाइन इनके आगे लगना शुरू हो गई अगले साल हरीश को तिरंगा फिल्म मिली जिसमें वो नाना पाटेकर के साथ नजर आए और ये फिल्म भी सुपरहिट रही हरीश कुमार की एक खूबी थी कि वो स्टार होने के बाद भी अपनी जमीन से जुड़े हुए थे और स्टारडम को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया था वो सिर्फ फिल्म की कहानी देखा करते थे कभी लीड हीरो के लिए जिद नहीं करते थे इसी वजह से स्टार होते हुए भी उन्होंने गोविंद के साथ कई फिल्मों में साइड हीरो का किरदार भी निभाया आंटी नंबर वन हीरो नंबर वन और कूली नंबर वन में हरीश ने गोविंदा के साथ साइड हीरो का किरदार निभाया और यह सभी फिल्में सुपरहिट रही और उनके काम को पसंद भी किया गया हरीश इस समय सफलता के चरम पर थे और एक के बाद एक हिट फिल्में दे रहे थे लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था रिपोर्ट बताती है.

कि अचानक मोटापा पड़ने की वजह से उनको काम मिलना बंद हो गया था लेकिन इसके पीछे असली सच क्या था इसके बारे में किसी को पता नहीं चला कि इतना फिट हीरो अचानक से इतना मोटा कैसे हो गया सब कुछ अच्छा चल रहा था लेकिन अचानक हरीश की तबीयत बिगड़ने लगी और उनकी रीड की हड्डी में दर्द रहने लगा उन्हें लगा मामूली सा दर्द होगा लेकिन दिन निकलने के साथ-साथ जब दर्द बढ़ने लगा तो उनके हालत इतनी खराब हो गई कि बेड से उठना तक मुश्किल हो गया वॉशरूम जाने तक के लिए उन्हें सहारे की जरूरत पड़ने लगी डॉक्टर को दिखाया तो पता चला बचपन में जब उन्हें रीड की हड्डी में चोट लगी थी वही चोट अब उभर आई है और परेशानी का कारण बन गई है और हरीश को स्लिप डिस्क हो गया है जो कि एक गंभीर बीमारी है डॉक्टर ने दवा के साथ 2 साल तक काम करने से साफ मना कर दिया हरीश की हालत इतनी बिगड़ चुकी थी कि चलने फिरने तक के लिए वो सहारे के मोहताज हो गए थे मजबूरी में उन्हें घर पर ही रहना पड़ा.

और उनका शरीर बेडौल हो गया और उनका मोटापा बढ़ गया लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद भी उनकी बीमारी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई और उन्हें ठीक होने में ज्यादा समय लग गया लेकिन जब उनकी बीमारी खत्म हुई तब तक उनका स्टारडम भी खत्म हो चुका था पीक पर चल रहे हरीश कुमार को लोग भूल गए थे लेकिन हरीश ने फिर भी हार नहीं मानी थी उन्होंने एक बार फिर वापसी की कोशिश की लेकिन उनके बेडौल शरीर को देखते हुए निर्माता निर्देशक उनसे किनारा करने लगे कुछ एक फिल्में मिली लेकिन वो भी फ्लॉप साबित हुई जब हरीश को बॉलीवुड में काम नहीं मिला तो उन्होंने साउथ में काम तलाशा लेकिन वहां से भी निराशा ही हाथ लगी बचपन के एक हादसे में 300 फिल्मों में काम कर चुके उभरते सितारे को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया और उनके करियर को तबाह कर दिया अगर उनकी निजी जिंदगी की बात करें तो 20 साल की उम्र में ही उन्होंने संगीता चूक से शादी कर ली थी दोनों के दो बे बेटे हैं और सब मुंबई में ही रहते हैं.

हरीश के पास अब कोई काम नहीं है और व गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं एक समय पर हिंदी और साउथ सिनेमा का उभरता सितारा 47 साल की उम्र में ही गुमनामी की जिंदगी जीने को मजबूर हो गया दोस्तों शायद इसीलिए कहते हैं कि किस्मत का हमारी जिंदगी में बहुत बड़ा हाथ होता है जिस तरह से किस्मत में अचानक से हरीश को आसमान पर पहुंचा दिया था वैसे किस्मत ने ही उन्हें अचानक से जमीन पर लाकर गिरा दिया हिंदी के साथ-साथ साउथ सिनेमा में भी हरीश ने अच्छा काम किया और सितारे के तौर पर उभरे थे लेकिन अपनी बीमारी की वजह से सिर्फ 2 साल में ही उनका पूरा करियर खत्म हो गया इसके बाद कोशिश करने के बावजूद वो कभी वापसी नहीं कर पाए दोस्तों क्या आप हरीश कुमार याद है क्या आपने उनकी कोई फिल्म देखी है और आपको उनकी फिल्म का कौन सा किरदार सबसे ज्यादा अच्छा लगा कमेंट करके जरूर बताएं.

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