एक तरफ मोहब्बत में बर्बाद होकर रह गई थी सुलक्षणा। संजीव की मौत के बाद डिप्रेशन ने घेरा। गवाई सुधबुध। बिस्तर पर काटे 16 साल। आखिरी दिनों में कैसा था सुलक्षणा का हाल। मां जैसी बड़ी बहन को खोकर तड़पी विजेता। साल 2025 में बॉलीवुड को एक के बाद एक कई दर्द मिल रहे हैं। अक्टूबर में हमने कई दिग्गज कलाकारों को खो दिया और नवंबर का महीना भी कुछ अलग साबित नहीं हो रहा है। पहले हफ्ते में ही हम दो हस्तियों को खो चुके हैं,
जहां 7 नवंबर को संजय खान की पत्नी और एक्ट्रेस ऑथर जरीन कतरक का निधन हो गया। तो वहीं 6 नवंबर की रात दिग्गज एक्ट्रेस और सिंगर सुलक्षणा पंडित भी दुनिया को अलविदा कह गई। 70 और 80 के दशक में अपनी खूबसूरती और मखमली आवाज के लिए मशहूर रही सुलक्षणा के निधन की दुख भरी खबर जैसे ही आई हर कोई सन रह गया। जहां तमाम फैंस सुलक्षणा के निधन पर दुख जताने लगे और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करने लगे तो वहीं कई उनकी दुख भरी जिंदगी के किस्सों को दोहराने लगे। सुलक्षणा के अंतिम संस्कार में भावनाओं की बाढ़ देखने को मिली,
जब दिग्गज एक्ट्रेस की अर्थी के पास उनकी छोटी बहन विजेता पंडित फूट-फूट कर रोती नजर आई। विजेता को यूं रोता बिलखता देख वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गई। तो अब विजेता ने अपनी बहन के आखिरी दिनों के बारे में बात की है। विजेता ने खुलासा किया है कि अपने आखिरी दिनों में सुलक्षणा सूख कर हड्डियों का ढांचा बन गई थी। उनकी कई सर्जरी हुई। जिंदगी के 16 साल सुलक्षणा ने बिस्तर पर ही गुजार दिए,
मां जैसी बड़ी बहन को खोने के बाद विजेता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि सुलक्षणा दीदी मेरी दूसरी मां जैसी थी। कूल्हे की चोट और कई सर्जरी के बाद वह 16 साल तक बिस्तर पर रही। इतने सालों में मैंने और मेरे परिवार ने उनकी देखभाल की। हमने ना सिर्फ घर का एक सदस्य बल्कि एक टैलेंटेड सिंगर और एक्ट्रेस को भी खो दिया है। जिन्होंने अपने समय के सभी बड़े नामों के साथ काम किया था। सुलक्षणा के निधन के बाद एक अजीब संयोग की भी खूब बात हो रही है और वह है संजीव कुमार की बर्थ एनिवर्सरी के ही दिन सुलक्षणा का भी दुनिया छोड़कर चले जाना,
यह बात किसी से छिपी नहीं है कि दिवंगत एक्टर संजीव कुमार को सुलक्षणा दिल की गहराइयों से चाहती थी। हनुमान मंदिर में एक्ट्रेस ने संजीव से उनकी मांग भरकर शादी करने की ख्वाहिश भी जताई थी। लेकिन संजीव सुलक्षणा से शादी नहीं कर सके। संजीव की मौत के बाद एक्ट्रेस गहरे डिप्रेशन में चली गई थी और 40 साल बाद उसी दिन सुलक्षणा ने भी आंखें मूंद ली थी जिस दिन संजीव का निधन हुआ था। विजेता ने इस अजब संयोग पर भी अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने कहा कि क्या यह विडंबना नहीं है कि सुलक्षणा का निधन संजीव कुमार की पुण्यतिथि को हुआ,
उनके गहरे रिश्ते और उनके प्रति उनके प्रेम के बारे में सभी जानते हैं। संजीव कुमार को हमारे परिवार से बहुत लगाव था। लेकिन उनका रिश्ता कभी शादी में नहीं बदल पाया। दीदी जिंदगी भर कुंवारी रही क्योंकि संजीव कुमार उनसे शादी नहीं कर सके। दोनों कुंवारे रहे और मुझे लगता है कि कायनात ने उनके रिश्ते को एक बार फिर मंजूरी दे दी। सुलक्षणा दीदी का निधन भी उसी दिन हुआ जिस दिन संजीव कुमार का निधन हुआ था। 6 नवंबर को। जानकारी के लिए बता दें कि सुलक्षणा पंडित का निधन 6 नवंबर की रात कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुआ था। लंबे वक्त से वह गुमनामी की जिंदगी जी रही थी.