मुंबई में दादा साहब फाल्के अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार घोटाला पकड़ा गया..

अवार्ड के नाम पर शाहरुख खान रणवीर सिंह आल्या भट्ट बॉबी देवल और रेखा सहित पूरे बॉलीवुड को बेवकूफ बनाने वालों का पर्दाफाश हुआ है आरोप है कि अवार्ड एक्टर्स से पैसे लेकर उन्हें बेचा जा रहा था पिछले कुछ सालों से बॉलीवुड में हर दूसरे एक्टर को दादा साहब फाल के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड से नवाजा गया है उनकी फिल्म फ्लॉप भी हो जाए लेकिन उन्हें बेस्ट एक्टर का अवार्ड दिया गया है इसके फर्जीवाड़े का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है.

कि एक तरफ ये अवार्ड शाहरुख खान ने भी जीता और दूसरी तरफ डॉली चाय वाले को भी यही अवार्ड मिल गया एक तरफ आल और रेखा को यह अवार्ड मिला तो दूसरी तरफ राखी सामत ने यह अवार्ड जीत लिया पुलिस ने अब इस अवार्ड को बांटने वाले अनिल मिश्रा और अभिषेक मिश्रा पर एफआईआर दर्ज कर ली है अनिल मिश्रा गदर फिल्म बनाने वाले अनिल शर्मा के स्पॉट बॉय थे अनिल ने बाद में दादा साहब फाल के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड नाम से एक संस्था बनाई.

और एक्टर्स को अवार्ड बेचने लगे भारत सरकार भी दादा साहब फाल के अवार्ड देती है यह फिल्म जगत का सबसे बड़ा अवार्ड है जो आज तक कुछ किने चुने लोगों को मिला है यह अवार्ड हर साल भी नहीं दिया जाता यह अवार्ड किसे देना है यह भारत सरकार तय करती है आखिरी बार दादा साहब फाल के अवार्ड मिथिल चक्रवर्ती को साल 202 में दिया गया था.

लेकिन दादा साहब फाल के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल हर 5-7 महीने में सैकड़ों की तादाद में बांटे जा रहे हैं लोगों को लग रहा था कि यही दादा साहब फाल के अवार्ड है जो भारत सरकार देती है अ मर्जला की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले अनिल मिश्रा पहले फिल्म डायरेक्टर अनिल शर्मा के स्पॉट बॉय थे.

अनिल ने बाद में दादा साहब फाल के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड नाम से एक संस्था बनाई और बॉलीवुड एक्टर्स को ये अवार्ड्स बेचने लगे ऐसे में फ्लॉप फिल्म फ्लॉप एक्टर को भी बेस्ट फिल्म और बेस्ट एक्टर का अवार्ड बेचा जाने लगा इस अवार्ड की खरीद फरोख से बहुत अच्छी कमाई हो रही थी स्पों सरशिप के नाम पर भी करोड़ों रुपए आने लगे अवार्ड को पॉपुलर बनाने के लिए हर चंगू मंगू इन्फ्लुएंस को यह अवार्ड बांट दिया गया.

अवार्ड बेचने का धंधा तो फिलहाल कई बड़ी कंपनियां करने लगी हैं अवार्ड शो तो अब वैसे भी असली नहीं हुआ करते हैं सब कुछ पहले से फिक्स होने लगा है लेकिन यह एक शुरुआत है जो मुंबई पुलिस की तरफ से की गई है मुंबई पुलिस ने इस मामले में सख्ती दिखाई है ऐसे फर्जी अवार्ड शोज को बंद करना चाहिए फिलहाल आप क्या कहेंगे इस पर अपनी राय हमें कमेंट में दीजिए.

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