शाहरुख के साथ रब ने बना दी जोड़ी में काम करने के दौरान दोस्ती पर विनय पाठक ने क्या कहा?..

माचो की डेफिनेशन सिखा रहे हैं शाहरुख के किरदार को जो दोस्ती आपकी ऑफ स्क्रीन मतलब ऑन स्क्रीन जो दिखाई दी तो क्या ऑफ स्क्रीन भी ऐसी कोई दोस्ती रही कैसा रहा उस सेट का अनुभव अच्छा रहा उस सीन के बारे में बताइए कैसे शूट हुआ क्या आप आप कितनी पुरानी बात कर रही है आपको पता है 2008 में वो पिक्चर रिलीज हुई थी हम्म अभी क्या चल रहा है 17 साल पुरानी बात आप मुझसे पूछ रही हैं.

और कह रही है कि बताइए वो अनुभव कैसा रहा अच्छा ही था हम मुझे तो दैट्स ऑल आई रिमेंबर आई रिमेंबर वास ग्रेट फन आपको तो खान साहब से भी पूछना चाहिए बिल्कुल कि भाई वो सीन जब आपने शूट किया था उस छोटे से कलाकार के साथ कैसा था अनुभव हुआ क्या छोटे से कलाकार सर इतना यानी चलो बड़े से कलाकार बोलो मोटे से कलाकार बोल लो उस मोटे से कलाकार के साथ जो आपने किया था.

तो हां वो वो बहुत पुरानी बात हो गई उसके बाद भी मतलब ऐसी कई चीजें हुई है और अगर आप देखें फिल्म में लगता है कि मेरा मेरा कुछ छह या सात दिन का काम था उस पिक्चर में पूरी फिल्म में हम्म तो आई तो आई रिमेंबर आई हैड ग्रेट फन एव्री सिंगल डे यू गाइस बीम फ्रेंड्स हम दुश्मन तो नहीं है नहीं मतलब जैसे ऑन स्क्रीन लेकिन अगर आप गसिप चाह रही हैं.

तो मैं आपको बता दूं गसिप लायक दोस्ती कर नहीं पाए हम लोग क्योंकि हम दोनों वो अपने अपनी फिल्मों में मशरूफ है मशगूल हैं मैं अपने थिएटर उसमें मशगूल हूं सौहार्द हम दोनों का एक दूसरे के प्रति है इसमें दो मत नहीं है अनफॉर्चूनेटली वी नेवर गॉट टू स्पेंड सो मच टाइम टुगेदर कि हम एक दूसरे को अपना लंगोटिया यार कहें वो भी नहीं है.

जो सच्चाई है बट जो भी उसके बाद हमने उनके साथ माय नेम खान में भी एक छोटा सा कैमियो किया था उन्हीं की वजह से क्योंकि वो चाहते थे कि मैं वो कैमियो करूं तो मतलब जो भी वक्त थोड़ा बहुत गिन के उंगलियों पे गुजरा है हमारा अच्छा ही गुजरा है खूबसूरत गुजरा है.

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