भारत को अपना रुख करना होगा साफ़, ईरान ने दे दी चेतावनी!..

ईरान इजराइल की जंग तेज होती जा रही है। ऐसे में इस जंग को लेकर पूरी दुनिया टेंशन में है। तमाम देश दो गुटों में बट गए हैं। एक जो इजराइल का साथ दे रही है। वैसे इजराइल के साथ देने वाले देशों में भी कोई भी देश ऐसा नहीं है जो खुलकर उसे समर्थन दे रहा हो।

वहीं बात ईरान की करें तो उसे कई देशों से समर्थन मिल रहा है। लेकिन भारत ने अब तक इस पर अपना रुख साफ नहीं किया है। जिसे लेकर अब ईरान ने चेतावनी दे दी है। तो जंग पर भारत के रुख को लेकर क्या बोला ईरान? जानने के लिए देखिए रिपोर्ट। ईरान इजराइल की जंग जैसे-जैसे,

बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे इस जंग का दायरा भी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। जिस तरह के हालात बने हुए हैं और जो तमाम देशों के बयान सामने आ रहे हैं, उसे देख माना जा रहा है कि अमेरिका, रूस, चीन जैसे देशों की इस जंग में कभी भी एंट्री हो सकती है। लेकिन भारत ने अब तक खुद को इस जंग से तटस्थ किया हुआ है,

भारत ने शघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ के उस बयान से भी खुद को अलग कर लिया जिसमें इजराइल के हमलों की निंदा की गई थी। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत ने इस बयान में चर्चा में भाग नहीं लिया। जहां तमाम देश खुलकर इजराइली हमलों की निंदा कर रहे हैं, वहां भारत की यह चुप्पी अब ईरान को बर्दाश्त नहीं हो रही। और अब ईरान ने भी साफ कर दिया है कि भारत खुद को इस जंग से दूर नहीं रख सकता,

तठस्थ नहीं रह सकता। उसे अपना स्टैंड साफ करना होगा कि वो किसके साथ है। क्योंकि ईरान का साफ कहना है कि इजराइली हमले अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है। ईरान को भरोसा है कि पाकिस्तान ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे उसे नुकसान पहुंचे। लेकिन भारत के रुख पर सबकी नजरें बनी हुई है क्योंकि इजराइल से भारत के संबंध मौजूदा वक्त में काफी अच्छे हैं,

दोनों देशों में सैन्य उपकरणों का व्यापार काफी अच्छा है। वहीं ईरान से भारत के पारंपरिक संबंध हैं। अब ऐसे में भारत किसे चुनता है यह हर कोई जानना चाहता है और ईरान ने भी अब भारत से पूछ लिया है कि क्या वो इजराइली हमलों की निंदा करेगा? ईरानी दूतावास में मिशन उप प्रमुख मोहम्मद जावेद हुसैनी ने कहा कि भारत ग्लोबल साउथ को लीड करता है,

ऐसे में भारत को एक संप्रभु देश पर हमला कर अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने वाली इजराइली कारवाई की निंदा करनी चाहिए। जबकि भारत ने दोनों ही पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कूटनीतिक संवाद का रास्ता अपनाने की बात कही है। लेकिन अब ईरान की इस चेतावनी के बाद क्या भारत के रुख में कोई बदलाव आएगा? भारत अब ईरान का साथ देगा या इजराइल का यह देखने वाली बात होगी.

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