सितारे ज़मीन पर मूवी का पब्लिक रिव्यु, लोगोने क्या क्या बताया जानिए..

इट्स एक्सीलेंट फिल्म, इट्स एन एक्सीलेंट फिल्म। 5:00 बजे पांच। बहुत ही अच्छे से पोएट्री किया। आपकी आंखों में आंसू आएंगे, गुस्पर्म्स आएंगे। बहुत अच्छी लगी। क्लास ओरिएंटेड फिल्म, क्लास ओरिएंटेड कॉमेडी। आमिर खान का काम बहुत अच्छा है। वो तो हमेशा से हमको अच्छे कैरेक्टर्स, डिफरेंट-डिफरेंट कैरेक्टर्स डिलीवर करते आए हैं। बहुत ही मस्त लगी मुझे सितारे जमीन पे। एकदम कॉमेडी सब कुछ मस्त है उसमें। बहुत मस्त है। बहुत मस्त है। फिल्म काफी बेहतरीन निकल आई है। फिल्म में ड्रामा है, इमोशंस है, कॉमेडी है। एंड आमिर खान की ओवर एक्टिंग भी थोड़ी बहुत आपको देखने मिलेगी। मुझे सेकंड हाफ अच्छा लगा। थोड़ा इमोशनल था। बहुत अच्छा था,

बहुत फन बहुत एंटरटेनिंग बहुत मजा। फर्स्ट हाफ, सेकंड हाफ बहुत ज्यादा एंटरटेनिंग। सेकंड हाफ। सेकंड हाफ में लाइक कॉमेडी इतना भरपूर है और इतने कैरेक्टर्स हैं और कैरेक्टर्स का बिहेवियर वगैरह बहुत मजा है। फिल्म का प्लॉट ये है कि ये ऑटिज्म एंड डाउन सिंड्रोम के बारे में बात करती है। जो डिसेबिलिटी लोगों लोग होते हैं उनके बारे में बात करती है। वो कितने बेहतरीन है नॉर्मल लोगों से। ये उस फिल्म का शिष्य है बताने का। मेरे ख्याल से काफी खूबसूरत तरीके से आमिर खान ने प्रदर्शन किया है उन सारी चीजों का,

कहीं ना कहीं किसी भी चीज का मजाक नहीं उड़ाया है ना फिर उनको उनकी इमेज को कहीं ना कहीं नीचे दिखाया ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। काफी बेहतरीन तरीके से दिखाया है। सेकंड हाफ कौन सी ज्यादा इंगेजिंग रही? इंगेजिंग सेकंड हाफ रहा है। आमिर खान का फर्स्ट हाफ में आपको ओवर एक्टिंग देखने मिलेगा। तो वो थोड़ा सा टॉयलेट आपको करना पड़ेगा। बड़े स्क्रीन की बात करें तो आमिर और जिनेलिया पहली बार जिनेलिया जिनेलिया बहुत खूबसूरत लग रही है,

उनकी जोड़ी काफी यू नो कमाल की लग रही है। अच्छी लग रही है। मुझे ऐसा लगता है कि आमिर खान ने जिनेलिया के साथ और काम करना चाहिए। मेरा नाम है डॉक्टर राजन संगीरा एंड बिल्कुल मैं एजुकेशन फील्ड से हूं तो ये मूवी हमारे लिए बहुत रेलेवेंट है। इससे पहले तारी जमीन पर आई थी वेयर यू नो दे हैड शोन लर्नर्स दे हैव डिफिकल्टी रीडिंग द अल्फाबेट्स ये मूवी में स्पेशली चैलेंज जैसे ऑटिज्म हो या डाउन सिंड्रोम बट इसमें ये दिखाया गया है कि एक अगर आपकी ऐसी है वीकनेस आपने तो आपने बहुत सारी स्ट्रेंथ डाली है एव्री चाइल्ड इज स्पेशल एव्री चाइल्ड इज यूनिक तो व्हाट इज सेंसिटिव टचिंग और बहुत ही इमोशनल पोट्रेल है बहुत ही ज्यादा आप सहम जाएंगे आंसू आ जाएंगे आपकी आंखों में गूसबम्स आएंगे और हर किरदार इतना अच्छा इतना इनोसेंट है कि आपको देख के बहुत अच्छी लगेगी सितारे जमीन पे मूवी मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं सबको रेकमेंड करूंगी प्लीज आप लोग यह मूवी देखिए। आमिर खान का काम बहुत अच्छा है,

वो तो हमेशा से हमको अच्छे कैरेक्टर्स डिफरेंट-डिफरेंट कैरेक्टर्स डिलीवर करते आए हैं। और मैं ये बोलूंगी कि जेनीलिया भी बहुत क्यूट है। बहुत एंटरटेनिंग है और मुझे उनको देखने में भी बहुत मजा आता है। एंड इस तरह का जो मूवी है सबको देखना चाहिए। एक्सपीरियंस करना चाहिए। बिकॉज़ जो बच्चे हैं ये हमारी दुनिया के पार्ट है। हमारे ही सितारे हैं। तो देखिए और एंजॉय कीजिए। सितारे तमी पर फिल्म मुझे बहुत अच्छी लगी। फर्स्ट हाफ सेकंड हाफ कौन सी ज्यादा? मुझे सेकंड हाफ अच्छा लगा। थोड़ा इमोशनल था। बहुत बहुत अच्छा था,

जलिया एंड की नया नया जोड़ी था ये और एज ऑलवेज जलिया भी बहुत अच्छे एक्ट्रेस है। और आमिर खान जी तो है ही। बहुत ही मस्त लगी मुझे सितारे जमीन पे। एकदम कॉमेडी सब कुछ मस्त है उसमें। फर्स्ट हाफ, सेकंड हाफ कौन सी ज्यादा एंगेजिंग? फर्स्ट हाफ ज्यादा एंगेजिंग है। बहुत मस्त मूवी है। फर्स्ट हाफ ज्यादा एंगेजिंग है। इतारे जमीन पर मूवी मुझे ओवरऑल काफी अच्छी लगी है। ये नॉर्मल टिपिकल ड्रामा मूवी नहीं है। ये काफी अलग हटकी मूवी है जो लोगों को देखनी चाहिए और ऐसे इंडिया में बहुत सारे स्पेशल चाइल्ड हैं जिनको लोग नहीं दिखाते जिनको लोग देखना नहीं पसंद करते। बट ये जो कैरेक्टर पकड़ा है जो कैरेक्टर मूवी में पकड़ा है जिसको पोट्रे किया है वो काफी अच्छा है,

तो अभी इंडिया में ऐसा है कि जो डिसएबिलिटी बच्चे होते हैं स्पेशल चाइल्ड वाले जो बच्चे होते हैं उनको लोग थोड़ा सा अलग नजर में देखते हैं। अलग वे में देखते हैं। बट उस कैरेक्टर को आमिर खान ने जो जिया है जो प्ले किया है वो काफी लोगों को पसंद आएगा और एक एक सराउंडिंग में एक अच्छा मैसेज जाएगा लोगों को कि प्लीज उनको अगर वो डिसेबल है या स्पेशल है तो उनको अलग ट्रीटमेंट का एक तरीका है उनको हम नेगलेक्ट नहीं कर सकते उनको अपने साथ में सारी चीजों में स्कूल में अच्छी स्कूल में भेज सारी चीजें उनके साथ अच्छी कर सकते हैं,

बट ओनली एजुकेशन चाहिए जो अभी हम दे रहे हैं तो काफी अच्छा मूवी किया है मिस्टर आमिर खान ने बहुत अच्छा लगा इट्स इट्स इट्स एक्सीलेंट फिल्म इट्स एन एक्सीलेंट फिल्म एंड आमिर खान डीड वेरी वेल एंड द ब्रेकिंग पॉइंट आई थिंक दैट द द यूएसपी ऑफ़ द फिल्म इज द द डिफिट इन द फाइनल मैच सेकंड आई थिंक सेकंड हाफ इज़ बेटर देन फर्स्ट हाफ बहुत अच्छी लगी क्लास ओरिएंटेड फिल्म क्लास ओरिएंटेड कॉमेडी फर्स्ट मगर नॉट मास ऑडियंट मास ऑडियंस जो है केले वाला रिक्शा वाला सब्जी वाला उनको थोड़ा थोड़ा अटपटा लगेगा बिकॉज़ वो वो वो जो है ना ये ट्रीटमेंट ही ऐसा है सब्जेक्ट ही ऐसा है मास ऑडियंस के लिए नहीं बनी है मुझे मालूम है ये अगर वो पसंद करते हैं तो बहुत अच्छा होगा मगर मुझे नहीं लगता है मास ऑडियंस में उतरेगी रियल में सितारे जमीन पे आ गए ऐसा लग रहा है,

अच्छा क्या बात है फर्स्ट हाफ सेकंड हाफ कौन से ज्यादा इंगेज लग रही है सेकंड हाफ काफी टाइम के बाद आमिर खान के साथ एक नई जोड़ी देखी गई थी उनकी केमिस्ट्री कैसी लगी दोनों की केमिस्ट्री अच्छी लगी अगर मैं इन आर्टिस्ट की बात करूं साइड कैरेक्टर की बात करूं थोड़े डिसपेंड स्पेशल चाइल्ड बच्चे हैं उनकी एक्टिंग कितनी रियलिस्टिक लगी क्या कैसा क्या उनकी एक्टिंग बहुत ही अच्छी है और उनका लास्ट में जो गाना है क्लाइमेक्स में मंगलम शुभ मंगलम गाना बहुत अच्छा है इस फिल्म के गाने आपको कैसे लगेच वही लास्ट गाना जो बहुत ही अच्छा है मतलब लास्ट गाने ही आपको हां बट ओवरऑल कहानी की बात करें तो एक सोशल मैसेज भी दिया गया है,

आप उसे कितना मानते हैं और कितना सोशल मैसेज में ये है कि जो मन बुद्धि के बच्चे रहते हैं लोगों के दिमाग में रहता है कि उनके पास दिमाग नहीं है लेकिन वो हमसे भी ज्यादा होशियार रहता है उनसे हमको कुछ सीखने को मिलता है वो सोशल मैसेज है बहुत बहुत ही अच्छा है। ये कहना जायज नहीं जाएगा कि आमिर खान बहुत टाइम के बाद एक अच्छी मूवी लाए हैं जो बॉक्स ऑफिस पे कमाल कर सकती है। हां ये पिक्चर कमाल कर सकती है क्योंकि इसमें बॉलीवुड तड़का नहीं है फिर भी फिर भी पिक्चर चलेगी मेरे ख्याल से सुपरहिट जाओगी। फिल्म को कितने स्टार देना चाहेंगे?.

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