एक बात तो सच है भारत के लोगों में जितना दोगलापन है उतना दुनिया के किसी देश में नहीं। याद है आपको 8 जून 2022 राजस्थान के उदयपुर में दो मुस्लिम शख्स ने एक भारतीय दर्जी कन्हैया लाल तेली का सिर कलम कर दिया था। इस हत्याकांड ने उस वक्त पूरे देश को हिला कर रख दिया था,
लोग सड़कों पर उतर आए थे। ऐसा लग रहा था कि पूरा देश कन्हैया लाल की हत्या से गुस्से में है और उनके परिवार के साथ खड़ा है। लेकिन अब जब कन्हैया लाल पर बनी फिल्म रिलीज हुई है। इसमें वह सारी बातें दिखाई गई हैं जो आम लोगों को नहीं पता। इससे कमाने वाला पैसा,
उनके गरीब परिवार को दिया जाने वाला है। तब कितने लोग इस फिल्म को देखने पहुंच रहे हैं? जानते हैं आप। 8 अगस्त को रिलीज हुई इस फिल्म ने पहले दिन सिर्फ ₹13 लाख का कलेक्शन किया और दूसरे दिन तो सारी हदें पार हो गई। फिल्म ने कल 9 अगस्त को सिर्फ ₹1 लाख की कमाई की है,
उदयपुर फाइल्स 4500 स्क्रीनंस पर रिलीज हुई है। लेकिन इसे देखने के लिए लोग नहीं पहुंच रहे। जबकि कन्हैया लाल की हत्या के बाद लाखों करोड़ों लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस फिल्म की रिलीज को रोकने के लिए भी लाख कोशिशें की गई। मोहम्मद जावेद नाम के,
शख्स ने कोर्ट में याचिका दायर की थी जिसके कारण फिल्म की रिलीज रुक गई। जावेद कन्हैया लाल मामले में आठवां आरोपी था। उसने मांग की थी कि जब तक उसका केस चल रहा है तब तक फिल्म की रिलीज पर रोक लगाई जाए। उसका कहना था कि फिल्म का ट्रेलर और प्रचार सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा सकता है,
और उससे इसके केस पर असर पड़ सकता है। काफी समय बाद कोर्ट ने इस फिल्म को रिलीज करने की अनुमति दी। सेंसर बोर्ड ने इसमें 55 कट लगाए तब जाकर ये फिल्म सिनेमाघरों में पहुंची है। एक-दो दिन के अंदर अगर दर्शक नहीं मिले, तो ये फिल्म फ्लॉप होकर,
सिनेमाघरों से उतर जाएगी। दूसरी तरफ कन्हैया लाल का बेटा सिनेमा हॉल में उस वक्त रो पड़ा जब फिल्म में उसके पिता की हत्या का सीन आया। फिल्म लोगों के दिलों को छू रही है। लेकिन अफसोस इसे देखने के लिए लोग ही नहीं आ रहे। ऐसे में किसी को कैसे इंसाफ मिलेगा। एक बार फिर बुराई जीतने जा रही है.